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लो ब्लड शुगर लो ब्लड शुगर या हाइपोग्लाइसीमिया भी बार-बार भूख लगने का एक बड़ा कारण हो सकता है. ज़रूरत से ज़्यादा एक्सरसाइज़, ज़रूरी कार्बोहाइड्रेट न लेना और ज़्यादा देर तक भूखे रहने से लो ब्लड शुगर की समस्या होती है. जो लोग लो ब्लड प्रेशर के मरीज़ हैं, उन्हें भूख ज़्यादा लगती है और उन्हें ग़ुस्सा भी बहुत ज़्यादा आता है. अन्य समस्याएं- थकान, सिरदर्द, पसीना, कंफ्यूजन और चक्कर आना. क्या करें? पौष्टिक डायट के अलावा पैदल चलें, साइकिलिंग और स्विमिंग जैसे व्यायाम करें. डायबिटीज़ टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज़ के मरीज़ों को भी बार-बार भूख लगती है. दरअसल, डायबिटीज़ के मरीज़ों को हाई ब्लड शुगर होता है, जिसके चलते खाने की ज़रूरत न होने पर भी उन्हें बार-बार भूख लगती है. डायबिटीज़ के मरीज़ों के शरीर का हर सेल ब्लड से शुगर लेने के लिए इंसुलिन पर निर्भर रहता है. अगर इंसुलिन पर्याप्त मात्रा में न हो या ठीक तरह से काम न कर रहा हो तो शुगर ब्लड में मिल जाती है, जिससे वो उन सेल्स तक नहीं पहुंच पाती, जहां उसकी ज़रूरत होती है, जिसकी वजह से सेल्स मस्तिष्क को यह संदेश भेजते हैं कि उन्हें अधिक खाने की ज़रूरत है और इसी वजह से बार-बार भूख लगती है. अन्य समस्याएं - अत्यधिक प्यास, बार-बार पेशाब आना, वज़न कम होना, आंखों से धुंधला दिखाई देना और थकान महसूस होना. क्या करें? ब्लड शुगर लेवल हमेशा नियंत्रित रखें. आंत के कीड़े कई बार अत्यधिक भूख लगना आंत के कीड़ों की ओर भी इशारा करता है. ये कीड़े ख़ासतौर पर टेपवॉर्म या पिनवॉर्म होते हैं, जो आंतों के अंदर लंबे समय तक रह सकते हैं. ये परजीवी व्यक्ति के शरीर से सभी आवश्यक पोषक तत्व ले लेते हैं जिसके चलते खाने के बाद भी भूख का अहसास होता रहता है. अन्य समस्याएं - पेटदर्द, वज़न कम होना, मुंह से बदबू, जी मचलना, उल्टी और गुप्तांग में खुजली. क्या करें? बार-बार भूख लगने के साथ ही अगर आपका वज़न भी कम हो रहा है तो डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें. पीएमएस बार-बार भूख लगना पीएमएस यानी प्रीमेंस्ट्रूअल सिंड्रोम का एक सामान्य लक्षण है. जब ये सिड्रोंम मेंस्ट्रूअल साइकिल के दूसरे चरण में होता है, तब शरीर का तापमान बढ़ जाता है जिससे अत्यधिक भूख का अहसास होता है. अन्य समस्याएं- पेट मरोड़, सिरदर्द, डिहाइड्रेशन, थकान और कब्ज़. क्या करें? पीरियड्स से पहले भरपूर मात्रा में प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन करें. गर्भावस्था गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओं को ज़्यादा भूख लगती है जोकि बेहद ही सामान्य बात है. जब वो अपना पेट भरने के लिए खाती हैं तो इससे उनके गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं. लेकिन बार-बार भूख लगने का यह अर्थ नहीं है कि गर्भवती महिला कुछ भी खा सकती है. ऐसे में हरी सब्ज़ियों और ताज़े फलों के साथ ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना चाहिए. अन्य समस्याएं - अपच, गैस, पेट में जलन, उल्टी और पेट में दर्द. क्या करें? पौष्टिक चीज़ें खाएं, लेकिन अत्यधिक खाने से बचें. डिहाइड्रेशन जब व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी होती है, तब उसे अत्यधिक भूख का अहसास होता है. डिहाइड्रेशन होने पर ज़्यादातर लोग मस्तिष्क से मिलनेवाले भूख और प्यास के संकेत के बीच का अंतर नहीं समझ पाते हैं इसलिए उन्हें लगता है कि उनके शरीर को भोजन की ज़रूरत है, जबकि उन्हें पानी की आवश्यकता होती है. अन्य समस्याएं- कब्ज़, त्वचा में रूखापन, एनर्जी की कमी, पेशाब की कमी और आंखों में ड्राईनेस. क्या करें? डिहाइड्रेशन होने पर खाने से पहले एक या दो ग्लास पानी ज़रूर पीएं. शराब का सेवन जो लोग रात में खाने के साथ-साथ अल्कोहल का सेवन करते हैं उन्हें दूसरे लोगों के मुक़ाबले ज़्यादा भूख लगती है. दरअसल, शराब पीने से शरीर में ग्रेलीन नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे पेट भरा होने के बावजूद भूख का अहसास होता है. अन्य समस्याएं - ख़राब पाचन, सुस्त दिमाग़, कमज़ोर याद्दाश्त और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या. क्या करें? शराब को छोड़ने में ही भलाई है. इससे शरीर का वज़न भी नियंत्रित रहेगा और रात में अच्छी नींद भी आएगी. ये भी पढ़ेंः जानें कही आप ग़लत तरीक़े और ग़लत समय पर तो फल नहीं खा रहे
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