एग फ्रीज़िंग जिसे ओसाइट क्रायोप्रिज़र्वेशन भी कहते हैं,
का चलन दिनोंदिन करियर ओरिएंटेड महिलाओं में बढ़ता जा रहा है.
एग फ्रीज़िंग की प्रक्रिया…
एग फ्रीज़िंग के लिए डॉक्टर सबसे पहले महिला का अच्छी तरह से चेकअप करते हैं.
अमूमन एक स्त्री में हर महीने एक अंडे का निर्माण होता है, परंतु हर माह का अंडा फ्रीज़िंग के लिए उपयुक्त नहीं होता है. इसलिए जांच-पड़ताल के बाद ही जान पाते हैं कि किस मंथ के एग को फ्रीज़ किया जाए. गौर करनेवाली बात यह है कि यदि एग संरक्षित करने की दर कम होती है, तब इन एग्स से गर्भधारण करने की संभावनाएं भी कम हो जाती है. ऐसे में मुमकिन है कि चेकअप के बाद एग निकालने से पहले उस महिला का ट्रीटमेंट भी करते हैं और जब एग हेल्दी व प्रेग्नेंसी के उपयुक्त हो जाते हैं, तब एग को फ्रीज़िंग करने के लिए सर्जरी की जाती है. इसमें पतली सुई से अंडे को निकालकर ज़ीरो टेंपरेचर पर फ्रीज करते हैं.
+ दरअसल, एग फ्रीज़िंग की प्रक्रिया में नारी के अंडाशय से अंडों को निकालकर विट्रीफिकेशन का प्रोसीजर किया जाता है. फिर अंडों को भ्रूणविज्ञान लेबोरेट्री में लिक्विड नाइट्रोजन में रख दिया जाता है.
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+ एग फ्रीज़िंग की प्रक्रिया में कम से कम 10-12 इंजेक्शन लगाए जाते हैं. इसके बाद एनेस्थीसिया देते हैं. दस मिनट के इस प्रोसीजर द्वारा अंडे बाहर निकालते हैं.
+ इसमें लगभग पचास हज़ार से लेकर एक लाख रुपए तक का ख़र्च आता है.
+ इसके बाद जब अंडे फ्रीज हो जाते हैं, तब इन्हें सुरक्षित रखने का सालभर का ख़र्च भी लगभग बीस-तीस हज़ार तक का आता है.
किन-किन कारणों से महिलाएं एग फ्रीज़िंग का विकल्प चुनती हैं?
* जो वर्तमान में मां नहीं बनना चाहती हैं, पर जैविक बच्चे के ऑप्शन को बंद भी नहीं करना चाहतीं.
* जिन महिलाओं को कैंसर है, वे भी एग फ्रीज़िंग करवाने को प्राथमिकता देती हैं. दरअसल, कीमोथेरेपी व अन्य ट्रीटमेंट से गुज़रते हुए उनकी प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है, इस कारण वे सेफ्टी के तौर पर अपने अंडे को संरक्षित करती हैं.
* एग फ्रीज़िंग का सबसे बड़ा लाभ उन महिलाओं को होता है, जो पढ़ाई-करियर-जॉब आदि के चलते वर्तमान में मां नहीं बनना चाहतीं.
* ऐसी युवतियों के लिए भी एग फ्रीज़िंग सबसे उपयुक्त विकल्प है, जो किसी तरह का संक्रमण, कोई जेनेटिक बीमारी, कीमोथेरेपी आदि से जूझ रही हैं.
आधुनिक दौर में एग फ्रीज़िंग की आधुनिक तकनीक के कारण ही उन महिलाओं को बड़ी राहत मिल रही है, जो अपने अंडे को सहेज कर रखवा रही हैं और कुछ सालों बाद सही समय पर गर्भधारण कर पा रही हैं.
अमूमन स्त्रियों में गर्भधारण की वैज्ञानिक तौर पर बेहतरीन उम्र 20 से 30 उम्र तक की मानी जाती रही है. लेकिन एग फ्रीज़िंग की सुविधा के चलते मां बनने की सही उम्र बीत जाने के बाद भी मां बनने की इच्छुक महिलाएं गर्भधारण कर पा रही हैं.
स्त्रियां दस-बारह साल तक भी एग को फ्रीज करवाती हैं और एग उस समय तक उसी अवस्था में रहता है, जैसा ओवरी में रहता है. और जब कभी वो गर्भवती होना चाहती है, तब आईवीएफ टेकनीक द्वारा एग को निषेचित करके स्त्री के गर्भ में स्थानांतरित करते हैं.
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हेल्थ अलर्ट
- एग फ्रीज़िंग के लिए बीस से तीस साल तक के बीच का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है, क्योंकि इसके बाद स्त्रियों में फर्टिलिटी कम होने लगती है. वैसे तीस के बाद भी गर्भधारण हो सकता है, परंतु इसमें कई तरह के जटिलताओं से दो-चार होना पड़ सकता है.
- यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्याएं हैं, कोई ऐसी सर्जरी है, जिससे ओवरी को नुक़सान हो सकता है, तो ऐसे में भी एग फ्रीज़िंग करवाना बेहतर रहता है.
- यदि किसी मेडिकल ट्रीटमेंट के दौरान आपकी प्रजनन क्षमता खोने का ख़तरा हो सकता है, तब एग फ्रीज़िंग करवा लेना बेहतर है.
- ऊषा गुप्ता
Photo Courtesy: Freepik
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