एग्ज़ाम के नाम से एक तो वैसे ही अधिकांश बच्चे डरते हैं. ऐसे में यदि पैरेंट्स बार-बार पढ़ाई के लिए उनके पीछे पड़े रहें और अच्छे मार्क्स लाने की धमकी देते रहें, तो बच्चे का आत्मविश्वास चला जाता है. बच्चा फ्री होकर खुले दिमाग़ से पढ़ सके, इसके लिए पैरेंट्स को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
* घर का माहौल ख़ुशनुमा व शांत बनाए रखने की कोशिश करें. * बच्चे को हमेशा सही टाइम पर पढ़ने, पढ़ाई से ब्रेक लेने और सोने के लिए प्रोत्साहित करें. बिना ब्रेक के लगातार पढ़ते रहने से वो तनावग्रस्त हो सकते हैं. * उस पर किसी तरह का दबाव न डालें. “बेटा, तुम्हें 90% मार्क्स लाने ही होंगे...” जैसे वा़क्य ग़लती से भी न दोहराएं. * यदि परीक्षा के दौरान बच्चे का व्यवहार सही नहीं है, तो ग़ुस्सा होने की बजाय ख़ुद पर क़ाबू रखें और प्यार से उसे समझाने की कोशिश करें. * एग्ज़ाम पीरियड में उसे किसी भी तरह का घर का काम न दें और न ही कोई ऐसी बात कहें, जिससे उसका ध्यान पढ़ाई से हटे. * पढ़ाई को लेकर बच्चे के पीछे न पड़े रहें. रिलैक्स व फ्रेश होने के लिए उसे थोड़ी देर खेलने व टीवी देखने की छूट दें. * एग्ज़ाम का हौवा न बनाएं, उसे सामान्य तरी़के से लें. * बच्चे के सामने ये कभी न ज़ाहिर करें कि आप उसकी परीक्षा को लेकर चिंतित हैं.- कंचन सिंह
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