रेनोवेशन मिस्टेक्स और उनसे बचने के ईज़ी टिप्स(Renovation Mistakes And Easy Tips To Avoid Them)
Share
5 min read
0Claps
+0
Share
अक्सर लोग घर को रेनोवेट कराते समय छोटी-छोटी ग़लतियां कर बैठते हैं, जिसका ख़ामियाज़ा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता है. हम यहां पर ऐसी ही कुछ महत्वपूर्ण ग़लतियों के बारे में बता रहे हैं, जिससे बचकर आप अपने घर को परफेक्टली रेनोवेट करा सकते हैं.
न्यूयॉर्क बेस्ड एक इंटीरियर कंपनी द्वारा हाल ही में किए गए एक सर्वे के अनुसार, लगभग 85% लोगों को घर ख़रीदने से ज़्यादा तनावपूर्ण काम घर का रेनोवेशन कराना लगता है. इस तनाव का कारण है- बजट की कमी, मटेरियल ख़रीदना और सही कॉन्ट्रैक्टर का चुनाव न करना आदि. यदि आप भी अपने घर को तनावरहित होकर रेनोवेट कराने की सोच रहे हैं, तो यहां पर बताई महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखें.
- बिना बजट प्लान किए घर के रेनोवेशन का काम शुरू करने की ग़लती कभी न करें.
- रेनोवेशन के लिए बजट बनाने से पहले आर्किटेक्चर, इंटीरियर डिज़ाइनर और कॉन्ट्रैक्टर से मिलकर बजट का आइडिया ले लें.
- बजट का लेखा-जोखा करते समय कॉन्ट्रैक्टर, प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन आदि की फीस, मटेरियल का ख़र्च आदि अनुमानित ख़र्चों की लिस्ट बनाएं.
- इस बजट के अलावा एक एमर्जेंसी रिज़र्व फंड बनाएं. उसका उपयोग तभी करें, जब आपको उसकी बहुत ज़्यादा जरूरत हो.
- मास्टर प्लान बनाए बिना घर का रेनोवेशन आरंभ करने की भूल न करें.
- मास्टर प्लान बनाते समय कॉन्ट्रैक्टर को पहले से ही अपनी रिक्वायरमेंट बता दें.
- मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू होने के बाद बार-बार बदलाव न करवाएं.
- बार-बार आर्किटेक्चरल चेंजेस (तोड़-फोड़) करने से मटेरियल का नुक़सान तो होगा ही, आपका बजट भी बिगड़ेगा. इसलिए आर्किटेक्चर या कॉन्ट्रैक्टर के साथ मिलकर पहले ही मास्टर प्लान फाइनल करें.
- रेनोवेशन का काम आरंभ करने से पहले 2-3 कॉन्ट्रैक्टर्स से मिलकर अनुमानित बजट का आइडिया ज़रूर लें.
- कॉन्ट्रैक्ट फाइनल करने से पहले सारी डिटेल्स- हार्डवेयर, केबिनेट्स, फ्लोरिंग व उनका मेहनताना आदि टर्म्स और कंडीशन्स को लिखित में लें.
- रेनोवेशन के लिए ऐसे एक्सपर्ट व प्रोफेशनल कॉन्ट्रैक्टर का चुनाव करें, जो आपको डेकोर स्टाइल, डिज़ाइन और काम पूरा होने की अनुमानित अवधि के बारे में विस्तार से बताए और वित्तीय हानि होने से भी बचाए.
- रेनोवेशन के दौरान मटेरियल की क्वालिटी के साथ समझौता करने की ग़लती न करें.
- बजट को नियंत्रित रखने के लिए केबिनेट्स के हैंडल्स, लाइटिंग, स्विच आदि एक्सेसरीज़ रिटेलर से ख़रीदने की बजाय होलसेल मार्केट से ही ख़रीदें.
- रेनोवेशन कराते समय अपनी पसंद को ध्यान में रखते हुए कलरफुल ग्लास, टाइल डिज़ाइन आदि सामान पर अधिक ख़र्च न करें.
- कॉन्ट्रैक्टर को पूरा पेमेंट करने से पहले सारे घर का रेनोवेशन, फिक्स्चर्स और फिनिशिंग को अच्छी तरह से चेक करें.
किचन रेनोवेशन मिस्टेक्स
- किचन में रेनोवेशन कराते समय सिंक, फ्रिज और गैस को एक ही दिशा में रखने की ग़लती न करें, बल्कि उन्हें ट्रायंगल शेप में रखने की व्यवस्था करें.
- किचन में लीकेज से बचने के लिए सिंक को पानी की पाइपलाइन के क़रीब और सही तरी़़के से लगवाएं.
- पाइपलाइन की फिटिंगवाली जगह को कवर करना न भूलें.
ये भी पढें: क्या कहता है घर आपके बारे में? https://www.merisaheli.com/what-your-home-tell-about-you/
चेयर सिलेक्शन ट्रिक्स https://www.merisaheli.com/home-decor-chair-selection-tricks/
- किचन अप्लायसेंस और बर्तनों के रखने के लिए जहां तक हो सके, अधिक से अधिक स्टोरेज बनाएं.
- किचन को रेनोवेट करते समय काउंटर टॉप/स्लैब पर पर्याप्त खुली जगह छोड़ें, ताकि काम करते समय किसी तरह की परेशानी न हो.
- सही वेंटिलेशन न होने के कारण किचन में काम करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं. अत: किचन को रेनोवेट कराते समय किचन चिमनी/एग्ज़ॉस्ट फैन लगाना न भूलें.
- लाइटिंग की भी उचित व सही व्यवस्था करें.
बाथरूम रेनोवेशन मिस्टेक्स
- बाथरूम में बाथरूम फैन/एग्ज़ॉस्ट फैन को नज़रअंदाज़ करने की ग़लती न करें. सही वेंटिलेशन न होने के कारण फ्लोर पर नमी जमी रहती है, जिसके कारण पेंट भी ख़राब होता है.
- तोड़-फोड़ शुरू करने से पहले बाथरूम में लीकेज चेक करना न भूलें. कई बार बजट व मटेरियल की कमी के कारण लीकेज की तरफ़ हमारा ध्यान नहीं जाता.
- टे्रंडी व ब्रांडेड बाथरूम फिटिंग्स व फिक्स्चर्स (वॉश बेसिन, शावर, टॉयलेट पॉट और टैप्स आदि) ख़रीदने के चक्कर में बजट बिगाड़ने की भूल न करें.
- रेनोवेशन कराते समय वायरिंग केसाथ-साथ पुरानी लाइट्स भी बदलें. इसके लिए एनर्जी सेविंग लाइट्स बेस्ट ऑप्शन हैं.
- बाथरूम के लिए ऐसी फ्लोरिंग का चुनाव करें, जो ड्यूरेबल और वॉटर रेज़िस्टेंट हो.
- छोटी, लेकिन अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पूरे घर का रेनोवेशन कराने के चक्कर में हम अक्सर
छोटी-छोटी चीज़ों को चेक करना भूल जाते हैं, जैसे- लाइट, नल, शावर और पानी की फिटिंग आदि. इसलिए कॉन्ट्रैक्टर के घर से निकलने से पहले पूरे घर की फिटिंग व फिक्स्चर्स ज़रूर चेक करें. तभी कॉन्ट्रैक्टर को फाइनल भुगतान करें.