घर महज़ चार दीवारों से नहीं बनता, बल्कि रिश्तों की ख़ुशबू, ख़ुशहाली, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि ही ईंट-पत्थर से बने ढांचे को घर का स्वरूप देते हैं. ऐसे में बहुत ज़रूरी है कि घर में सुख-शांति बने रहे और यह तभी संभव होगा जब घर में नकारात्मक ऊर्जा न रहे और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे. इसके लिए आप वास्तु और फ़ेंगशुई के कुछ बेहद आसान टिप्स फ़ॉलो कर सकते हैं को आपके घर की बना देंगे पावर हाउस.
वास्तु टिप्स
- सबसे पहले किसी भी घर में सकारात्मक यानी पॉज़िटिव एनर्जी के लिए ज़रूरी है घर का क्लीन रहना. घर को हमेशा साफ़-सुथरा और व्यवस्थित रखें.
- घर में कबाड़ इकट्ठा न होने दें. इससे नेगेटिव एनर्जी जन्म लेती है.
- घर में टूटे-फूटे बर्तन, सामान, दरारें पड़ी चीजें, बंद घड़ी, ज़ंग लगी चीजें न रखें.
- घर की दीवारें सीलनभरी या उनमें दरारें न हों, अगर हों तो उनको ठीक कराएं.
- घर के दरवाज़े व अलमारी के दरवाज़े आवाज़ करनेवाले नहीं होने चाहिएं.
- घर की नलों से पानी टपकता न रहे. ये तमाम चीजें नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत होती हैं.
- इसी तरह घर में कबाड़, फटे कपड़े, ज़ंग लगे ताले न रखें. साथ ही दरवाज़े पर भी लटकता हुआ ताला न रखें. इन सबसे दरिद्रताआती है.
- सूखे हुए फूल भी घर में न रखें. घर के आसपास हरियाली बनाए रखें.
- घर में जाले न लगने दें. यदि जाले हों तो समय-समय पर साफ़ करते रहें, वरना आर्थिक हानि व क़र्ज़ होने की आशंका बनी रहतीहै.
- बाथरूम व टॉयलेट के दरवाज़े हमेशा बंद करके रखें क्योंकि वास्तु के नियमों के अनुसार वहां से नेगेटिव एनर्जी आकार वास्तु दोषउत्पन्न कर सकती है, जिससे धन हानि हो सकती है.
- कभी भी बिस्तर पर बेठकर खाना नहीं खाना चाहिए. इसी तरह से जूते पहनकर भी भोजन करना वर्जित है.
- अक्सर लोगों की आदत होती है कि भोजन करने के बाद उसी थाली में हाथ धो लेते हैं, लेकिन इससे बरकत नहीं होती.
- बचे हुए भोजन को कभी भी कूड़ेदान में न फेंकें. इसी तरह खाने की थाली जीनी देना भी ग़लत है. अन्न का अनादर करने सेदरिद्रता आती है.
- घर में लक्ष्मी का वास रहे इसके लिए शाम को घर की दहलीज़ पर दीपक ज़लाएं.
- घर के मुख्य द्वार पर जूते-चप्पल और डस्टबिन न रखें.
- घर की उत्तर दिशा में तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी नियमित उपासना करें.
- वास्तु में दिशाओं का बहुत महत्व है. इसमें भी में ईशान कोण यानी नॉर्थ-ईस्ट जिसे उत्तर-पूर्व कहते हैं, इसको बेहद शुभ मानागया है. घर का मंदिर यदि इसी दिशा में हो तो बेहद शुभ होगा.
- इसी तरह घर की तिजोरी दक्षिण या दक्षिण पश्चिम दिशा में इस तरह से हो कि खोलने पर वो उत्तर की दिशा में खुलनी चाहिए.
- तिजोरी में पैसों के ऊपर क़ानूनी, कोर्ट-कचहरी के काग़ज़ात न रखें.
- उत्तर-पूर्व दिशा में कभी भी कबाड़ या भारी समान न रखें. यहां हमेशा साफ़-सफ़ाई रहे क्योंकि इसे देवी-देवताओं के वास करनेकी दिशा भी माना जाता है.
- आग्नेय कोण यानी घर का पूर्व व दक्षिण दिशा का मध्य भाग भी बेहद महत्वपूर्ण है. इस दिशा में बेडरूम नहीं होना चाहिए. इसीतरह यहां पानी का टैंक, सिंक या कोई नल नहीं होनी चाहिए.
- बेडरूम पश्चिम दिशा में हो तो बेहतर होगा. अपने बेडरूम में मिरर न लगाएं और अगर है भी तो उसे ठीक बेड के सामने न लगाएं.
- बेडरूम में मंदिर भी नहीं होना चाहिए. अपने सिरहाने घड़ी या पूर्वजों की तस्वीरें न लगाएं.
- इसी तरह बेड के नीचे कबाड़ या समान को अव्यवस्थित तरीक़े से न रखें.
- घर की उत्तर दिशा में कोई भारी फर्नीचर या सामान न रखें और इस हिस्से में सीढ़ियां लगाने से भी बचें क्योंकि इससे धन-प्रवाह मेंबाधा आ सकती है.
- फ़र्नीचर के किनारे राउंड हों तो बेहतर होगा.
- घर में प्रॉपर वेंटिलेशन ज़रूरी है. खिड़की-दरवाज़े दिन में खुले रखें ताकि सूरज की रोशनी और ताज़ा हवा आ सके.
- खिड़की-दरवाज़ों को साफ़ रखें.
- घर के मुख्य द्वार पर काले घोड़े की नाल लगाने सकारात्मक ऊर्जा मिलती है. यह नाल ज़बरदस्ती हासिल की हुई न हो, बल्किआपके सामने पैर से उतारी गई हो या फिर खुद से गिरी हुई हो.
- घर का किचन अग्नि यानी आग्नेय कोण जो दक्षिण-पूर्व की मध्य दिशा होती है, उसमें हो तो बेहतर होगा या फिर उत्तर-पश्चिमदिशा में भी किचन शुभ होता है.
- लेकिन अगर आग्नेय कोण में किचन नहीं है तो आप गैस चूल्हे को किचन के आग्नेय कोण में रखकर इस दोष को ठीक करसकते हैं.
- इसके अलावा यदि रसोईघर गलत स्थान पर है तो अग्निकोण में आप बल्ब लगा दें और रोज़ उसे जलाएं. इससे वस्तु दोष ठीकहो जाएगा.
- रोटी पकाने से पहले तवे पर दूध के कुछ छींटें मारना बेहद शुभ माना जाता है.
- पहली रोटी गाय की और आख़िरी कुत्ते की हो.
- घर ने हर हफ़्ते एक बार गूगल का धुआं करें.
- सरसों के तेल का दीपक जलाएं और इसमें एक लौंग भी डाल दें. सुखद परिणाम मिलेगा.
- पोछा लगाते समय पानी में नमक या सेंधा नमक डाल दें
- ईशान कोण में जल का पात्र भरकर रखें इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है.
- मुख्य द्वार के दोनों तरफ़ रंगीली बनाएं या फिर स्वस्तिक का चिह्न बनाएं.
- मंदिर में शंख अवश्य रखें. शंख न सिर्फ़ शुभ होता है बल्कि ये स्वास्थ्य की दृष्टि से भी काफ़ी लाभकारी होता है.
- नियम से उठने व सोने की आदत डालें.
- सोते वक्त दक्षिण दिशा की ओर मुख करके सोएं. अच्छी नींद आएगी और शरीर स्वस्थ रहेगा.
- घर के किचन के दरवाज़े के एकदम सामने बाथरूम का दरवाज़ा नहीं होना चाहिए, वरना नेगेटिव एनर्जी आएगी, लेकिन यदि ऐसाहो, तो घबराएं नहीं, बिना तोड़-फोड़ के भी आप इसे सुधार सकते हैं. आप बाथरूम या किचन के बीच में एक कपड़े का परदा याकिसी तरह का कोई पार्टिशन खड़ा कर सकते हैं, ताकि किचन से बाथरूम न दिखे.
- घर का टॉयलेट दिशा दक्षिण-पश्चिम की दिशा में बेस्ट माना जाता है. लेकिन अगर यह घर के पूर्व दिशा में है तो आप टॉयलेटसीट इस तरह हो बैठते समय आप पश्चिम अथवा दक्षिण की ओर मुंह करके बैठ सकें. ऐसा करने से नेगेटिव एनर्जी दूर होगी औरपॉज़िटिविटी बढ़ेगी.
- पानी पीते समय अपना मुंह उत्तर-पूर्व की ओर रखें.
- खाना खाते वक्त भोजन की थाली पूर्व-दक्षिण दिशा की ओर रखें और पूर्वाभिमुख होकर भोजन करें.
- घर में झाड़ू के ऊपर कोई सामान न रखें और न ही उसे पैर से ठोकर मारें.
