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इस वीडियो में आयुष्मान खुराना ने जो कविता पढ़ी है, उसे गौरव सोलंकी ने लिखा है. इस कविता में बताया गया है कि पुरुषों की जो छवि समाज में बनाई गई है, हर पुरुष ऐसा ही हो, ये जरूरी नहीं है. असल में जेंटलमेन वही होता है, जिसे दूसरों की तकलीफ देखकर दुख होता है, जो अपनी बीवी का किचन में हाथ बंटाता है, जो किसी लड़की पर अत्याचार होने पर उसके खिलाफ आवाज़ उठाता है, जो दर्द होने पर रोता है, अपने बच्चों की देखभाल करता है... ऐसी तमाम खूबियों वाला मर्द ही असल में जेंटलमेन होता है.यह भी पढ़ें: आयुष्मान खुराना- मां के सामने उस फैन ने स्पर्म की डिमांड की… (Ayushmann Khurrana- That Fan Demanded Sperm In Front Of My Mother)
समाज में पुरुषों की तथाकथित इमेज अब तेज़ी से बदलने लगी है. आज का युवा अब अपनी भावनाओं को छुपाता नहीं है. वो हारने पर रोता है, अपने बच्चों के साथ अपनी भावनाएं शेयर करता है, किचन में बीवी की मदद करता है, बच्चे की नैपी बदलता है. समाज में बदलाव ज़रूरी है और बदलाव की आवाज़ यदि आयुष्मान खुराना जैसे एक्टर की तरफ से आए, तो इसका असर तेज़ी से होता है. इंटरनेशनल मेन्स डे के अवसर पर यदि पुरुषों के लिए इतनी खूबसूरत कविता लिखी जाए और उसे आयुष्मान खुराना जैसे एक्टर पढ़ें, तो समाज का चेहरा बदलने में बहुत सहायता मिलेगी.आयुष्मान खुराना की फिल्म 'बाला' बॉक्स ऑफिस पर मचा रही है धूम, आयुष्मान खुराना ने शेयर किया ये वीडियो
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