एक कोने में खड़ी मैं ये सब देख-सुन रही थी. मेरी बेटी का भविष्य मुझे अपने सामने दिखाई दे…
“कोई रिश्ता हमें कितना अच्छा लगेगा या कितना बुरा, वह हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण होगा, यह जानने के लिए ज़रूरी…
अब समय के बदलाव के अनुसार ज़रूरत है हमें हमारी सोच बदलने की, क्योंकि अब बच्चों की और प्रौढ़ लोगों…
विवाह के शुरुआती दिनों में वह अजीत के बारे में, उसके काम के बारे में, उससे मिलने-जुलनेवालों, सहयोगियों के बारे…
मनोरंजन के लिए तोते और मैना को पिंजरे में कैद किया जाता है, मछलियों को एक्वेरियम में कि मछलियां देखने…
“ग़लती मेरी भी थी मौसी. आज मुझे अफ़सोस होता है कि मैंने उनकी मूक भाषा को कभी पढ़ने का प्रयास…
पहली बार शालू ने महसूस किया कि घर में किसी बड़े-बुज़ुर्ग की उपस्थिति, नानी-दादी का प्यार, बच्चों पर कितना सकारात्मक…
ख़ुशी से सुधीरजी की आंखें नम हो आई थीं. काश! उन्होंने चाय का निमंत्रण पहले स्वीकार कर लिया होता. सही…
कितना अजब है न हमारे समाज में विवाह संबंध तय करने का तरीक़ा! लड़की को एक बार लड़के से मिलवाकर…
मेकअप की पारंगतता इसी में है कि दोष छुप जाएं और गुण उभरकर आएं. चेहरे पर मेकअप की कला से…
“मैं अपनी फीलिंग्स को किसी के साथ शेयर करने को तरस जाती हूं. ऐसा बोरिंग इंसान पल्ले बंधा है कि…
“अरे, बहुत सिंपल चीज़ है ममा. जैसे आप टीवी पर, सिनेमा में फ्लैशबैक देखती हैं. उसमें अतीत में घटी घटना…