- बाथरूम में साबूत नमक या फिटकरी से भरा एक पात्र रखें. हर महीने इसके नमक को बदलते रहें. हवा में मौजूद नमी के साथ- साथ यह नमक आसपास की नकारात्मक ऊर्जाओं को भी अपने अंदर समाहित कर लेता है और घर को पॉज़िटिव रखता है.
- घर में डरानेवाले चित्र या युद्ध दर्शानेवाली पेंटिंग्स न लगाएं.
फ़ेंगशुई टिप्स
- फ़ेंगशुई के अनुसार लाफिंग बुद्धा बहुत शुभ माना जाता है, उसे ड्रॉइंगरूम में सामने की ओर इस तरह रखें कि घर में प्रवेश करते हीसबसे पहले उस पर ही नज़र पड़े.
- ड्रॉइंगरूम के दरवाज़े के कोने पर दाईं तरफ़ विंड चाइम्स लटकाना लाभदायक होता है. अगर ये 6 छड़वाली हो तो और भी बेहतर.
- तीन पुराने चाइनीज़ सिक्कों को लाल रंग के धागे या रिबन में बांधकर दरवाज़े के हैंडल में अंदर की ओर लटका दें.
- फेंगशुई के अनुसार घर में फिश एक्वेरियम रखने से सुख-समृद्धि आती है. घर में एक छोटे से फिश टैंक में गोल्ड फिश रखनालकी होता है.
- इसी तरह तीन टांगोंवाले मेंढ़क को भी फेंगशुई में सुख-समृद्धि का प्रतीक माना गया है.
- अपनी आमदनी को बढ़ाने और दरिद्रता को दूर करने के लिए तीन रंगोंवाले फेंगशुई मेंढ़क, जिसके मुंह में सिक्के लगे हों, उसकोघर में इस डायरेक्शन में रखें कि मेंढ़क की दृष्टि घर की ओर हो.
- घर में ख़ुशहाली के लिए धातु का बना फेंगशुई कछुआ पानी से भरे एक कटोरे में उत्तर दिशा में रखें.
- घर के मेन डोर के हैंडल में सिक्के लटकाना घर में धन-संपत्ति और सौभाग्य लाने का बेहतरीन उपाय है. ये सिक्के दरवाज़े केअंदर की ओर लटकाएं, बाहर की ओर नहीं. सिक्के धन आगमन के प्रतीक हैं, लेकिन पिछले दरवाज़े पर सिक्का न लटकाएं, क्योंकि पिछला दरवाज़ा इस बात का सूचक है कि इस मार्ग से होकर कुछ न कुछ बाहर जाता है.
- घर में सुख-शांति व समृद्धि के लिए क्रिस्टल ट्री का उपयोग करें.
- घर की पूर्व दिशा में डबल ड्रैगन को रखें. फ़ेंगशुई में ड्रैगन का बहुत महत्व है. लेकिन इसे रखना सबसे ज़्यादा लाभदायक है. दोड्रैगन का जोड़ा समृद्धि का प्रतीक है.
- इसी तरह चीनी बैंबू ट्री का इस्तेमाल करें. बैंबू तरी घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और नेगेटिव एनर्जी कम करता है.
- उत्तर-पूर्व क्षेत्र में एक्केरियम रखना शुभ रहता है, क्योंकि यह धन संपदा व समृद्धि का क्षेत्र है और यह जल तत्व का भी प्रतीक है. अगर आप एक्वेरियम रखते हैं तो इसमें आठ फिश गोल्डन और एक ब्लैक कलर की फ़िश रखें.
- अगर कोई गोल्डन फिश मर जाए, तो यह अपशगुन नहीं माना जाता बल्कि कहते हैं कि घर पर आई कोई मुसीबत वह अपने साथले गई.
- इनडोर प्लांट्स घर में ख़ुशियां लाते हैं, इसलिए घर के खाली हिस्सों में ग्रीन प्लांट्स पौधे लगाएं.
- चढ़नेवाली बेलें लगाएं. कोशिश करें कांटेदार पेड़-पौधे न लगाएं.
- राउंड डाइनिंग टेबल फेंगशुई में शुभ मानी जाती है,
- इसी तरह टेबल के साथ लगी कुर्सियों की संख्या भी महत्व रखती है, यह सम होनी चाहिए.
- घर के मुख्य दरवाज़े के बाहरवाले हैंडल में आप एक छोटी-सी घंटी भी लटका सकते हैं. ये पॉज़िटिविटी लाती है.
- घर के दक्षिण-पूर्व कोने को धन व समृद्धि का कोना माना जाता है, इसलिए यहां चौड़े पत्तियोंवाले पौधे लगाएं.
- चीकू शर्मा
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