राम नवमी भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है और यह हिंदू पंचांग के चैत्र महीने की नवमी तिथि को पड़ती है, जो चैत्र नवरात्रि का समापन भी है. यह दिन आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है और यह बुराई पर अच्छाई की जीत तथा धर्म और सद्गुणों के प्रतीक भगवान श्रीराम के जन्म का प्रतीक है.
राम नवमी सिर्फ़ एक त्योहार नहीं, बल्कि आस्था, मर्यादा और आदर्शों का प्रतीक है. यह दिन न केवल भगवान श्रीराम के जन्म का उत्सव है, बल्कि उनके जीवन से मिलने वाली सीख को याद करने का अवसर भी है. इस पावन अवसर पर टीवी के कलाकारों ने साझा की श्रीराम से मिली जीवन की प्रेरणाएं.

'रिश्तों से बंधी गौरी' शो में जगदंबा देवी की भूमिका निभा रहीं अभिनेत्री स्वाति शाह बचपन से ही राम नवमी को विशेष महत्व देती आई हैं. उन्होंने कहा, "इस दिन व्रत रखना हमारी पारिवारिक परंपरा है और मैं आज भी इसे पूरी श्रद्धा से निभाती हूं. मंदिर जाकर दर्शन करना मेरे लिए आवश्यक है. काम की व्यस्तता के बावजूद मैं अपनी परंपराओं का पालन करने का पूरा प्रयास करती हूं. राम जी से मैंने सबसे महत्वपूर्ण बात जो सीखी है, वह है धैर्य और सहनशीलता. जीवन में कितनी भी कठिनाइयां आएं, हार नहीं माननी चाहिए. हमें अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभाना चाहिए. आज के समय में लोग अपने काम में इतने व्यस्त हैं कि माता-पिता को समय नहीं दे पाते. लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्होंने अपना जीवन हमारे लिए समर्पित किया है. राम जी की तरह हमें भी अपने माता-पिता का सम्मान और देखभाल करनी चाहिए."

रोहिताश्व गौर को एण्डटीवी के 'भाबीजी घर पर हैं' के मनमोहन तिवारी के रूप में जाना जाता है कहते है, "मैं हमेशा से भगवान राम को धर्म और कर्तव्य की मूर्ति मानता आया हूं. राम नवमी केवल एक पर्व नहीं, बल्कि एक प्रेरणा है कि हम जीवन में सच्चाई और सद्भावना के साथ आगे बढ़ें. इस वर्ष मैं अपने क्षेत्र में होने वाले राम नवमी उत्सव में भाग ले रहा हूं और परिवार के साथ राम कथा सुनने जाऊंगा. भजन-कीर्तन उत्सव में भागीदारी और अपनों के साथ समय बिताना इस दिन को और भी ख़ास बना देता है.

'रिश्तों से बंधी गौरी' शो में गौरी के क़िरदार से दर्शकों के दिलों में जगह बनाने वाली ईशा पाठक ने राम नवमी को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, "मैं ब्राह्मण परिवार से हूं, इसलिए राम नवमी हमारे घर में बड़ी श्रद्धा और नियमों के साथ मनाई जाती है. उस दिन व्रत रखती हूं और बिना पूजा किए कुछ नहीं खाती. राम जी की मर्यादा, संयम और शांति की भावना मुझे बहुत प्रेरित करती है. आज की पीढ़ी को अगर कोई असली हीरो चाहिए तो वो श्रीराम हैं. आधुनिकता की दौड़ में लोग अपने माता-पिता और संस्कारों को भूलते जा रहे हैं, लेकिन मम्मी-पापा का अनुभव हमें ग़लत राहों से बचा सकता है. मैं चाहती हूं कि हर कोई अपने घर के संस्कारों को समझे, बड़ों का सम्मान करें और संयमित जीवन जीने की कोशिश करे."

