बचपन में वह जब चाहे तब लहंगा पहन-पहनकर आईने के सामने खड़ी होकर 'ये गुटेदार लहंगा, निकलूं जब डाल के…' जैसे फिल्मी गाने गाती हुई घंटों मटकती रहती. तब दुबे जी अपनी लाड़ली को इस तरह मटकता देखकर ख़ुश होते थे, पर उन्हें क्या पता था कि आगे चलकर उनकी राजकुमारी की यही मटकन एक दिन उनके गले की अटकन में बदल जाएगी.
लहंगा-चुनरी, साड़ी, दुपट्टा हमारे देश में हमेशा से इतने हिट रहे हैं कि इन पर कितने भी कमज़ोर गाने क्यों न बन जाए सब सुपर-डुपर हिट हो जाते हैं. और इन सबमें लहंगे का तो कहना ही क्या! जहां लहंगा आए वहां बात बन जाए, फिर चाहे लहंगों में सजी भारतीय दुल्हनें हों या गाने हों.
आजकल शादियों का सीज़न है और बात लहंगे की चल ही रही है तो आपको दुबे जी की बेटी के शादी का लहंगे वाला मज़ेदार क़िस्सा बताती हूं. हुआ यूं कि दुबे जी की लाड़ली बेटी रिंकी बचपन से ही लहंगों की बड़ी शौकीन थी. रिंकी के पास बचपन से ही तरह-तरह के लहंगे थे. बचपन में वह जब चाहे तब लहंगा पहन-पहनकर आईने के सामने खड़ी होकर 'ये गुटेदार लहंगा, निकलूं जब डाल के…' जैसे फिल्मी गाने गाती हुई घंटों मटकती रहती. तब दुबे जी अपनी लाड़ली को इस तरह मटकता देखकर ख़ुश होते थे, पर उन्हें क्या पता था कि आगे चलकर उनकी राजकुमारी की यही मटकन एक दिन उनके गले की अटकन में बदल जाएगी. रिंकी ज्यों-ज्यों बड़ी हुई उसके साथ उसका लहंगा प्रेम भी बड़ा होता गया.
जब रिंकी विवाह योग्य हुई तो हुआ यूं कि दुबे जी ने अपनी लाड़ली रिंकी के लिए बड़ी दौड़-भाग करके एक बढ़िया सा खाऊ-कमाऊ लड़का ढूंढ़ लिया. अब रिंकी के मन मुताबिक़ रिंकी का दूल्हा खोजने के बाद रिंकी के मुताबिक़ ही उसकी भव्य शादी भी करनी थी.
वे शादी के ख़र्चों की लिस्ट बना ही रहे थे कि रिंकी ने अपनी क़ीमती मनसा प्रकट करते हुए कहा, ''पापा, मैं अपनी शादी में बिल्कुल वैसा ही लहंगा पहनना चाहती हूं जैसा आलिया ने अपनी शादी में पहना था.''
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''आलिया वाला लहंगा..!'' मुंह फाड़ते हुए वे आश्चर्य से बोले पर आगे की बात वे केवल मन ही मन बोल सके कि 'बेटी, न तुम आलिया ही हो न मैं महेश भट्ट जो तुम्हारी यह क़ीमती चाह को पूरा कर पाऊं' अब बचपन से दुबे जी रिंकी को हां ही कहते आए थे तो अब न कहने का तो कोई सवाल ही नहीं उठता था.
फिर क्या शादी के तमाम कामों के बीच शुरू हुआ मिशन 'आलिया वाले लहंगे का'. वे अपनी राजकुमारी के लहंगे के लिए शहर की दुकान-दुकान भटके, ऑनलाइन भी चेक किया, पर लहंगे की क़ीमत देखकर वे चकरा गए. हैरान-परेशान दुबे जी अपनी पत्नी उषा जी से बोले, ''अगर अपनी रिंकी आलिया वाले लहंगे की जगह कोई और लहंगा पहन ले तो?'' तभी आंखे तरेरती हुई उषा जी बोलीं, ''कैसे पहन ले? अब बचपन से अपनी शहज़ादी की हर ज़िद तो आपने ही पूरी की है तो फिर यह ज़िद कैसे रह सकती है भला! मैं तो शुरू से कहती थी कि बच्चों की ख़्वाहिशें इतनी पूरी न करो, अब भुगतो.''
दुबे जी अपनी पत्नी सहित दुकान में बैठे गहरी सोच में डूबे हुए थे. उनके सामने आलिया लहंगा फैला था, जिसे वे एकटक देखे ही जा रहे थे, ''रहने दो! इतना महंगा लहंगा हम न ख़रीद पाएंगें. चलो रिंकी को घर चलकर समझा देंगें.''
उषा जी ने दुबे जी को समझाया पर दुबे जी को अपनी शहज़ादी की करोड़ों की स्माइल के सामने ये सवा लाख रुपए का लहंगा ज़्यादा न लगा.
''पैक कर दो इसे.'' दुबे जी ने दुकानदार को फाइनल निर्णय सुना दिया.
तभी आश्चर्य से दुबे जी की ओर देखती हुई उषा जी बोलीं, "पैक कर दो मतलब, रिंकी के पापा! अभी बाकी के ख़र्च भी हैं और इतना ख़र्च करके अपना बुढ़ापा उधारी में निकालोगे क्या?''
''अरे, रिंकी की मम्मी, रिंकी कौन सा रोज़-रोज़ दुल्हन बनेगी. और बुढापे का क्या है कट जाएगा. तुम! चिंता न करो.'' दुबे जी ने अपनी पत्नी को झूठा धीरज बंधा दिया.
अब आलिया वाला लहंगा पैक हो चुका था. सवा लाख का लहंगा दुबे जी खुले बाज़ार में ऐसे ही तो ले न जाते इसीलिए लहंगा दुकानदार द्वारा बड़ी सावधानी से घर तक पहुंचया गया. पर जब शाम तक लहंगा घर न पहुंचा तो दुबे जी मारे चिंता के परेशान हो गए. लेकिन ईश्वर की कृपा से देर-सवेर लहंगा घर आ ही गया.
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''वाओ! मेरा आलिया वाला ड्रीम लहंगा आ गया.'' रिंकी ने आईने के सामने उस लहंगे को पहनकर मटकते हुए कहा।.
तो दुबे जी उसकी करोड़ो की मुस्कान के आगे अपने सवा लाख का दर्द भूल गए.
कुछ देर बाद दुबे जी घर के आंगन में बैठे अपनी पत्नी के साथ हिसाब-किताब करते हुए सोच रहे थे कि बेटी की शादी के बाद कब तक वे इन ख़र्चों का बोझ ढोएंगे. और अंदर कमरे में रिंकी आलिया वाला लहंगा पहनकर ख़ुद पर इतराती हुई सोच रही थी कि वह अपनी शादी वाले दिन बिल्कुल आलिया जैसी ही ख़ूबसूरत लगेगी. तभी उसका छोटा भाई रिंकी का लहंगा देखते हुए बोला, ''पापा, मैं भी अपनी शादी में रणवीर सिंह वाली शेरवानी पहनूंगा.'' यह सुनकर उषा जी ने अपने माथे पर हाथ दे मारा और दुबे जी चक्कर खाकर गिर पड़े. और अंदर रिंकी टीवी पर ब्रेकिंग न्यूज़ 'हाय रे मेरा घाघरा…' गाती हुई मटकती रही.'
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Photo Courtesy: Freepik
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