
वो प्यार भी क्या जो नादानियां न करें... सच ही तो है प्यार में नोक-झोंक, सच-झूठ, शरारतें-जलन न जाने कितनी बातें देखी-पढ़ी जाती रही हैं. आख़िर ग़लत क्या हुआ जो पिया (खुशी कपूर) ने पच्चीस हज़ार रुपए में अर्जुन मेहता (इब्राहिम अली खान पटौदी) को किराए पर बॉयफ्रेंड रख लिया. लेकिन सारा बवाल इसी बात को लेकर मचने लगा कि उसने ऐसा किया क्यों? अरे भाई प्यार हो न हो, पर प्यार का नाटक तो किया जा सकता है या नहीं.

जी हां, हम बात कर रहे हैं इब्राहिम-खुशी की फिल्म ‘नादानियां’ के क़िरदारों की भूल-चूक की. क़रीब दो घंटे की यह फिल्म मनोरंजन करने के साथ हंसाती-गुदगुदाती भी है. यह ऐसी रोमांटिक कॉमेडी है, जो कॉलेज के युवाओं के टशन को भी क्या ख़ूब दिखाती है. पिया अपने फ्रेंड्स को बताती है कि अर्जुन उसका बॉयफ्रेंड है जबकि उसने उसे हायर किया है. कहानी में कई ट्विस्ट आते हैं. कॉन्ट्रैक्ट वाला प्यार कब सच्चा प्यार बन जाता है दोनों जान ही नहीं पाते.

पिया अमीर घराने से है तो अर्जुन मिडल क्लास फैमिली से. दोनों की दूरियां जब धीरे-धीरे क़रीब आने लगती है, तब अपने क्लास का भी एहसास होने लगता है. इकलौती बेटी पिया के माता-पिता (महिमा चौधरी-सुनील शेट्टी) की चाह बेटे की रही है, यह दर्शाती है कि बेटे-बेटी को लेकर आज भी मानसिकता कुछ ख़ास बदली नहीं है. वहीं डॉक्टर-टीचर पैरेंट्स (जुगल हंसराज-दीया मिर्ज़ा) के बेटे अर्जुन को अपनों से कभी प्यार की कमी नहीं रही.
पहले नकली मिलना, फिर अलग होना और बाद में बिछड़ के क्या अर्जुन-पिया का मिलन हो पाता है, यह जानने के लिए नेटफ्लिक्स पर फिल्म देखनी होगी. हां जी, आज इसी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अमृता सिंह व सैफ अली खान के बेटे इब्राहिम की श्रीदेवी-बोनी कपूर की बेटी खुशी के साथ की एंटरटेनमेंट से भरपूर मूवी ‘नादानियां’ स्ट्रीम हुई है. जहां इब्राहिम की यह पहली फिल्म है वहीं खुशी की तीसरी है. इसके पहले वे ‘द आर्चीज़’ और ‘लवयापा’ में अपने अभिनय का खट्टा-मीठा स्वाद चख चुकी हैं.
करण जौहर के धर्मा ड्रामैटिक के बैनर तले ‘नादानियां’ का निर्देशन शौना गौतम ने किया है. यह उनकी पहली फिल्म है, जिसमें उन्होंने निराश नहीं किया. कहानी इशिता मोइत्रा ने जेहान हांडा और रीवा राजदान कपूर के साथ मिलकर लिखी है. सचिन संघवी और जिगर सरैया का संगीत लुभाता है. सोनी म्यूज़िक के बैनर तले सभी गाने ख़ूबसूरत बने हैं, ख़ासकर टाइटल सॉन्ग लाजवाब है. गीतों के बोल गीतकार अमिताभ भट्टाचार्य ने अर्थपूर्ण लिखे हैं. कहते हैं ना गीत और भी भावपूर्ण व कर्णप्रिय बन जाते हैं जब उन्हें मधुर सुरों के साथ संवारा जाता है. गायकी में सचेत टंडन से लेकर असीस कौर, सचिन संघवी, जिगर सरैया, मधुवंती बागची व तुषार जोशी ने यही काम किया है.
कभी-कभी हम फिल्मों में कुछ ज़्यादा ही लॉजिक ढूंढ़ने लग जाते हैं, जो ज़रूरी नहीं. कभी हल्की-फुल्की मस्ती भी दिलों को लुभाती है और हंसने-गुनगुनाने को मजबूर कर देती है.
कलाकारों में हर किसी ने अपनी भूमिका के न्याय किया है. इब्राहिम अली खान पटौदी, खुशी कपूर, महिमा चौधरी, सुनील शेट्टी, जुगुल हंसराज, दीया मिर्ज़ा व अर्चना पूरन सिंह अच्छे लगे हैं. मिसेज ब्रिगेंजा के रूप में अर्चना पूरन सिंह खिलखिलाती मुस्कुराहट चेहरे पर मुस्कान ले आती है. दोस्तों के रूप में अपूर्वा मखीजा, देव अगस्त्य, आलिया कुरैशी भी जंचे हैं. अपूर्वा-देव ने तो अपने डेब्यू में ही कमाल की एक्टिंग की है. अन्य में रिया सेन मीज़ान जाफ़री और ओरीं भी ठीक-ठाक रहे.
करण जौहर, अपूर्व मेहता और सोमेन मिश्रा निर्मित ‘नादानियां’ रोमांस व मनोरंजन से भरपूर फैमिली ड्रामा फिल्म है, जिसका वीकेंड पर आप भरपूर लुत्फ़ उठा सकते हैं.
- ऊषा गुप्ता

Photo Courtesy: Freepik
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