ईद का त्योहार मिल-जुलकर ख़ुशियां मनाने और अपनों के लिए प्यार जताने का मौक़ा देता है. टीवी के कलाकार भी अपने प्रियजनों के साथ यह त्योहार मनाने के लिए बहुत उत्साहित हैं. स्वादिष्ट पकवानों का आनंद उठाने से लेकर ईदी देने और लेने तक, हर कलाकार के पास ईद को यादगार बनाने का एक ख़ास तरीक़ा है.
इस बार कुछ कलाकार अपने होम टाउन में ईद मनाकर अपने बचपन की यादों को ताज़ा करेंगे, जबकि कुछ अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ छोटे पैमाने पर त्योहार मनाने की तैयारी कर रहे हैं. एंड टीवी के इन कलाकारों में शामिल हैं-आसिफ शेख (विभूति नारायण मिश्रा, भाबीजी घर पर हैं), ज़ारा वारसी (चमची, हप्पू की उलटन पलटन) और सलीम ज़ैदी (टिल्लू, भाबीजी घर पर हैं).

आसिफ शेख ने बताया, ‘‘ईद हमेशा मेरे दिल के क़रीब रही है और यह त्योहार मुझे प्यार, ख़ुशी तथा पारिवारिक एकजुटता की भावना से भर देता है. हालांकि, इस साल मेरी सेहत कुछ ख़राब है. मुझे हाल ही में सेट पर साइटिका का तेज़ दर्द उठा था और हालात मेरे लिए मुश्किल हो गए. लेकिन इससे मेरा त्योहार मनाने का उत्साह फीका नहीं पड़ने वाला है. मैं अपने प्रियजनों के साथ मिलकर ज़रूर जश्न मनाऊंगा. पारिवारिक स्नेह, त्योहार के लिए उनका तैयार होना और ईद के व्यंजनों का मज़ा लेना मुझे सबसे ज़्यादा अच्छा लगता है. मैं ज्यादा इधर-उधर घूम नहीं पाऊंगा, लेकिन ईद प्यार और एकजुटता का एहसास देगी और यही सचमुच मायने रखता है. मैं अपने सभी प्रशंसकों के प्यार और मेरे लिए उनकी चिंता की सराहना करता हूं. मैं सभी को ख़ुशियों, सेहत और समृद्धि से भरी ईद की शुभकामनाएं देता हूं.’’
ज़ारा वारसी ने कहा, ‘‘ईद हमेशा ख़ास होती है; हंसी, प्यार और त्योहार के लज़ीज़ खाने की ख़ुशबू से भरी हुई. मैं लखनऊ से हूं, जहां ईद का जश्न बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. इसलिए यह त्योहार मेरे दिल के बहुत क़रीब है. इस साल इसे और यादगार बनाने के लिए मैं अपनी मां के साथ मिलकर शीर कुरमा बना रही हूं, जो हमारे घर की एक ख़ूबसूरत परंपरा है. मां के साथ किचन में रहना सिर्फ़ एक रेसिपी फॉलो करने से ज़्यादा होता है. इसमें ढेर सारी बातें होती हैं. कभी-कभी छुपाकर ड्रायफ्रूट्स ज़्यादा डालना भी और यह देखना कि शीर कुरमा बिल्कुल परफेक्ट, मलाईदार और स्वादिष्ट बने. मैं इसे ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ के सेट पर भी ले जाऊंगी, ताकि सबके साथ इस ख़ुशी को बांट सकूं.

ईद पर तैयार होना भी बहुत ख़ास होता है. इस बार मैंने एक ख़ूबसूरत कढ़ाईदार सलवार सूट चुना है, जिसके साथ मैचिंग चूड़ियां पहनूंगी. हाथों में मेहंदी लगाना और ईदी लेना-देना तो इस त्योहार की सबसे मज़ेदार बातों में से एक है! शाम को परिवार और दोस्तों के साथ ख़ास डिनर का मज़ा लूंगी, जिसमें कबाब, बिरयानी और ढेर सारे ईद के पकवान होंगे. मेरे लिए ईद सिर्फ़ एक त्योहार नहीं, बल्कि एक एहसास है और शुक्रिया अदा करने, अपनों के साथ समय बिताने और ख़ुशियां बांटने का एक मौक़ा भी. मैं जहां भी रहूं, परिवार का प्यार और साथ मिलकर ख़ुशी बांटने का एहसास इस त्योहार को सच में यादगार बना देता है.‘‘

सलीम ज़ैदी कहते हैं, ‘‘ईद प्यार, एकता और आभार का ख़ूबसूरत जश्न है, जो परिवार और दोस्तों को क़रीब लाता है. इस साल मैं अपने परिवार के साथ इसे मना रहा हूं. सुबह की नमाज़ से दिन की शुरुआत होगी, इसके बाद बड़ों का आशीर्वाद लूंगा और फिर स्वादिष्ट शीर कुरमा का मज़ा उठाऊंगा. पारंपरिक कुर्ता पहनना, इत्र लगाना और अपनों के साथ ईदी का लेन-देन इस त्योहार को और खास बना देता है. मेरे लिए ईद सिर्फ़ दावत का मौक़ा नहीं, बल्कि ख़ुशियां बांटने और अपने प्रियजनों के साथ यादगार पल संजोने का दिन है. मैं ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के सेट पर भी इस जश्न को मनाने को लेकर उत्साहित हूं, क्योंकि जब ख़ुशियां सबके साथ बांटी जाती हैं, तो त्योहार और भी ख़ास बन जाता है.‘‘
शेमारू उमंग के शो 'मैं दिल तुम धड़कन' के अभिनेता ज़ोहेब सिद्दीकी ने बताया कि वह आठ साल की उम्र से रोज़े रख रहे हैं और उन्हें आज भी ईद का बेसब्री से इंतज़ार करने का एहसास याद है. वह कहते हैं, "सुबह मां के हाथों से बनी शीर-खुरमा की ख़ुशबू से जागना, नए कपड़े पहनना, परिवार के साथ नमाज़ के लिए मस्जिद जाना और पूरे दिन अपनों के साथ ख़ुशियां मनाना, मेरे लिए यह सभी यादें अनमोल हैं. आज भी जब मां के हाथ का शीर-खुरमा पहली बार चखता हूं, तो बचपन की सारी यादें ताज़ा हो जाती हैं. इस साल, मैं अपने 'मैं दिल तुम धड़कन' परिवार के साथ भी इस ख़ुशी को साझा करने वाला हूं, ताकि वे भी मेरे इस अनमोल मौक़े की मिठास का अनुभव कर सकें. यह एक छोटी सी कोशिश, हमारे बीच बने इस ख़ूबसूरत रिश्ते को और मज़बूत करने की है."

ईद का त्योहार न केवल नई यादों को संजोता है, बल्कि पारंपरिक भावनाओं को भी जगाता है. ज़ोहेब इस बार अपने ऑन स्क्रीन परिवार के साथ भी इस जश्न को ख़ास बनाने के लिए तैयार हैं.