बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान (Saif Ali Khan) ने हाल ही में दिए अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा चाकू से हमला किए जाने की घटना के बारे में खुलकर बात की. बातचीत के दौरान सैफ ने बताया कि हमले में खून से लथपथ होने के बाद उनके बड़े बेटे तैमूर अली खान (Taimur Ali khan) ने उनसे पूछा था कि क्या वो मरने वाले हैं?

16 जनवरी की रात को बॉलीवुड के पावर कपल सैफ अली खान और करीना कपूर खान के बांद्रा स्थित अपार्टमेंट पर एक अज्ञात व्यक्ति ने चाकू से हमला कर दिया था. इस घटना के दौरान अज्ञात व्यक्ति ने सैफ अली खान पर 6 बार चाकू से वार किए.

आनन फानन में सैफ अली को मुंबई के लीलावती अस्पताल में अस्पताल में भर्ती कराया गया. 1 सप्ताह तक इलाज कराने के बाद एक्टर को अस्पताल से छुट्टी मिल गई. और अब वे अपने काम पर भी लौट गए है.
और अब सैफ अली ने बॉम्बे टाइम्स को दिए अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में हमले के बाद सैफ को देखकर उनके बड़े बेटे तैमूर अली खान और पत्नी करीना कपूर खान का क्या रिएक्शन था, इस बात का खुलासा किया है.

सैफ अली ने उस रात की डराने वाली घटना को याद करते हुए भी बताया- अज्ञात व्यक्ति द्वारा हमले के बाद शरीर से खून निकला रहा था। उनका कुर्ता खून से सन गया था. मुझे कुछ दर्द महसूस हो रहा है. मुझे लगा कि मेरी पीठ में कुछ गड़बड़ है. करीना ने कहा कि तुम अस्पताल जाओ और मैं अपनी बहन के घर जाऊंगी.

करीना बार बार अपनी बहन करिश्मा को फोन कर रही थी, लेकिन किसी ने नहीं उठाया. हम एक-दूसरे को देख रहे थे. मैंने कहा - मैं ठीक हूं. मैं अभी मरने वाला नहीं हूं, तभी तुरंत तैमूर ने भी मुझसे पूछा- 'क्या आप मरने वाले हो?. मैंने कहा- नहीं.

उनका 8 वर्षीय बेटा तैमूर उनके साथ अस्पताल क्यों गया था. इस सवाल के जवाब देते हुए सैफ ने कहा - उस समय तैमूर एकदम शांत था. ठीक था. तभी उसने कहा कि मैं आपके साथ आ रहा हूं. और भी मैंने सोचा कि अगर कुछ हो गया तो.. उस वक्त उसे देखने से ही मुझे राहत महसूस हो रहा था. और मैं भी अकेले नहीं जाना चाहता था.

उनका 8 वर्षीय बेटा तैमूर उनके साथ अस्पताल क्यों गया था. इस सवाल के जवाब देते हुए सैफ ने कहा - उस समय तैमूर एकदम शांत था. ठीक था. तभी उसने कहा कि मैं आपके साथ आ रहा हूं. और भी मैंने सोचा कि अगर कुछ हो गया तो..
सैफ ने आगे बताया- मेरी पत्नी ने भी तैमूर को मेरे साथ भेजा. उस समय यह करना सही काम था. मुझे भी करीना की ये बात ठीक लगी. और मैंने भी ये सोचा कि अगर भगवान न करे, कुछ हुआ, तो मैं चाहूंगा कि वह वहां रहे. और वह भी वहां रहना चाहता था. इसलिए हम तीनों यानी तैमूर, मैं और हरि - रिक्शा में अस्पताल गए.