पिछले लंबे टाइम से फिल्मों में अपना अहम योगदान देनेवाली दिग्गज अभिनेत्री अरुणा ईरानी (Aruna Irani) ने पिछले कुछ समय से इंडस्ट्री से खुद को दूर कर लिया है. ऐसे में उनके चाहने वालों को उनकी काफी ज्यादा याद सता रही है. हर कोई इस बात को जानने के लिए उत्सुक है कि आखिर ऐसा क्या हो गया है कि अरुणा ईरानी ने खुद को फिल्मों और टीवी से दूर कर लिया है?
दरअसल अरुणा ईरानी (Aruna Irani) ने एक इंटरव्यू के दौरान इस सवाल का जवाब देते हुए बताया कि उनके परिवार वाले अब नहीं चाहते कि वो और काम करे. वहीं अरुणा ईरानी खुद भी अपनी उम्र को लेकर काफी चिंतित हैं. खासकर कोरोना महामारी के डर की वजह से भी काम की खातिर घर से बाहर नहीं जाना चाहती हैं.
इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि, "हम सभी को नॉर्मल स्थिति में आने और सेट पर लौटने में समय लगेगा. मेरी उम्र को देखते हुए मुझे लगता है कि काम के लिए घर से निकलने का ये सही वक्त नहीं है. कभी-कभी मुझे लगता है कि काम करना शुरु कर देना चाहिए लेकिन अपनी ज़िंदगी को लेकर मैं डर जाती हूं और नए प्रोजेक्ट्स को नहीं लेती."
अरुणा ईरानी ने आगे बताया कि, "परिवार वालों की तरफ से प्रेशर दिया जा रहा है कि मुझे काम करना बंद कर देना चाहिए. मैं उनसे पूर्णत: सहमत भी हूं क्योंकि वो मेरा ख्याल रखते हैं. उनका मानना है कि मैंने अब बहुत काम कर लिया है और अब मुझे आराम करने की जरूरत है. मैं भी इसे सही मानती हूं. लेकिन फिर मुझे घर बैठे-बैठे बोरियत होने लगती है." एक्ट्रेस ने बताया कि उन्हें काम के कई ऑफर मिल रह हैं, लेकिन वो किसी भी ऑफर को फिलहाल एक्सेप्ट नहीं कर रही हैं.
गौरतलब है कि 70 और 80 के दशक में अरुणा ईरानी (Aruna Irani) ने बतौर अभिनेत्री फिल्मों में काफी काम किया. साल 1971 में आई फिल्म 'कारवां' ने एक्ट्रेस को स्टार बना दिया था. इस फिल्म के गाने 'चढ़ती जवानी मेरी चाल मस्तानी' ने हर किसी के दिलों पर अपना जादू चलाया. अरुणा ईरानी को 'पेट प्यार और पाप' के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड पहली बार मिला था. तो वहीं सुपरहिट फिल्म 'बेटा' के लिए उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.