‘इश्क़ जबरिया’ शो में गुल्की का क़िरदार निभा रहीं सिद्धि शर्मा ने राम नवमी पर अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा, “मुझे आज भी याद है कि हम किस तरह भजन सुनते थे, मंदिर सजाते थे और पूरे घर में शांति और भक्ति का माहौल होता था. हालांकि इस बार मैं ‘इश्क़ जबरिया’ शो की शूटिंग में व्यस्त हूं, फिर भी इस दिन का आत्मा से जुड़ना मेरे लिए आवश्यक है. इस पर्व पर थोड़ा समय निकालकर रुकना, सोचना और प्रभु श्रीराम की याद में मन को शांत करना मेरी प्राथमिकता होती है. यह दिन हमें हमारी जड़ों से जोड़ता है. दया, आस्था और आभार के साथ आगे बढ़ने की शक्ति देता है."
'जमुनिया' शो में रतन व्यास की भूमिका निभाने वाले कलाकार रजत वर्मा ने बताया, ”राम नवमी मेरे लिए केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि एक प्रेरणा है. प्रभु श्रीराम का जीवन सत्य, धर्म और सहनशीलता का प्रतीक है. उनके आदर्श हमें सिखाते हैं कि परिस्थितियां कैसी भी हों, अपने मूल्यों से कभी समझौता न करें. एक अभिनेता के तौर पर मैं उनके आदर्शों को अपने काम में उतारने की कोशिश करता हूं, जो हैं अनुशासन, विनम्रता और संघर्षों में भी स्थिर बने रहना. मैं हर भूमिका को पूरी ईमानदारी और समर्पण से निभाना चाहता हूं, जैसे श्रीराम ने अपने जीवन में हर रिश्ते और ज़िम्मेदारी को निभाया है."

'बड़ी हवेली की छोटी ठकुराइन' शो में चमकिली का क़िरदार निभा रही अभिनेत्री इशिता गांगुली ने बताया, "बचपन से ही मेरे घर में राम नवमी बहुत श्रद्धा से मनाई जाती रही है. व्रत, पूजा और रामायण पाठ हमारे पर्व का हिस्सा होते थे. इस दिन को याद करते ही वो महक, भजन और परिवार की एकजुटता याद आ जाती है. राम जी से मैंने सीखा है कि सच्ची शक्ति वह होती है, जो विनम्रता और विवेक के साथ प्रयोग की जाए. उनके जीवन से धैर्य और विनम्रता जैसे गुणों को अपनाने की प्रेरणा मिलती है. आज भी जब मैं कठिनाइयों का सामना करती हूं, तो श्रीराम के आदर्श मुझे स्थिर और संतुलित रहने की शक्ति देते हैं."

'मैं दिल तुम धड़कन' शो में वृंदा का क़िरदार निभा रही राधिका मुत्थुकुमार ने कहा, "राम नवमी मेरे लिए आत्मचिंतन और आस्था का दिन है. यह पर्व मुझे याद दिलाता है कि सच्चे नेतृत्व का आधार होता है विनम्रता, धैर्य और न्याय के लिए खड़े होना. श्रीराम का जीवन हर व्यक्ति के लिए प्रेरणास्रोत है, चाहे वह तनाव में भी गरिमा बनाए रखने की बात हो या इच्छा से पहले कर्तव्य को चुनने की हो.

उनका चरित्र मुझे हर बार यह सिखाता है कि करुणा और धर्म का मार्ग ही सच्चा मार्ग है. बचपन की वो राम नवमी की भक्ति भरी रातें, भजन और मंदिरों की रौनक आज भी मेरे दिल के बहुत क़रीब हैं."

गीतांजलि मिश्रा जो एण्डटीवी के 'हप्पू की उलटन पलटन' में राजेश का क़िरदार निभा रही हैं साझा करती हैं, "मैंने नवरात्रि के पूरे नौ दिन का व्रत रखा और इस दौरान ध्यान पूजा और रामायण पाठ में समय बिताया. राम नवमी के दिन मैं घर पर विशेष पूजन करती हूं. रामचरितमानस का पाठ करती हूं और भगवान श्रीराम को भोग अर्पित करती हूं. इस समय की दिव्यता और ऊर्जा बेहद शांत और सकारात्मक होती है. यह अवसर होता है प्रभु श्रीराम के सत्य साहस और करुणा जैसे मूल्यों को आत्मसात करने का जो आज के समय में और भी प्रासंगिक हैं."
राम नवमी केवल उत्सव नहीं है बल्कि हमेशा हमें सत्य, धैर्य और करुणा के मार्ग पर चलकर जीवन को सार्थक बनाने की सीख देता है. चाहे व्रत रखकर हो, प्रार्थना में लीन होकर हो या श्रीराम के आदर्शों पर चिंतन करके हों, यह दिन हर दिल में नई रोशनी जगाता है.
