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करें देश के 10 प्रमुख हिल स्टेशन की सैर (Top 10 Hill Stations Of India)
घूमने का असली मज़ा तो गर्मी की छुट्टी में ही आता है. शहर की चिलचिलाती धूप से बचने के लिए आइए आपको ले चलते हैं पहाड़ी इलाकों में. प्रकृति के उन वादियों की सैर जिसकी सुंदरता के गवाह दुनिया भर के सैलानी बनते हैं.
देहरादून
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून एक ख़ूबसूरत हिल स्टेशन है. अपनी मनोहर प्राकृतिक छटा, मंदिर और एज्युकेशनल व रिसर्च इंस्टिट्यूट की वजह से पर्यटकों के बीच देहरादून ख़ासा लोकप्रीय है. गंगा-यमुना नदियों से घिरा देहरादून दून वैली के नाम से भी जाना जाता है. तपकेश्वर मंदिर, सहस्त्रधारा, लक्षमण सिद्ध, गुछुपणी, लछिवाला, राजाजी नेशनल पार्क के साथ ही डकपत्थर भी घूमने के लिए अनोखी जगह है. बच्चों के साथ देहरादून की हरी वादियों में घूमने का इससे अच्छा मौक़ा और नहीं.
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शिमला
देश का सबसे ख़ूबसूरत हिल स्टेशन शिमला 12 किलोमीटर में फैला हुआ है. ऊंचे-ऊंचे पहाड़, पहाड़ों पर लंबे-लंबे पेड़ और उनपर जमीं बर्फ की सुंदरता अनायास ही आपको अपनी ओर आकर्षित करती है. प्राकृति रूप से समृद्ध शिमला तभी तो स़िर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के सैलानियों के लिए प्रिय दर्शनीय स्थल है. मार्च से मई के बीच में शिमला घूमने का अपना ही मज़ा है.
माउंट आबू
मरू प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू तपती धूप में शीतल हवा के झोंके जैसी है. यह राजस्थान के सिरोही ज़िले में अरावली पर्वत श्रृंखला के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है. यहां के ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और चारों तरफ़ फैली हरियाली देखकर यह यक़ीन कर पाना मुश्किल हो जाता है कि यह राजस्थान का ही हिस्सा है. ़कुदरती ख़ूबसूरती के साथ ही यहां के ऐतिहासिक मंदिर भी सैलानियों को आकर्षित करते हैं.
पंचगनी
पांच पहाड़ियों से घिरा पंचगनी महाराष्ट्र में स्थित अनोखा हिल स्टेशन है. यह महाबलेश्वर से 19 किलोमीटर दूर स्थित है. इसे महाबलेश्वर का सिस्टर हिल स्टेशन भी कहा जाता है. सिडनी प्वाइंट, एशिया का दूसरा सबसे बड़ा पठार टेबल लैंड, डेविल्स किचन के साथ और भी कई चीज़ें सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. कृष्णा नदी की मधुर कोलाहल के बीच चिलचिलाती धूप से बचने का इससे अच्छी जगह आपको नहीं मिल सकती.
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मसूरी
पहाड़ी वादियों का असली नज़ारा हमें मसूरी से ही मिलता है. एक ओर पेड़ों से सजे ऊंचे पहाड़ तो दूसरी ओर उतनी ही गहरी खाई, धड़कते दिल को एक बार के लिए रोक ही देती है. मसूरी में मौसम की पड़ने वाली सबसे पहली बर्फ का आनंद ही कुछ और होता है. भीड़-भाड़ से बिल्कुल दूर प्रकृति की गोद दूर दराज़ के सैलानियों को भी अपनी ओर आकर्षित करती है. हरियाली से लबालब मसूरी में झरीपन फॉल, भाटा फॉल, गन हिल के साथ नाग देवता का मंदिर देखने लायक है.
