पॉपुलर एक्टर और बिग बॉस 13 के विनर सिद्धार्थ शुक्ला के निधन को 15 दिन से ज़्यादा गुज़र चुके हैं, लेकिन उनके फैंस अब भी यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि उनका सिड अब इस दुनिया में नहीं है. वो सिद्धार्थ को बहुत ज़्यादा मिस कर रहे हैं और उनके फोटोज़ और वीडियोज़ शेयर करके लगातार उन्हें याद कर रहे हैं. सिद्धार्थ के निधन के बाद से उनकी करीबी दोस्त और पॉपुलर एक्ट्रेस शहनाज गिल गहरे सदमे में हैं. इस मुश्किल समय में अपनी बेटी को सपोर्ट करने के लिए शहनाज के पिता ने हाल ही में शहनाज के नाम का टैटू अपने हाथ पर बनवाया था और अब सिद्धार्थ की याद में शहनाज़ के भाई ने भी अपने हाथ पर सिद्धार्थ का टैटू बनवाया है, जिस पर सिडनाज़ के फैंस जमकर प्यार लुटा रहे हैं.
शहनाज के भाई शहबाज सिद्धार्थ के साथ एक खास बॉन्डिंग शेयर करते थे और सिद्धार्थ की डेथ के बाद से शहबाज भी काफी टूट गए हैं. और अब उन्होंने अपने प्यारे दोस्त सिद्धार्थ का टैटू बनवाकर खास अंदाज में ट्रिब्यूट दिया है. शहबाज ने अपने हाथ पर सिद्धार्थ के चेहरे का टैटू बनवाया है और सिद्धार्थ के फ़ोटो के नीचे शहनाज़ का नाम भी लिखवाया है. शहबाज ने सिद्धार्थ के टैटू वाली फ़ोटो इंस्टाग्राम पर शेयर की है और साथ ही अपने दोस्त के लिए प्यारा से मैसेज भी लिखा है. सिद्धार्थ का टैटू फ्लॉन्ट करते हुए शाहबाज ने लिखा, 'तुम जितने रियल थे, तुम्हारी यादें भी उतनी ही रियल होंगी. तुम मेरे अंदर हमेशा जिंदा रहोगे. तुम हमारी यादों में हमेशा जिंदा रहोगे.'
टैटू देख सिडनाज़ के फैंस फिर से इमोशनल हो रहे हैं और शहबाज संग सिद्धार्थ की बॉन्डिंग की भी तारीफ कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, 'सिद्धार्थ ने शहबाज को कितना प्रेरित किया होगा कि उनके जाने के बाद भी बाज ने अपने हाथों पर सिद्धार्थ का चेहरा बना लिया. ये सच्चा प्यार है.' वहीं दूसरे यूज़र्स एक बार फिर सिद्धार्थ को याद कर इमोशनल हो रहे हैं. एक और यूजर ने लिखा कि, 'हम चाहे मजबूत रहने की कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन बार बार हम टूट जा रहे हैं.'
बता दें कि शहबाज भी 'बिग बॉस 13' का हिस्सा बने थे और यहीं पर उनकी सिद्धार्थ से दोस्ती हुई थी. शहबाज हमेशा सिद्धार्थ को अपने बड़े भाई की तरह मानते थे और शहनाज संग उनकी दोस्ती की भी शहबाज काफी इज़्ज़त करते थे. इतना ही नहीं वो सिद्धार्थ की बहुत अच्छी मिमिक्री भी करते थे, जो फैंस को काफी पसंद आती थी. सिद्धार्थ के निधन की खबर सुनते ही वो मुम्बई के लिए रवाना हो गए थे और तब से लगातार शहनाज़ और सिद्धार्थ की मां को हिम्मत बंधा रहे हैं.