वेटरन एक्टर नाना पाटेकर (Nana Patekar) अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में कम ही बात करते हैं. लेकिन हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपनी पर्सनल लाइफ (Nana Patekar talks about personal life) के बारे में बात की. उन्होंने उन दिनों को भी याद किया जब उन्होंने अपने बड़े बेटे (When Nana Patekar lost his son) को खो दिया था और लम्बे अर्से तक सदमे में चले गए थे. बेटे को खोकर उनकी हालत ऐसी हो गई थी कि वो दिन भर सिगरेट पीते रहते थे.
नाना पाटेकर ने बताया, "मेरे बड़े बेटे का नाम दुर्वासा था. जन्म से ही उसकी तबियत खराब रहती थी. आखिरकार जब वो ढाई साल का था, तब उसकी मौत हो गई. उसको पैदा होने के साथ ही एक प्रॉब्लम थी, लेकिन हम लोगों को इसके बारे में नहीं पता था. जब मुझे इसके बारे में मालूम पड़ा तो मैं परेशान हो गया. मुझे इस बात की चिंता नहीं थी कि मेरे बेटे पर क्या बीत रही होगी या उसे कितनी तकलीफ हो रही होगी. बल्कि मैं इस बात से परेशान था कि लोग क्या बोलेंगे कि नाना का बेटा देखो कैसा है. लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे."
नाना पाटेकर (Nana Patekar) ने आगे कहा, "आखिरकार जब वो ढाई साल का था तब उसका निधन हो गया. बेटे की मौत से मुझे ऐसा सदमा लगा कि मैं दिनभर सिगरेट पीने लगा. मैंने शराब नहीं पी, लेकिन उस दौरान मैं दिनभर में 60 सिगरेट पी जाया करता था ये जानते हुए भी कि ये बुरी बात है. यहां तक कि मेरे कार से भी सिगरेट की इतनी बदबू आती थी कि कोई मेरी कार में भी नहीं बैठता था."
नाना ने बताया कि उनकी बहन ने उन्हें समझाया और बहन की वजह से उनकी सिगरेट छूटी. "उसने भी एक बेटे को खोया था. एक दिन उसने मुझे स्मोकिंग के बाद खांसते हुए देखा तो वो बोली अब और क्या होते देखना चाहते हो? ये सुनने के बाद मैंने स्मोकिंग छोड़ दी. इस तरह बहन की वजह से मेरी स्मोकिंग छूटी थी."
दुर्वासा के बाद नाना पाटेकर फिर से एक बेटे के पिता बने. उनके छोटे बेटे का नाम मल्हार (Nana Patekar's son Malhar) है. बता दें कि नाना ने 27 की उम्र में नील से शादी की था, जो बैंक में ऑफिसर है.