रेटिंग: **
हिंदी सिनेमा में एक पुरुष और दो महिला यानी पति, पत्नी और वो के तर्ज पर कई फिल्में बनी हैं. लेकिन यहां पर मामला थोड़ा और ट्विस्ट लिए हुए है. एक्स पति, पत्नी और प्रेमिका जो बीवी बननेवाली है को लेकर सारा ताना-बाना बुना गया है. फिल्म का शीर्षक जितना मज़ेदार है, उतना ही इसके तमाम सिचुएशन और डायलॉग भी हैं.
अंकुर चड्ढा, अर्जुन कपूर पत्नी प्रभलीन, भूमि पेडनेकर को लेकर इस कदर आंतकित रहता है कि उसके सपनों में भी वो भूतनी की तरह आती रहती है और उसे प्रताड़ित करती रहती है. यहां तक की दोनों का तलाक़ भी हो चुका है, इसके बावजूद अंकुर का अपनी एक्स वाइफ से पीछा नहीं छूटता.
कहानी में मोड़ तब आता है जब अंकुर की मुलाक़ात अपने कॉलेज क्रश अंतरा खन्ना, रकुल प्रीत सिंह से होती है. अंकुर का उसे अपनी डिवोर्स और पत्नी को लेकर दर्द भरी दास्तान बताना अंतरा को इस कदर भावुक कर देता है कि वो उससे सहानुभूति फिर प्यार करने लगती है. जब दोनों शादी करने का ़फैसला करते हैं तब एक बार फिर एक्स वाइफ प्रभलीन अंकुर की ज़िंदगी में इस धमाके के साथ की एक्सीडेंट में उसकी याद्दाश्त चली गई आ जाती है. अंकुर की परेशानियां ख़त्म होने का नाम नहीं लेती.
अंकुर के हर सुख-दुख में उसका साथी, हमदर्द रहा उसका दोस्त रेहान, हर्ष गुजराल ने पूरी फिल्म में बढ़िया मनोरंजन किया है. इस स्टेंडअप कॉमेडियन ने इस फिल्म से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की है, जो प्रभावित करती है.
अंतरा और प्रभलीन जो कॉलेज के दिनों से एक-दूसरे की प्रतिद्वंद्वी रही हैं. अंकुर को पाने और इम्प्रेस करने के लिए दोनों कोई भी दांव-पेंच नहीं छोड़ती. उनका नाटक और षड़यंत्र कभी हंसाता-गुदगुदाता है तो कभी उकताहट से भी भर देता है. क्या प्रभलीन अंकुर को फिर से पाने में कामयाब रहती है? क्या अंतरा अंकुर को प्रभलीन के मायाजाल से छुड़ा पाती है, इसे जानने के लिए तो फिल्म देखनी पड़ेगी.
निर्देशक मुदस्सर अज़ीज़ ने 'मेरे हसबैंड की बीवी' के ज़रिए दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया है. इसके पहले हैप्पी भाग जाएगी, पति-पत्नी और वो फिल्मों के ज़रिए भी वे इस तरह की कॉमेडी देने में कामयाब रहे हैं.
फिल्म की कहानी मुदस्सर ने वासु भगनानी के साथ मिलकर लिखी है. वैसे उन्होंने कहानी, निर्देशन के अलावा संवाद में भी अपना हाथ आज़माया है. वासु, जैकी भगनानी और दीपशिखा देशमुख निर्मित फिल्म का संगीत ठीक-ठाक है. गोरी है कलाइयां… का रीमिक्स प्रभावित करता है. अंत में बादशाह की अर्जुन, भूमि और रकुल के साथ जुगलबंदी अच्छी बन पड़ी है.
अर्जुन कपूर, भूमि पेडनेकर, रकुल प्रीत सिंह, हर्ष गुजराल के अलावा डिनो मोरया, शक्ति कपूर, अनीता राज, कंवलजीत सिंह, कविता कपूर, टिकू तलसानिया ने भी अपनी भूूमिकाओं के साथ न्याय किया है. वीकेंड में कॉमेडी से भरपूर फैमिली एंटरनेट का फ़ायदा उठाना है तो देखें पूजा फिल्म्स के बैनर तले बनी मेरे हसबैंड की बीवी.
- ऊषा गुप्ता
Photo Courtesy: Social Media
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