साउथ के सुपरस्टार प्रभास और बॉलीवुड एक्ट्रेस कृति सेनन की फिल्म 'आदिपुरुष' का जमकर विरोध किया जा रहा है. यह फिल्म दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी है, ऐसे में एक बार फिर से रामानंद सागर की 'रामायण' की चर्चा ज़ोरों पर है, इसके साथ ही यह पौराणिक सीरियल एक बार फिर से टीवी पर प्रसारित होने जा रहा है. 'आदिपुरुष' देखने के बाद हर कोई बस यही कह रहा है कि रामानंद सागर की 'रामायण' दोबारा नहीं बन सकती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया की 'रामायण' का एक रिकॉर्ड आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है. आइए जानते हैं इस पौराणिक सीरियल से जुड़ी दिलचस्प बातें...
रामानंद सागर द्वारा डायरेक्ट की गई 'रामायण' को 36 साल पहले दूरदर्शन पर प्रसारित किया गया था. इस पौराणकि सीरियल का पहला एपिसोड 25 जनवरी 1987 को टेलीकास्ट हुआ था और घर-घर में इसे खूब पसंद किया गया था. इस सीरियल में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल, सीता के किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया के अलावा तमाम कलाकारों को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला था. यह भी पढ़ें: ‘आदिपुरुष’ विवाद के बीच फिर से प्रसारित होगी रामानंद सागर की ‘रामायण’, दर्शक हुए खुश, बोले- ‘आदिपुरुष’ का वायरस खत्म करने के लिए ज़रूरी था (Amid ‘Adipurush’ controversy, Ramanand Sagar’s ‘Ramayan’ returns to TV, People are super excited, Say- Ramayan was neccessory to kill the virus of Adipurush)
आपको जानकर हैरानी होगी कि 'रामायण' का एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसे आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है. अब तक का यह इकलौता ऐसा सीरियल है, जिसका प्रसारण 45 मिनट तक होता था, जबकि अन्य सीरियलों के प्रसारण का समय 30 मिनट ही है. रिपोर्ट्स की मानें तो 80 के दशक में इस सीरियल से दूरदर्शन ने काफी तगड़ी कमाई की थी. कहा जाता है कि दूरदर्शन ने कथित तौर पर हर एपिसोड पर 40 लाख रुपए कमाए थे, जबकि एपिसोड को बनाने का खर्च 9 लाख रुपए आया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 'रामायण' के पहले एपिसोड़ की शूटिंग तकरीबन 15 दिन तक चली थी. शूटिंग के दौरान सीरियल के सभी क्रू मेंबर्स सेट पर ही मौजूद रहते थे. इस बात से बहुत कम लोग ही वाकिफ हैं कि रामानंद सागर के 'रामायण' की शूटिंग उमरगांव में की गई थी. इस सीरियल की शूटिंग के लिए उमरगांव में शूटिंग के लिए जगह किराए पर ली गई थी.
बताया जाता है कि 'रामायण' की शूटिंग 550 दिनों तक चली थी. शूटिंग के दौरान इस सीरियल के कई कलाकारों को उमरगांव में ही रुकना पड़ा था. इसके साथ ही यह भी कहा जाता है कि जब किसी किरदार के लिए कोई कलाकार नहीं मिलता था तो शो के मेकर्स गांव वालों से ही उस किरदार को करवाते थे. यह भी पढ़ें: ‘आदिपुरुष’ देखकर रामायण के सुनील लहरी हुए बुरी तरह निराश, वीडियो शेयर कर व्यक्त की अपनी भावनाएं, बोले- डायलॉग्स बेकार हैं, बहुत उम्मीद थी पर! (Ramayan’s Sunil Lahri Expresses Disappointment Over Adipurush, Dialogues Bekaar Hai, Bohot Ummeed Thi Par)
गौरतलब है कि रामानंद सागर की 'रामायण' को घर-घर में इतना ज्यादा पॉपुलैरिटी मिली थी कि आज भी इसके कालाकारों को लोग याद करते हैं. 'रामायण' के नाम एक और उपलब्धि शामिल है. आपको बता दें कि जून 2003 में इस शो को पौराणिक सीरियल के रूप में 'लिम्का बुक रिकॉर्ड' में दर्ज किया गया था. इसके अलावा एक सर्वे में खुलासा हुआ था कि जब इस सीरियल को टेलीकास्ट किया गया था, तब इसे तकरीबन 650 मिलियन लोगों ने देखा था.
(फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम)