एसिडिटी
- जब भी एसिडिटी का अटैक हो, तो सबसे बेहतर उपाय है एक पका केला खा लें. केला थोड़ा ज़्यादा पका होगा, तो असर अच्छा होगा. केले में मौजूद पोटैशियम के कारण इसमें पीएच अधिक होता है, जो एसिडिटी को ख़त्म करता है. - तुलसी के कुछ पत्ते चबा लें. तुलसी पेट में पेप्टिक एसिड के प्रभाव को कम करके एसिडिटी को कम करती है. यह पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाती है. - ठंडा दूध पीने से भी एसिडिटी कम होती है. इसमें मौजूद कैल्शियम एसिडिटी को कम करता है. ठंडा होने के कारण यह जलन को कम करता है. ध्यान रहे कि इसमें शक्कर न मिला हो. अगर अधिक एसिडिटी है, तो इसमें 1 चम्मच देशी घी मिलाकर लें. - सौंफ न स़िर्फ पाचक होती है, बल्कि ठंडक देकर एसिडिटी और कब्ज़ को भी दूर करती है. इसके अलावा यह मुंह के छालों में भी लाभदायक है. - एसिडिटी होने पर जीरा चबा-चबाकर खाएं या फिर उसे पानी में उबालें और ठंडा होने पर यह पानी पीएं. - लौंग भी बहुत फ़ायदेमंद है. जब भी एसिडिटी हो, तो एक लौंग को चबाकर उसका तेल मुंह में ही कुछ देर रखें. इससे एसिडिटी भी दूर होती है, सलाइवा बढ़ता है, जिससे पाचन क्रिया भी बेहतर होती है. - इलायची के बारे में वर्षों से आयुर्वेद में यह माना जाता रहा है कि इसमें तीनों दोषों- वात, पित्त और कफ़ को संतुलित करने के गुण हैं. एसिडिटी होने पर दो इलायची चबाकर खाएं (छिलके के साथ भी खा सकते हैं) या फिर फ़ौरन राहत के लिए इलायची के दानों का पाउडर पानी में मिलाकर उबालें और इस पानी (काढ़ा) को ठंडा होने पर पीएं. - पुदीने के पत्तों को काटकर पानी में उबालें और ठंडा करके इस पानी को पीएं. यह एसिडिटी के कारण होनेवाले दर्द व जलन को भी कम करता है. - अदरक न स़िर्फ पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, बल्कि पेट को एसिड के प्रभाव से भी बचाता है. अदरक के टुकड़े को चबाने से एसिडिटी से राहत मिलती है. अगर आपके लिए उसे चबाना संभव नहीं, तो उसे पानी के साथ उबालकर पीएं या फिर क्रश करके गुड़ के साथ चूसें. - आंवला कफ़ और पित्त से राहत देता है. एसिडिटी को दूर रखने का सबसे अच्छा उपाय है कि रोज़ाना 1 टीस्पून आंवला पाउडर लें.गैस
- दालचीनी गैस में बेहद फ़ायदेमंद है. आधा चम्मच दालचीनी पाउडर गर्म दूध में मिलाकर पीएं. - दालचीनी की चाय भी बनाकर पी सकते हैं. दालचीनी पाउडर को 1 कप पानी में थोड़ी देर उबालें और इसे चाय की तरह पीएं. - 1 ग्लास गर्म पानी में 2 टीस्पून एप्पल साइडर विनेगर (यदि यह उपलब्ध न हो, तो साधारण विनेगर का इस्तेमाल करें)मिलाएं. ठंडा होने पर इसे पीएं. - सोंठ, सौंफ और इलायची दानों को समान मात्रा में लेकर पीस लें. एक कप पानी में इस पाउडर की 1 टीस्पून मात्रा और चुटकीभर हींग मिलाकर दिन में एक या दो बार पीएं. - अदरक के रस में चुटकीभर हींग मिलाकर पीने से भी राहत मिलती है. आप चाहें, तो एक दिन सोंठ, सौंफ और इलायची वाला उपाय और एक दिन यह उपाय करें. - अदरक की चाय दिन में दो-तीन बार पीएं. अदकर को पीसकर या सोंठ पाउडर को पानी में मिलाकर उबालें और चाय की तरह पीएं. - छाछ पीएं. ख़ासतौर से अजवायन और काला नमक मिलाकर पीने से गैस से काफ़ी राहत मिलती है. 1 कप छाछ में 1 चम्मच अजवायन और थोड़ा-सा काला नमक मिलाकर पीएं. - बेकिंग सोडा और नींबू का रस भी गैस से निजात दिलाता है. नींबू के रस में थोड़ा-सा बेकिंग सोडा मिलाएं. इससे झाग उठेगा. अब फिर से थोड़ा-सा बेकिंग सोडा डालें और एक कप पानी मिलाकर सोडा के घुलने तक चलाएं. इसे धीरे-धीरे पीएं. - लहसुन का सूप बनाकर पीएं. लहसुन को कूटकर पानी में उबालें. इसमें कालीमिर्च पाउडर और जीरा मिलाएं. इसे छानकर ठंडा करके दिन में दो-तीन बार पीएं. - हींग का लेप करने से पेट का भारीपन और गैस दूर होती है. हींग में थोड़ा-सा पानी मिलाकर पेस्ट तैयार करें. पेट पर लेप करें और सूखने दें. - चुटकीभर हींग को गर्म पानी में मिलाकर दिन में दो-तीन बार पीने से भी बहुत फ़ायदा होता है. - हींग को पके केले के साथ खाने से भी गैस से फ़ौरन राहत मिलती है. - दाल, चावल या सब्ज़ी बनाने से पहले उसमें इलायची पाउडर को भूनकर मिला दें. इससे गैस नहीं बनेगी.पेटदर्द
