अपने बेबाक और कंट्रोवर्शियल बयानों के लिए मशहूर बॉलीवुड की कंट्रोवर्सी क्वीन कंगना रनौत (Kangana Ranaut) इन दिनों अपनी फिल्म 'इमरजेंसी' (Emergency) को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं, जो 17 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है. इस फिल्म में कंगना ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि कंगना अपनी फिल्मों में शिद्दत से मेहनत करती हैं. हाल ही में कंगना ने मेनिफेस्टेशन पर बात की और उन्होंने कहा कि वो ऐसी चीजों पर भरोसा नहीं करती हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो सपने देखती हैं, लेकिन खुली आंखों से…
कंगना ने हाल ही में कहा कि मेनिफेस्टेशन उनके लिए अच्छी चीज नहीं है, वो इन सब में भरोसा नहीं करती हैं. आखिर कंगना ऐसा क्यों सोचती हैं, इसकी वजह का भी एक्ट्रेस ने खुलासा किया है. एक्ट्रेस की मानें तो वो मेनिफेस्टेशन के बजाय अपने काम पर फोकस करना पसंद करती हैं. यह भी पढ़ें: ‘इमरजेंसी’ की स्क्रीनिंग में कंगना रनौत ने गुरु सद्गुरु के पैर छूकर लिया आशीर्वाद, सद्गुरु ने की फिल्म की तारीफ, बोले- युवा जरूर देखें फिल्म (Sadhguru Attends Kangana Ranaut’s Emergency Screening, Calls It Excellent, Kangana also takes Sadhguru’s blessings)
एक्ट्रेन ने अपने एक हालिया इंटरव्यू में कहा- 'पहले लोग कहते थे कि काम करो फल की चिंता मत करो, अब लोग पहले फल को देखना चाहते हैं, उसके बाद काम करने की सोचते हैं, तो ये कैसा काम हुआ.' कंगना ने कहा कि हो सकता है आप जो अपने लिए सोच रहे हैं वो अच्छा न हो और वो आपको मिल गया हो, तो भी वो आपके लिए सही नहीं होगा. ऐसे में हमें सब छोड़ देना चाहिए और सिर्फ अपने काम पर फोकस करना चाहिए.
कंगना ने कहा कि मैं मेनिफेस्टेशन नहीं करती और न ही इसमें विश्वास करती हूं. मैं सपने देखती हूं, लेकिन खुली आंखों से, ये मेनिफेस्टेशन मैं नहीं करती और न ही मैंने कोई मेनिफेस्टेशन किया है. मुझे जो चाहिए उसके लिए मैंने काम किया है. राइटिंग सीखने के लिए मैं अमेरिका गई. मैंने अपने आप को और अच्छा बनाने के लिए एक्टिंग के साथ कुछ और चीजें भी ऐड ऑन की.'
उन्होंने कहा- 'मैं उस पर काम भी कर रही हूं. अब मेरे लिए क्या अच्छा है, भगवान जानते हैं और वो खुद अपने हिसाब से अच्छा ही देंगे. हमें सिर्फ अपना कर्म करना चाहिए और उसके आगे जो होगा, हमारे लिए अच्छा ही होगा.' इसके साथ ही एक्ट्रेस ने कहा कि भगवत गीता में कहा गया है कि जो होगा वो सही होगा और जो नहीं होगा वो भी सही होगा. मैं ईश्वर पर भरोसा करती हूं, लेकिन मेनिफेस्टेशन को मैं नहीं मानती. यह भी पढ़ें: फिल्म समीक्षाः इमरजेंसी- निर्देशन के साथ इंदिरा के रूप में कंगना रनौत की बेमिसाल अदाकारी… (Movie Review: Emergency)
गौरतलब है कि इंटरव्यू के दौरान कंगना ने गानों को लेकर अपनी पसंद का खुलासा भी किया. उन्होंने कहा कि ‘चंदन सा बदन’, ‘धीरे-धीरे से मेरी जिंदगी में आना’, ‘रिमझिम गिरे सावन’ और ‘पिया तोसे नैना लागे रे’ जैसे पुराने हिंदी गाने सुनना वो काफी पसंद करती हैं.