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- मुझे ख़ुशी है कि बहुत कम समय में मुझे लोगों ने पसंद करने के साथ-साथ अपना ढेर सारा प्यार भी दिया.
- यह तो शुरुआत है, अभी मुझे काफ़ी कुछ करना है. अक्सर कामयाबी लोगों का दिमाग़ ख़राब कर देती है, लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं है. मैंने कभी भी कामयाबी को ख़ुद पर हावी होने नहीं दिया है.
- 'पुष्पा- द राइज़' ने तो मुझे नेशनल क्रश बना दिया था. वैसे मैं थोड़ी संकोची स्वभाव की हूं. लेकिन मैंने ऑडियंस के क्रेज़ को सहजता से स्वीकारा किया.
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बचपन से ही संघर्ष भरा जीवन रहा है. लेकिन मैंने कभी भी हिम्मत नहीं हारी. ज़िंदगी में ऐसा भी दौर रहा कि हम बैंगलुरू में सालभर में कई बार घर बदलकर किराए पर रहते थे. आर्थिक तंगी के कारण अपने पैरेंट्स से अपनी किसी इच्छा भी नहीं कह पाती थी. एक तरह से पैसों के महत्व को मैंने बचपन से ही समझ लिया था.
- मैं ख़ुद को स्टार नहीं मानती, किंतु यहां तक आने के लिए मैंने ख़ूब मेहनत की है इसमें कोई दो राय नहीं. 'पुष्पा' फिल्म की श्रीवल्ली और 'एनिमल' की गीताजंलि के क़िरदार को लोगों ने बेहद पसंद किया.
- मैं अपनी हर फिल्म को लेकर कुछ चैलेंजेस स्वयं को देती हूं. जब यह कहा गया कि मैं रो नहीं सकती, तब मैंने ‘डियर कामरेड’ फिल्म करके ख़ुद को साबित किया. लेकिन यह भी उतना ही सच है कि मैं दुखी रहना नहीं चाहती, क्योंकि मैंने हर सिचुएशन में ख़ुश रहना और मुस्कुराना सीख लिया है.
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मेरी यही ख़्वाहिश है कि सालों बाद जब मेरे अभिनय के बारे में बात की जाए, तब मेरी फिल्मों के साथ मेरे रोल्स व कैरेक्टर के नाम को भी लोग याद रख सकें. यही मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि और अवॉर्ड होगा.
‘छावा’ फिल्म में विक्की कौशल जो मराठा राजा छत्रपति संभाजी महाराज बने हैं की पत्नी महारानी येसूबाई के क़िरदार में चुनौतीभरी भूमिका थी, जिसे करना दिलचस्प रहा.
- मेरे दाहिने हाथ की कलाई में बना टैटू इररिप्लेसेबल मैंने किसी ख़ास मक़सद से नहीं बनवाया था. कॉलेज के दिनों में एक लड़के ने व्यंग्य किया था कि लड़कियां सूई से डरती हैं, वे दर्द नहीं सह सकतीं… उस समय मैं विद्रोही स्वभाव की थी, तब मैंने इररिप्लेसेबल का टैटू बनवाया. मेरा यह मानना है कि हर कोई युनिक होता है. सबमें अलग विशेषता होती ही है और दुनिया में कोई भी किसी को रिप्लेस नहीं कर सकता.
- ऊषा गुप्ता
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Photo Courtesy: Social Media
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