- कैमोमॉइल टी पीने से पेटदर्द दूर होता है. यह पेट की मसल्स को रिलैक्स करके दर्द से राहत देता है. कैमोमॉइल टी बैग यूज़ करें या फिर एक कप गर्म पानी में 1-2 टीस्पून कैमोमॉइल पाउडर मिलाकर 15 मिनट तक ढंककर उबालें और यह चाय पीएं. - गर्म पानी से सिंकाई करें. इससे दर्द में काफ़ी राहत मिलती है. - चावल का पानी (मांड) काफ़ी समय से पेटदर्द के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है. आधा कप चावल में 2 कप पानी मिलाकर उसे धीमी आंच पर पकाएं. चावल जब नर्म होने लगे, तो इसका पानी अलग निकालकर गर्म-गर्म पीएं. - पुदीने के पत्तों को चबाकर खाने से राहत मिलती है. चाहें, तो इसे पानी में उबालकर गुनगुना पीएं. - गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर पीने से भी दर्द में आराम मिलता है. - 1-2 कप पानी को उबालें. उसमें अदरक को कद्दूकस करके डालें और 3 मिनट तक उबालें. आंच धीमी करें और 2 मिनट तक पकने दें. उतारने के बाद छान लें. इसमें स्वादानुसार शहद मिलाकर पीएं. - 1-2 टीस्पून सौंफ को चबा-चबाकर खाएं. गर्भवती स्त्रियां इस नुस्ख़े को न आज़माएं.बदहज़मी
- जैसे ही आपको बदहज़मी महसूस हो, फ़ौरन एक सेब खा लें. छिलके के साथ खाने पर अधिक फ़ायदा होगा, क्योंकि वो फाइबर से भरपूर होता है. - संतरा भी बहुत फ़ायदेमंद है. संतरे में कई तरह के नेचुरल एसिड्स होते हैं, जो राहत देते हैं. - खाना खाने से पहले अगर संतरे का रस पी लें, तो पाचन क्रिया अच्छी होती है और यदि आप हैवी मील्स लेने की चाह रख रहे हों, तो अपच से बचने के लिए संतरे का जूस ज़रूर पीएं. - इसी तरह पाइनेप्पल व उसका रस भी बदहज़मी से बचाता है. - 1 टीस्पून दालचीनी पाउडर को 1 कप पानी में उबालकर गुनगुना पीने से बदहज़मी व इससे होनेवाले पेटदर्द से राहत मिलती है.कब्ज़
- 1 टेबलस्पून ऑलिव ऑयल सुबह खाली पेट लें, चाहें तो इसमें 1 टीस्पून नींबू का रस भी मिला सकते हैं. यह बहुत ही अच्छा उपाय है. अगर खाली पेट लेना भूल जाएं, तो खाना खाने के बाद जब आपको दोबारा भूख महसूस हो, तब लें. - 1 नींबू का रस 1 कप गर्म पानी में मिलाकर पीएं. - 1 टीस्पून गुड़, ख़ासतौर से काला गुड़ कब्ज़ में फ़ायदेमंद है. चाहें तो इसे पानी या चाय में मिलाकर भी ले सकते हैं. बाद में इसकी मात्रा 2 टेबलस्पून तक कर सकते हैं. रात में खाना खाने के बाद गुड़ के सेवन से सुबह कब्ज़ नहीं होती. - संतुलित मात्रा में पीने से कॉफी भी कब्ज़ से राहत देती है. दिन में 1-2 कप कॉफी पाचन क्रिया को बढ़ाती है. लेकिन अधिक पीने से डिहाइड्रेशन होकर कब्ज़ होने का ख़तरा भी रहता है. - हल्की एक्सरसाइज़ और वॉक ज़रूरी है. इससे अंदरूनी अंगों में क्रियाशीलता व गतिशीलता आती है और कब्ज़ की समस्या भी नहीं होती. - पानी ख़ूब पीएं और फाइबरयुक्त आहार लें, जिसमें ताज़ा सब्ज़ियां व फल भी शामिल हों. - 1 ग्लास संतरे का जूस पल्प के साथ लें. इसमें 1 टेबलस्पून फ्लैक्स सीड ऑयल मिलाकर पीएं. 5 घंटे बाद आपका पेट साफ़ हो जाएगा. - 2 टेबलस्पून एलोवीरा जेल को फ्रूट जूस में मिलाकर सुबह-सुबह लें या फिर 1 कप एलोवीरा जूस पीएं. - दिन में 1-3 कप दही ज़रूर खाएं. 1 कप नाश्ते में लें और बाकी खाने के साथ. दही के हेल्दी बैक्टीरिया पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और कब्ज़ से बचाते हैं. - गर्म पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर पीने से भी पेट साफ़ होता है. - रिफाइन्ड फूड से बचें. - पपीता खाने से कब्ज़ दूर होती है. - तिल का सेवन करें. चाहें तो सलाद में मिलाकर भी उसे ले सकते हैं. पर ध्यान रहे कि इसका सेवन संतुलित मात्रा में ही करें. तिल को खाने के बाद पानी ख़ूब पीएं. - ब्रह्मानंद
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