ऊटी
पर्वतों की रानी ऊटी का वास्तविक नाम उदगमंडलम है. तमिलनाडु में स्थित ऊटी दक्षिण भारत का सबसे प्रसिद्ध हिल स्टेशन है. पहाड़ों पर नीले रंग के फूलों की सुंदर छटा किसी मखमली चादर जैसी दिखती है. प्राकृतिक सौंदर्य का असली नमूना ऊटी में ही देखने को मिलता है. आदिवासियों द्वारा बनाई गई चीज़ों से लेकर, चिल्ड्रेन पार्क और बोट हाउस का अपना ही आनंद है. ऊटी में रोज़ गार्डन और बोटैनिकल गार्डन सैलानियों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है.
मुन्नार
केरल का छोटा, मगर बेहद ख़ूबसूरत हिल स्टेशन शिमला, मनाली और दार्जलिंग जितना मशहूर भले ही न हो, लेकिन इसकी सुंदरता किसी भी मायने में कम नहीं है. पहाड़ों से गुज़रती तीन नदियों के बीच बसे मुन्नार के मनमोहक ़कुदरती नज़ारे, दुधिया झरने, ख़ूबसूरत झील, नदियां और दूर-दूर तक फैले चाय के बागान अनायास ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. चाय और कॉफ़ी के अलावा, नीली कुरिजी नामक ख़ूबसूरत फूल मुन्नार की ख़ूबसूरती में चारचांद लगाता है. इस फूल की ख़सियत है कि 12 साल में यह एक बार ही खिलता है.
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कोडाइकनाल
प्राकृतिक सुंदरता से अगर आप सचमुच रूबरू होना चाहते हैं तो एक बार कोडाइकनाल ज़रूर जाएं. पाली हिल के बीच बसा कोडाइकनाल दक्षिण भारत का प्रमुख हिल स्टेशन है. विशाल चट्टान, शांत झील, फलों के बगीचे, यूकेलिप्टस व पाइन के जंगलों से आती सुगंधित स्वच्छ हवा का मखमली एहसास और यहां के हरे-भरे दृश्य अपनी सुंदरता की कहानी कहते हैं. कोडाइकनाल झील के साथ ही ऐतिहासिक कोकर्स वॉक सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
दार्जिलिंग
पहाड़ों पर सीढ़ियों जैसी दिखने वाली प्राकृतिक रूप से सुंदर छटा बिखेरते चाय के बाग़ान आंखों को सुकून दे जाते हैं. दार्जिलिंग का असली मज़ा ट्वॉय ट्रेन से घूमने पर ही आता है. 82 किलोमीटर में फैले हरे मखमली दार्जिलिंग का अनुपम और मनमोहक दृश्य देखने में ये ट्रेन 6 से 7 घंटे लेती है. इंजिनियरिंग का अनोखा उदाहरण देती बतासिया रेलवे लूप, मैत्रेयी बुद्ध की मुर्तियों के लिए प्रसिद्ध धूमगुम्पा, चौरास्ता और कंचनजंघा पर्वत का असली दृश्य स़िर्फ दार्जिलिंग में ही मिल सकता है.
मनाली
उत्तर भारत के प्रमुख हिल स्टेशन में अपना नाम शुमार करने वाले मनाली को राजा मनु का घर कहा जाता है. हरे-भरे जंगल, पहाड़ और उनके बीच से दुधिया रंग की गुज़रती नदियां किसी कल्पना को साकार करती नज़र आती हैं. सूरज के प्रकोप से बचने के लिए हर साल हज़ारों सैलानी मनाली की गोद में ही पनाह लेते हैं. यहां के ख़ूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों के अलावा हाइकिंग, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग, कायकिंग जैसे खेलों का भी आनंद आप उठा सकते हैं. यहां के जंगली फूलों और सेबों के बगीचों से छनकर आती सुगंधित हवाएं दिलो-दिमाग़ को ताज़गी से भर देती हैं. व्यास नदी के किनारे बसा अर्जुन गुफ़ा, हडिंबा मंदिर, भगवान शिव का जगतसुख मंदिर, मनु मंदिर के साथ रहाला वॉटर फॉल मुख्य आकर्षण का केंद्र है.
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