बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज अभिनेत्री परवीन बाबी की प्रेम कहानी काफी दुखभरी रही थी. उनकी जिंदगी में आए तो कई लेकिन किसी के साथ उनकी प्रेम कहानी सफल नहीं रही. यहां तक कि उनकी तन्हा मौत ने भी उनके सभी चाहनेवालों को अंदर तक झकझोड़ कर रख दिया था. आइए जानते हैं परवीन बाबी की जिंदगी के कुछ दर्द भरे लम्हों को.
परवीन बाबी एक ऐसी अभिनेत्री थीं, जिन्होंने हिंदी फिल्म को ग्लैमर से परिचत करवाने का काम किया था. उनका फिल्मी करियर तो काफी सफल था. लेकिन उनकी लव लाइफ काफी बुरी तरह से असफल रही थी. अपने अफेयर्स को लेकर आए दिन वो चर्चा में बनी रहती थीं. वैसे तो कई एक्टरों के साथ परवीन बाबी का नाम जुड़ा था, लेकिन डैनी डेंन्जोंगपा, कबीर बेदी और महेश भट्ट के साथ उनके अफेयर काफी ज्यादा सुर्खियों में रहे थे.
70 के दशक में डैनी के साथ परवीन बाबी का प्यार काफी ज्यादा चर्चा में था. परवीन का पहला प्यार डैनी ही थे, जिनसे वो बेइंतहा मोहब्बत करती थीं. फिल्म 'धुएं की लकीर' के सेट पर डैनी से परवीन बाबी की पहली मुलाकात हुई थी. इसी फिल्म के दौरान वो एक-दूसरे से प्यार कर बैठे और फिर बिना शादी किए ही दोनो लिव-इन में भी रहने लगे थे. लेकिन 4 सालों तक डेट करने के बाद दोनों किसी वजह से एक-दूसरे से जुदा हो गए. हालांकि उनके बीच दोस्ती अब भी थी.
डैनी से ब्रेकअप के बाद परवीन बाबी की मुलाकात कबीर बेदी से हुई और ये दोनो भी एक-दूसरे से प्यार कर बैठे. हालांकि उस वक्त कबीर बेदी की शादी हो चुकी थी और परवीन बाबी डैनी से ब्रेकअप के बाद अकेली थीं. कबीर और परवीन एक-दूसरे के काफी करीब आ गए थे. यहां तक कि परवीन बाबी के लिए कबीर बेदी ने अपनी पहली पत्नी को भी छोड़ दिया था. लेकिन कुछ समय बाद परवीन बाबी ने कबीर बेदी से अपनी राहें अलग कर ली.
कबीर बेदी के बाद परवीन बाबी का नाम महेश भट्ट के साथ जुड़ा. इन दोनों का अफेयर सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा था. महेश भट्ट के साथ परवीन बाबी काफी समय तक लिव इन में रही थीं. महेश भट्ट के साथ उनका ये आखिरी प्यार था. इसी के बाद उनकी मौत हो गई थी. जब कबीर बेदी से ब्रेकअप के बाद परवीन बाबी महेश भट्ट से मिली थीं तो उस वक्त महेश भट्ट भी शादी शुदा थे. लेकिन दोनों एक-दूसरे को दिल दे बैठे. दोनों का रिश्ता काफी अच्छा रहा भी था. दोनों एक घर में साथ रह रहे थे. लेकिन इनके रिश्ते को कोई नाम मिलता उससे पहले ही परवीन बाबी के साथ एक रात कुछ ऐसा हुआ कि सब बदल गया.
एक रात जब परवीन बाबी के घर महेश भट्ट पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वो काफी अलग रूप में थीं. उन्होंने किसी फिल्म की कॉस्ट्यूम पहन रखी थी और हाथ में चाकू लेकर घर के एक कोने में बैठी हुई थीं. इससे पहले महेश भट्ट ने कभी उन्हें ऐसी हालत में नहीं देखा था. जब उन्होंने महेश भट्ट को कमरे में देखा तो डरते हुए बोलने लगीं, "महेश दरवाजा बंद कर दो. वो हमें मारने आ रहे हैं." महेश भट्ट उन्हें इस हाल में देखकर काफी ज्यादा हैरान थे. इसके बाद धीरे-धीरे उनकी मानसिक स्थिती खराब ही होती चली गई थी. महेश भट्ट ने उनका बहुत इलाज करवाया. यहां तक कि महेश भट्ट ने उनका अमेरिका में भी इलाज करवाया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। दरअसल उन्हें Schizophrenia नाम की एक दिमागी बीमारी हो गई थी, जिसकी वजह से उनके मन में ये डर बैठ गया था कि कोई उन्हें मारना चाहता है.
बाद में परवीन बाबी ने महेश भट्ट समेत सभी लोगों से काफी दूरी बना ली थी. काफी लंबी अवधी तक कोई उनसे नहीं मिला था. उनकी बीमारी के कारण महेश भट्ट ने भी उन्हें अकेला ही छोड़ दिया था. एक बार महेश भट्ट ने बताया था कि जब उन्होंने परवीन बाबी से लड़ाई करने के बाद उन्हें छोड़ दिया था, तो वो बिना कपड़ों के ही उनके पीछे दौड़ गई थीं. इसके बाद वो पूरी तरह से अकेली हो गई थीं. कई सालों तक अकेली रहने के बाद साल 2005 में घर के अंदर ही वो मृत मिली थी. उनका अंतिम संस्कार महेश भट्ट, डैनी और कबीर बेदी ने किया था.