जब लें पॉलिसी ध्यान रखें इन बातों का (Keep these things in mind while taking policy)
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आपके जाने के बाद भी आपके परिवार को जीवन में किसी दूसरे के सामने हाथ न फैलाना हो और वो एक सही तरह का जीवन जी सकें इसके लिए आप कई तरह के इंश्योरेंस करवाते हैं. ख़ुद के बाद अगर किसी पर सही भरोसा करते हैं, तो वो है बीमा. हर व्यक्ति अपनों की चाह और सुखी जीवन के लिए कई तरह की बीमा योजना करता है, लेकिन कई बार सही तरह से उसकी पूरी जानकारी न होने पर आगे चलकर परेशानी हो सकती है. बीमा से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातों का विशेष ध्यान रखें.इंश्योरेंस कंपनी के बारे में जानें
किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट करने से पहले उस कंपनी के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा कर लें. कई बार ऐसा होता है कि इंश्योरेंस मेच्यौर होने पर भी कंपनी इंश्योरेंस का अमाउंट देने पर कई तरह से परेशान करती है. ऐसे में आपके जाने के बाद आपकी फैमिली को कई तरह से परेशान होना पड़ सकता है. इस परेशानी से बचने के लिए पॉलिसी लेने से पहले अच्छी तरह बीमा कंपनी, उसके इतिहास, पॉलिसियों, नियमों आदि के बारे में सही तरह से जांच-पड़ताल कर लें.
सही राशि के बारे में जानें
इंश्योरेंस करवाते समय अपनी इनकम का ध्यान ज़रूर रखें. आपकी आय में से कितना हिस्सा आप बीमा में ख़र्च कर सकते हैं, उसके अनुसार ही पॉलिसी ख़रीदें. बिना सोचे-समझे भारी-भरकम पॉलिसी आपके बजट को बिगाड़ सकती है. अपने घर के बाकी ख़र्च और आने वाली तमाम योजनाओं के बारे में पूरी तरह से जानने के बाद ही एक सही पॉलिसी पर ख़र्च करें.
प्रिमियम का भुगतान
सही कंपनी जानने और पॉलिसी लेने के बाद ही आपकी ज़िम्मेदारी ख़त्म नहीं हो जाती. इससे भी ज़रूरी होता है कि आप पॉलिसी के प्रिमियम के भुगतान की सही जानकारी रखें. मंथली, क्वाटर्ली, हाफ इयर्ली या फिर इयर्ली, आपको जिसमें सुविधा हो उसी तरह के प्रिमियम के भुगतान का चुनाव करें.
अतिरिक्त प्रस्तावों की जानकारी
इंश्योरेंस पॉलिसी से जुड़े अतिरिक्त प्रस्तावों (राइडर्स) और उन पर आने वाली लागत की पड़ताल करें. बीमा कंपनी की ओर से कोई राइडर नहीं है, तो अपनी ओर से अनुरोध करें और देखें कि कंपनी उसे स्वाकार करती है या नहीं.
ज़्यादा पॉलिसी न ख़रीदें
कुछ लोग टैक्स बचाने के चक्कर में कई इंश्योरेंस पॉलिसी ख़रीद लेते हैं. ज़रूरत से ज़्यादा पॉलिसी लेने में कोई समझदारी नहीं है. एक समय में कई पॉलिसी को मैनेज करना आसान नहीं होता. हर पॉलिसी से जुड़ी जानकारी को याद रखना मुश्किल होता है. उदाहरण के लिए किसी पॉलिसी का प्रिमियम कब भरना है और उसकी मेच्यौरिटी कब होगी आदि बातें आपको परेशान कर सकती हैं.
एक्सपर्ट की सलाह
आपकी आय और आवश्यकता के अनुसार आपके लिए कौन-सी पॉलिसी सही होगी? इसकी जानकारी के लिए आप किसी एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं. अपनी ज़रूरतों को उसे बताकर आप अपनी सुविधानुसार एक अच्छी पॉलिसी का चुनाव कर सकते हैं, जिससे आपका बजट और मूट भी ख़राब न हो और जीवन भी सुरक्षित रहे
एजेंट के बहकावे में न आएं
आपने भी ऐसा महसूस किया होगा कि पॉलिसी लेने की आपकी चाह को जान लेने के बाद कई एजेंट आपके आगे-पीछे घूमने लगते हैं. वो कई तरह के लुभावने प्रस्ताव आपके सामने रखते हैं. आपको रिझाने के लिए वो कई बार आपको फोन करते हैं और पॉलिसी के बारे में बढ़ा-चढ़ाकर बात करते हैं. एक बार अगर आपने उनसे पॉलिसी ले ली तो बाद में वो आपकी किसी भी बात का सही तरह से जवाब भी नहीं देते. जिस पॉलिसी के बारे में वो आपको समझाते हैं वास्तविकत में वो होती ही नहीं. इस तरह के एजेंट से बचिए और ख़ुद सोच-समझकर ही पॉलिसी लीजिए.
ऑनलाइन ख़रीदने से बचें
आजकल आपके इनबॉक्स में कई तरह की कंपनियां अपनी लुभावनी पॉलिसी के बारे में देती हैं, लेकिन बेहतर होगा कि कभी भी ऑनलाइन पॉलिसी न लें. इंटरनेट का सही उपयोग करें. जिस पॉलिसी के बारे में दिया गया है उसे पहले इंटरनेट पर सर्च करें. उसके बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा करें और जिस कंपनी से आपको पॉलिसी लेनी है उसके कस्टमर केयर में फोन करके उनके एजेंट को घर पर आने को कहें. इससे आप अच्छी तरह से पॉलिसी को समझने में भी सफल होंगे और अपने मन में उठने वाले सवालों के जवाब भी मांग सकेंगे.
ध्यान से पढ़ें दस्तावेज
किसी भी तरह की पॉलिसी लेने से पॉलिसी दस्तावेज को पूरा पढ़ें. जल्दबाज़ी में कभी भी पॉलिसी की जानकारी न पढ़ें. अच्छी तरह से पढ़कर और थोड़ा-सा अतिरिक्त समय देकर आप लंबी अवधि में बड़ा लाभ उठा सकते हैं और बीमा कंपनी के साथ भविष्य में होने वाले किसी विवाद से बच सकते हैं.