नुसरत भरूचा (Nushrratt Bharuccha) इन दिनों अपनी फिल्म 'छोरी 2' (Chhorii 2) की सक्सेस एंजॉय कर रही हैं. फ़िल्म में उनकी एक्टिंग की जमकर तारीफ हो रही है. जाहिर है इस कामयाबी से नुसरत गदगद हैं. इसी बीच एक्ट्रेस ने धर्म और आस्था के बारे में खुलकर बात की और बताया कि मुस्लिम होने के बावजूद शिव में उनकी गहरी आस्था (Muslim Nusrat Bharucha is a Shiva devotee) है और चाहे वह मंदिर-मस्जिद हो, गुरुद्वारा या चर्च, मैं हर उस जगह जाती हूं जहां जाकर मुझे शांति मिलती है.

नुसरत भरूचा मुस्लिम हैं. लेकिन मुस्लिम होने के बावजूद वो केदारनाथ, बद्रीनाथ, वैष्णो देवी मंदिरो में पूरी आस्था के साथ जाती हैं. इसके लिए उन्हें ट्रोल भी किया जाता है, हालांकि अब तक नुसरत ने कभी भी इस मुद्दे पर बात नहीं की थी, लेकिन हाल ही में धर्म और ईश्वर पर आस्था के बारे में उन्होंने खुलकर बातें की और कई चौकानेवाले खुलासे भी किये.

नुसरत हाल ही में शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट में पहुंची थीं, जहां उन्होंने बताया कि भले ही वह मुस्लिम हैं, लेकिन उनकी महादेव पर अटूट आस्था है. एक्ट्रेस ने बताया कि उन्हें न्यूमरोलॉजी में भी बहुत यकीन है, इसीलिए उन्होंने अपने नाम की स्पेलिंग में बदलाव किया. उन्होंने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा, "मैं बचपन से ही मंदिर जाती रही हूं. गुरुद्वारा और चर्च भी गई हूं. जहां भी आपको शांति मिले, चाहे वह मंदिर हो, गुरुद्वारा हो या चर्च हो, आपको वहां ज़रूर जाना चाहिए. मैं यह भी खुलेआम कहती हूं कि मैं नमाज़ पढ़ती हूं. अगर मुझे टाइम मिलता है, तो मैं दिन में पांच बार नमाज़ पढ़ती हूं. मैं ट्रैवलिंग के दौरान भी अपनी प्रेयर मैट साथ लेकर जाती हूं."

नुसरत ने आगे कहा, "मैं हर उस जगह जाती हूं, जहां मुझे शांति और सुकून मिलता है. मेरा हमेशा से मानना रहा है कि ईश्वर एक है, बस उससे जुड़ने के अलग-अलग रास्ते हैं और मैं उन सभी रास्तों को तलाशना चाहती हूं. मैंने तो संतोषी माता के 16 शुक्रवार के व्रत (Nushrratt Bharuccha Observes '16 Shukravar Vrat) भी किए हैं. मेरी दिली इच्छा थी कि केदारनाथ (Kedarnath) और बद्रीनाथ (Badrinath) जाकर भगवान शिव का आशीर्वाद लूं. और मैं बहुत खुशनसीब हूं कि केदारनाथ और बद्रीनाथ दोनों जगह जा पाई. मुझे लगता है ईश्वर की ओर से आपको बुलावा आता है. मैं तो वैष्णो देवी भी जाकर आई हूं. मैं वहां सीढ़ियां चढ़कर गई थी. 13 किलोमीटर पैदल चलकर गई, दर्शन किए और फिर वापस आई."

नुसरत ने आगे कहा, "मेरे पास इन सबका कोई लॉजिक नहीं है. बस मन में आता है कि जाना है. और अगर मेरे मन में कोई बात एक बार आ जाती है कि करना है तो फिर मैं वो करके रहती हूं. फिर किसी की नहीं सुनती, ज्यादा सोचती भी नहीं हूं. मुझे नहीं पता कि ये चीजें कहां से आती हैं, हो सकता है कोई आध्यात्मिक शक्ति हो या फिर और कुछ."

वर्क फ्रंट की बात करें तो सोलह शुक्रवार रखनेवाली नुसरत भरूचा ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत भी 'जय मां संतोषी' फ़िल्म से की थी, लेकिन उन्हें सक्सेस 'लव सेक्स और धोखा' और 'प्यार का पंचनामा' जैसी फिल्मों से मिली. फिलहाल वो अपनी हालिया रिलीज फ़िल्म छोरी 2 को लेकर चर्चा में हैं.