बेवफ़ाई के बाद कैसे सुधारें रिश्ते को? (Repair Your Relationship After Being Cheated On)
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यदि हमसफ़र जीवन के सफ़र में कभी बेवफ़ाई कर जाए, तब क्या करें? दरअसल, रिश्ते (Relationships) मुक़म्मल जीवन जीने का आधार होते हैं और प्यार व विश्वास ही इन्हें मज़बूत व टिकाऊ बनाते हैं. लेकिन साथी की बेवफ़ाई से ज़िंदगी रुक तो नहीं जाती! समझदारी इसी में है कि सकारात्मक नज़रिए के साथ बिगड़े रिश्ते को सुधारने की कोशिश की जाए.जो दिल के थे बेहद क़रीब, आज अजनबी-से लगते हैं... थी साथ की जिनसे उम्मीद, बीच राह वे मुड़कर चले गए... अक्सर रिश्ते में धोखा खाने व विश्वासघात होने पर पीड़ित व्यक्ति बिखर जाता है, टूट जाता है. जीवनसाथी की बेवफ़ाई के बाद किस तरह अपने रिश्ते को रिवाइव करें और सुधारें, इन्हीं बातों को जानने की कोशिश करते हैं.
- सबसे पहले स्वयं का आत्मविश्लेषण करें कि आख़िर ग़लती किससे और कहां हुई?
- कोई यूं ही भटक नहीं जाता. पर्याप्त अटेंशन व केयर न मिलने पर अक्सर पार्टनर उसकी कमी दूसरों की नज़रों में ख़ास बनकर पूरी करने की कोशिश करने लगते हैं. यदि ऐसा हुआ हो, तो उन ग़लतियों से सबक लें और आगे बढ़ें.
- यदि आपको लगता है कि जाने-अनजाने में आपने अपने पार्टनर की अनदेखी की है, तो इसे नए सिरे से दुरुस्त करने की कोशिश करें.
- यदि आप अब भी किसी परस्त्री या परपुरुष से जुड़े हैं, तो पहले स्वयं को उससे आज़ाद करें, क्योंकि किसी तीसरे के रहते आप अपने जीवनसाथी से सहज व सच्चाई के साथ दोबारा नहीं जुड़ सकते और न ही अपने दांपत्य जीवन को मज़बूती प्रदान कर सकते हैंे.
- माफ़ी मांगने से न चूकें. कहते हैं, पछतावे के साथ दिल से मांगी हुई माफ़ी पत्थर दिल को भी पिघला देती है. इसलिए जिस पार्टनर ने बेवफ़ाई की है, उसे सच्चाई और पूरी ईमानदारी के साथ अपनी ग़लती को समझते व महसूस करते हुए अपने पार्टनर से माफ़ी मांगनी चाहिए.
- बीती ताहि बिसार दे, आगे की सुधि ले... को अपनाकर हमेशा आगे बढ़ने की कोशिश करते रहना ही जीवन का मूलमंत्र है. माफ़ी के इंतज़ार के बिना अपने रिश्ते को सुधारने की पहल करें.
- पति-पत्नी दोनों को ही अपने टूटते रिश्तों को जोड़ने व जीवनसाथी को दिए गए दर्द-ज़ख़्म से उबरने में उनकी मदद करनी चाहिए.
- ऐसे में प्यार से बढ़कर कोई दवा नहीं. आपका धैर्य और प्यार रिश्तों को सुधारने और ख़ुशगवार बनाने में मदद करेगा.
- कई बार दिल में कोई नाराज़गी, बात या गांठ-सी रह जाती है, जिसे आपसी बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है. इसलिए पार्टनर्स हर पहलू पर एक-दूसरे से खुलकर बात करें.
- रिश्तों में विश्वास बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीक़ा है कि जो बात आपको परेशान कर रही है, उसे छुपाएं नहीं, कह डालें.
- एक-दूसरे के साथ अधिक से अधिक व़क्त बिताएं. इसमें हंसी-मज़ाक और रूठने-मनाने, हल्की-फुल्की खट्टी-मीठी तक़रार को भी शामिल करें. इससे एक-दूसरे के साथ की आदत-सी बनती जाएगी. साथ ही आपसी समझदारी भी बढ़ेगी.
- हाल ही में हुए एक सर्वे के मुताबिक़ पति-पत्नी के बीच बेवफ़ाई व धोखे का प्रतिशत दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है और इसकी सबसे बड़ी वजह आपसी संवादहीनता और एक-दूसरे को अधिक व़क्त न दे पाना माना गया है.
- बीता हुआ कल वापस नहीं आ सकता, पर आनेवाले कल को ख़ुशहाल तो बनाया ही जा सकता है. इसमें क्षमा करने के साथ प्यार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ध्यान रहे, बेवफ़ाई के बाद घायल हुए रिश्तों को हेल्दी व मज़बूत बनाने के लिए प्यार की नींव रखना बहुत ज़रूरी है.
