बॉलीवुड एक्टर अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) ने रोहित शेट्टी (Rohit Shetty) की फिल्म 'सिंघम अगेन' (Singham Again) से खलनायक के तौर पर दमदार वापसी की है, जिसके बाद से वो अपनी पर्सनल लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ के चैलेंजेस पर खुलकर बात भी कर रहे हैं. कुछ समय पहले उन्होंने अपनी बीमारी का खुलासा किया था और अपने रिश्तों पर भी बात की थी, अब हाल ही में उन्होंने अपनी मां मोना कपूर को लेकर अपने दिल के जज्बात जाहिर किए हैं. एक इंटरव्यू में अपनी मां मोना को याद करते हुए अर्जुन कपूर इमोशनल हो गए और उन्होंने कहा कि जब उनकी मां इस दुनिया से चली गईं, वो वक्त उनके लिए काफी मुश्किल था.
अर्जुन कपूर के लिए मां मोना को खोना भावनात्मक तौर पर काफी चुनौतीपूर्ण रहा, जिसके बारे में उन्होंने अपने एक हालिया पॉडकास्ट में बताया है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मां के जाने के बाद उनकी स्थिति क्या थी, उन्होंने खुद को कैसे संभाला और मुश्किल हालात में बहनों का सहारा कैसे बने? एक्टर की मानें तो घर का बड़ा बेटा होने के नाते खुद को मजबूत करने के अलावा उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं था. यह भी पढ़ें: ‘अच्छे या बुरे की परवाह किए बिना मैं वहां…’ ब्रेकअप के बाद भी मलाइका अरोड़ा के पिता के निधन के समय क्यों साथ खड़े रहे अर्जुन कपूर, एक्टर ने किया खुलासा (‘Regardless of Good or Bad, I Am There…’ Even After Breakup, Why Did Arjun Kapoor Stand with Malaika Arora at the Time of Her Father’s Death, Actor Revealed)
दरअसल, राज शमानी के पॉडकास्ट में अर्जुन कपूर अपनी मां मोना कपूर को याद करके इमोशनल हो गए. उन्होंने कहा कि वह मुश्किल समय था, मेरा अतीत बोझिल है, उस पर बहुत भार है, बहुत ट्रॉमा है. मैं इस बात का पूरा सम्मान करता हूं कि लोग सोचते हैं कि हमारे लिए यह आसान था.
एक्टर ने कहा- 'मुझे इस बात में भी कभी कोई शक नहीं रहा कि आउटसाइडर्स के लिए इस फील्ड में करियर बनाना काफी मुश्किल है.' इसके साथ ही एक्टर ने सवाल किया कि आपको ऐसा क्यों लगता है कि मेरे लिए वह जीवन जीना आसान है, जो मैं जी रहा हूं.
बता दें कि 24 साल की उम्र में अर्जुन कपूर की डेब्यू फिल्म 'इश्कजादे' की रिलीज से ठीक पहले उनकी मां मोना कपूर का निधन हो गया था. मां के अचानक चले जाने से एक्टर बुरी तरह से टूट गए थे. मां को याद करते हुए अर्जुन ने राज शमानी से कहा कि तुम घर पर जाकर अपनी मां की गोद में सर रखकर सो सकते हो, लेकिन मैं ऐसा चाहकर भी कभी नहीं कर सकता. मैं अपनी मां की गोद में सर रखकर नहीं सो सकता, जो तुम्हारे पास है वो मेरे पास नहीं है, लेकिन क्या इसके लिए किसी से जलन की भावना रखनी चाहिए?
एक्टर ने कहा कि आपके पास मां है और मेरी मां नहीं है तो क्या इसे लेकर मुझे आपके बारे में बुरा सोचना चाहिए? आपके पास कुछ ऐसा है, जो मेरे पास कभी भी नहीं होगा. मैं चाहे कितनी भी प्रार्थना कर लूं या कितनी की दुआएं कर लूं, वो कभी लौटकर मेरे पास नहीं आ सकती हैं. यह भी पढ़ें: अपने संघर्षों और आलोचनाओं को लेकर छलका अर्जुन कपूर का दर्द, एक्टर बोले- ‘लोग चाहते थे कि मैं फेल हो जाऊं’ (Arjun Kapoor’s Pain Spilled Over His Struggles and Criticisms, Actor Said – ‘People Wanted Me to Fail’)
एक्टर ने इसी पॉडकास्ट में बताया कि मां की मौत ने उन्हें बहन अंशुला की देखभाल करने और अपने पैरों पर खड़े होने के लिए प्रेरित किया. एक्टर ने कहा- 'मैं एक स्वतंत्र किस्म का इंसान हूं, मेरे माता-पिता ने मुझे काफी सपोर्ट किया, लेकिन आर्थिक रूप से जिस दिन से मैंने काम करना शुरु किया, उस दिन से मैंने सब खुद से किया.' एक्टर ने बताया उनकी पहली सैलरी डेब्यू फिल्म 'इश्कजादे' से मिली थी, लेकिन उनकी मां यह जाने बिना ही चली गईं.