- स्वेटर्स को हमेशा उल्टा करके धोएं व सुखाएं.
- ऊनी कपड़ों को आयरन करने के लिए स्टीम आयरन का उपयोग करें.
- यदि स्टीम प्रेस न हो, तो ऊनी कपड़ों के ऊपर एक सादे कपड़े को गीला करके रखें और प्रेस करें.
- स्वेटर्स को धोने के लिए हमेशा लिक्विड डिटर्जेंट का ही इस्तेमाल करें.
- गर्म कपड़ों को पैक करके रखने से पहले उन्हें धूप ज़रूर दिखाएं.
- स्वेटर्स को वॉर्डरोब में हैंगर में लटकाकर कभी न रखें. इससे स्वेटर की फिटिंग ख़राब हो सकती है और कंधेवाला हिस्सा फट भी सकता है.
- सलाइयां हमेशा अच्छी कंपनी की ही ख़रीदें.
- छोटी सलाई स्वेटर बुनने के लिए और बड़ी सलाई से शॉल, कंबल आदि बुनें.
- सलाइयों के नोक पर नेचुरल कलर की नेलपॉलिश लगा दें, ताकि सलाई की नोक उंगलियों पर चुभने न पाएं.
- गले का बॉर्डर 10 नं. की सलाई से बनाकर 12 नं. की सलाई से बंद करें. ऐसा करने से गले के हिस्से में सफ़ाई आएगी यानी बुनाई अच्छी होगी. 1 या 2 नं. की सलाई से ही बॉर्डर व डिज़ाइन डालें. इससे डिज़ाइन अच्छी बनती है.
- साथ ही बॉर्डर के फंदे हमेशा कसे हुए डाले, ताकि बॉर्डर ढीला न पड़ने पाएं. बॉर्डर जितना कसा हुआ होगा, स्वेटर की बुनाई उतनी बेहतर होगी.
- बुनाई करने से दिमाग़ तेज होता है, क्योंकि उस समय आपके दोनों हाथ सक्रिय रहते हैं और दिमाग़ के दोनों हिस्से एक साथ काम करते हैं, इस कारण आपका कॉन्स्ट्रेशन लेवल बढ़ता है और दिमाग़ तेज होता है.
- स्वेटर बुनते समय हाथ व आंखों के बीच तालमेल की ज़रूरत होती है, जिसका आपकी सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
- साथ ही आंख व हाथों की एक्सरसाइज़ भी होती है.
- स्वेटर बुनने से उंगलियां व हाथ एक्टिव रहते हैं.
- ऐसे कई ऐप्स भी हैं, जिन्हें डाउनलोड करके आप बुनाई व क्रोचेट के बारे में विस्तार से जान व सीख सकते हैं. क्रोचेट बुनाई का ही एक प्रकार है.
- गूगल के प्ले स्टोर में जाकर निम्न ऐप्स को आप डाउनलोड कर सकते हैं. ऐप्स- निटिंग लेसन, निटिंग स्टिचेस, निटविट्स, हाउ टू नीट, निट टिंक रो काउंटर, क्रोचेट एंड निटिंग टूल्स
- रीटा गुप्ता
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