वो कहते हैं न कि लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती... इस बात को चरितार्थ किया है इन महिलाओं ने, जो आज दुनियाभर में सर्वोच्च और सशक्त पदों पर कार्यरत हैं. वे अपनी प्रतिभा से विश्व पटल पर ना सिर्फ़ एक अलग छाप छोड़ रही हैं, बल्कि अपने देश का नाम भी रोशन कर रही हैं. साल 2024 भी कुछ इसी तरह की महिलाओं का रहा. जहां महिलाओं के साहस, समर्पण और असाधारण मेहनत ने उन्हें दुनिया में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया.

मनु भाकर
पेरिस ओलंपिक में भारतीय शूटर मनु भाकर ने इतिहास रच दिया. वे एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बन गई हैं. 2018 के आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में उन्होंने भारत के लिए दो स्वर्ण पदक जीते थे. और 22 साल की उम्र में ही उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 की 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतिस्पर्धा और 10 मीटर मिक्सड डबल्स में कांस्य पदक जीता. निशानेबाज़ी के साथ मनु मुक्केबाज़ी, एथलेटिक्स, स्केटिंग और जूडो-कराटे भी खेलती हैं.

रचेल गुप्ता
रचेल गुप्ता ने ‘मिस ग्रैंड इंटरनेशनल 2024’ का खिताब जीता. पंजाब के जालंधर की रहने वाली 20 साल की रचेल इस खिताब को जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं. रचेल मिस ग्रैंड इंटरनेशनल 2024 में भाग लेने वाली 69 प्रतियोगियों में से एक थीं. रचेल ’मिस ग्रैंड इंटरनेशनल’ का खिताब जीतने वाली पहली और एशिया की तीसरी महिला हैं. 11 साल के इंतज़ार के बाद आख़िरकार भारत ने 2024 का ’मिस ग्रैंड इंटरनेशनल’ जीता है.
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साधना सक्सेना नायर
लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर 1 अगस्त, 2024 को देश की पहली महिला डीजी चिकित्सा सेवा (सेना) नियुक्त हुई हैं. इससे पहले वह एयर मार्शल के पद पर पदोन्नति के बाद महानिदेशक अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) का पद संभालने वाली भी पहली महिला थीं. वे पश्चिमी वायु कमान और भारतीय वायु सेना के प्रशिक्षण कमान की पहली महिला प्रधान चिकित्सा अधिकारी भी हैं. उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पश्चिमी वायु कमान और चीफ ऑफ द एयर स्टाफ प्रशंसा के साथ-साथ विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है. साधना के पति का नाम के पी. नायर है, जो सेवानिवृत्त एयर मार्शल हैं. नायर दंपत्ति भारतीय वायुसेना के पहले और अब तक के एकमात्र एयर मार्शल दंपत्ति हैं.

दिव्या देशमुख
दिव्या ने साल 2024 में विश्व अंडर-20 गर्ल्स शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीता, यह सम्मान हासिल करने वाली वह चौथी भारतीय बनीं. यानी दिव्या ने 2024 साल जून में फीडे जूनियर अंडर-20 लड़कियों की विश्व शतरंज चैंपियनशिप अपने नाम की थी. यह टूर्नामेंट गुजरात की राजधानी गांधीनगर में आयोजित किया गया था, जिसमें 44 विभिन्न देशों के शतरंज संघों के लगभग 230 खिलाड़ियों ने भाग लिया था. दिव्या यहां कोनेरू हम्पी, हरिका द्रोणावल्ली और सौम्या स्वामीनाथन के बाद फीडे अंडर-20 विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने वाली चौथी भारतीय महिला बनी थीं. वह ब्यूटी विद ब्रेन का परफेक्ट कॉम्बिनेशन हैं.

अवनी लेखरा
अवनी लेखरा एक भारतीय निशानेबाज़ हैं. उन्होंने पेरिस 2024 पैरालिंपिक खेलों में R2-महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 में स्वर्ण पदक जीता था. अवनि के खेल करियर का शिखर 2021 में आया जब उन्होंने पैरालिंपिक खेलों में इतिहास रच दिया. वे टोक्यो पैरालिंपिक खेल के फाइनल में 249.6 के कुल स्कोर के साथ निशानेबाज़ी में पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं.

डायना पुंडोले
अगर कोई महिला गाड़ी चला रही हो, तो उनकी ड्राइविंग स्किल्स का हमेशा मज़ाक उड़ाया जाता है. लेकिन पुणे की रहने वाली 28 वर्षीय दो बच्चों की मां डायना पंडोले ने 18 अगस्त, 2024 को चेन्नई के मद्रास इंटरनेशनल सर्किट में आयोजित सैलून श्रेणी एमआरएफ इंडियन नेशनल कार रेसिंग चैंपियनशिप में राष्ट्रीय चैंपियनशिप का खिताब जीतकर ना सिर्फ़ ऐसे लोगों के मुंह बंद किए, बल्कि वह एक राष्ट्रीय सनसनी और कई लोगों के लिए प्रेरणा बन गई हैं. दरअसल, डायना की यह जीत भारतीय मोटरस्पोर्ट्स में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है. महिलाओं के लिए वे प्रेरणास्त्रोत हैं, जो उनके साहस और प्रतिभा को दर्शाती है.

मोहना सिंह
स्न्वाड्रन लीडर मोहना सिंह ने सितंबर 2024 में ’मेड इन इंडिया’ तेजस लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बनकर इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है. इस 32 वर्षीय IAF अधिकारी ने सैन्य अभ्यास ’तरंग शक्ति’ के दौरान यह उपलब्धि हासिल की. उनकी यह सफलता लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण का बेहतरीन उदाहरण है. मोहना भारत की पहली महिला फाइटर पायलट हैं, जो आईएएफ की ऐतिहासिक महिला फाइटर स्ट्रीम का हिस्सा हैं. उन्होंने मिग-21 उड़ाए और बाद में गुजरात के नलिया एयर बेस पर प्रतिष्ठित फ्लाइंग बुलेट्स स्न्वाड्रन में शामिल हुईं.
- शिखा जैन
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