- मनोवैज्ञानिक कल्याणीजी के अनुसार रिश्ते हमें जीना सिखाते हैं, क्योंकि हमारे वर्तमान और भविष्य का ढांचा रिश्तों की बुनियाद पर ही खड़ा रह सकता है. आप कैसे हैं और कैसे बनेंगे- यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपमें रिश्ते निभाने का कितना जज़्बा है.
- उन कारणों का पता लगाने की कोशिश करें, जिसने पार्टनर को बेवफ़ाई करने के लिए मजबूर या फिर प्रेरित किया. कारणों का पता लगने पर उन्हें सुधारने की कोशिश की ही जा सकती है.
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- खोए हुए विश्वास को दोबारा हासिल करने के लिए जीवनसाथी के प्रति पूर्ण समर्पण की भावना रखें. इससे जहां साथी का दर्द-तनाव दूर होगा, वहीं आपके रिश्तों को दोबारा प्यार की पटरी पर लाने में सहायक होगा.
- पुरानी ग़लतियों से सबक लें और उन्हें दोहराने की ग़लती न करें.
- यदि ग़लतियों को सुधारने का मौक़ा दिया जाए, तो वही शख़्स आनेवाले कल में आपका सबसे बड़ा वफ़ादार साथी बनता है. इसलिए संकीर्ण विचार न रखते हुए खुले दिल से जीवनसाथी की ग़लती को भुलाकर उसे सुधरने का मौक़ा दें.
- कहते हैं, हर हादसा/घटना एक नया अनुभव दे जाती है, ठीक ऐसे ही बेवफ़ाई के बाद आपको स्वयं को और अपने पार्टनर को समझने में अधिक मदद मिलती है.
- समाजशास्त्री अशोक शुक्ला कहते हैं कि हर रिश्ता एक-दूसरे का समय मांगता है, साथ मांगता है... पति-पत्नी हर रोज़ आधा घंटा, महीने में दो दिन और साल में कम से कम एक हफ़्ते नितांत अकेले में बिताएं.
- अपनी अच्छी यादों को एक-दूसरे के साथ बांटें. कुछ रचनात्मक करने के लिए एक-दूसरे को प्रोत्साहित करें.
- एक-दूसरे की अच्छी बातों, आदतों को डेवलप करने की कोशिश करें. फिर देखिए बेवफ़ाई की बात सपना बन जाएगी और रिश्ते ताउम्र ख़ुशगवार बने रहेंगे.
- साथ गुज़ारा व़क्त आपके रिश्तों में वो एनर्जी भर देगा, जो ज़िंदगीभर मीठी यादें बनकर आपके साथ रहेंगी.
- मैरिज काउंसलर डॉ. राजीवजी के अनुसार, शादी के रिश्ते की हर सालगिरह कहती है कि उस सपने के बारे में सोचो, जो आप दोनों ने साथ मिलकर देखा हैे. उसे पूरा करना है, तो बंधन में बंधे रहना भी ज़रूरी है. इस बात के मर्म को समझने की कोशिश करें.
- एक पुरानी कहावत है कि दुनिया में सैकड़ों आदमी मिलकर कोई भी मकान बना सकते हैं, पर उसे घर बनाने के लिए एक नारी की ही ज़रूरत होती है. अतः नारी का सम्मान करें.
- ध्यान रहे, रिश्तों में रिस्पेक्ट ज़रूरी हैे, पर आपस में अहंकार न आने दें.
- यदि आप अपने साथी की भावनात्मक ज़रूरतों को सही मौ़के पर पूरा करते हैं, तो आपके रिश्तों में आकर्षण हमेशा बना रहेगा.
संतुलित सेक्स लाइफ ज़रूरी है
वैवाहिक रिश्तों को बचाए और बनाए रखने के लिए बैलेंस सेक्स लाइफ ज़रूरी है. आप अपने साथी को लेकर क्या सोचते हैं, कैसा व्यवहार करते हैं, उसके प्रति कितने ईमानदार हैं, कब उसकी मानते हैं और कब अपनी मनमर्ज़ी थोपते हैं? इन सबका सीधा असर रिश्तों पर पड़ता है. आंकड़े बताते हैं कि 10 में से 4 रिश्ते सेक्सुअल रिलेशन में कड़वाहट के कारण बिगड़ते हैं. यदि आप ऐसा नहीं चाहते, तो संयमित रहें, ईमानदार बनें और अपने जीवनसाथी के तन को कम मन को ज़्यादा तवज्जो दें.
बेवफ़ाई निश्चित रूप से दूसरे जीवनसाथी के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति होती है. लेकिन समस्या है, तो उसका समाधान भी ज़रूर होता है. माना बेवफ़ाई जैसी चोट से उबरने में व़क्त लगता है, पर ईमानदारी से की गई कोशिश जल्द ही इससे उबरने में मदद करती है. इंसान ग़लतियों का पुतला है, जीवनसाथी की इस पहली ग़लती को आख़िरी ग़लती मानकर क्षमा कर दें और एक नई शुरुआत करें.