सबसे पहले इन बातों का ध्यान रखें-
- पेट में भारीपन, कब्ज़, डायरिया और गैस की शिकायत होने पर दही खाएं.
- संतुलित आहार लें, जिसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर हो.
- जिन खाद्य पदार्थों से आपको तकलीफ़ होती हो, ऐसी चीज़ों को डायरी में नोट करके रखें और उनके सेवन से बचें.
एसिडिटी व गैस
- सुबह दो केले खाकर एक कप दूध पीने से कुछ ही दिनों मेें एसिडिटी से आराम मिलता है.
- चोकर सहित आटे की रोटी खाने से भी फायदा होता है.
- खाना खाने के बाद दूध के साथ दो बड़े चम्मच ईसबगोल लेने से एसिडिटी में लाभ होता है.
- संतरे के रस में थोड़ा भुना हुआ जीरा और पिसा हुआ सेेंधा नमक मिलाकर पीने से आराम मिलता है.
- दिन में दो-तीन बार अदरक के रस में पुदीने का रस बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से लाभ होता है.
- एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए अदरक के रस में थोड़ा-सा सेंधा नमक और भुना हुआ जीरा डालकर सेवन करें और ऊपर से आधा ग्लास छाछ पीएं.
- एक चम्मच अजवायन में चौथाई चम्मच नींबू का रस मिलाकर चाटें. गैस शीघ्र शांत होगी.
- पेट में गैस होने पर शुद्ध हींग पीसकर उसे रूई केफाहे पर रखकर नाभि पर रखें. इससे गैस निकल जाएगी व दर्द ठीक हो जाएगा.
पेटदर्द
- थोड़ा अजवायन या पुदीना चबाने से पेटदर्द की तकलीफ़ दूर हो जाती है.
- 1 ग्राम सेंधा नमक और 2 ग्राम अजमोद का चूर्ण खाने से पेटदर्द से तुरंत आराम मिलता है.
- 3 ग्राम इमली की कोमल पत्तियों को सिल पर पीसकर उसमें 1 ग्राम सेंधा नमक मिलाकर पीने से पेटदर्द से छुटकारा मिलता है.
- मूली के रस में नींबू का रस मिलाकर पीने से भोजन के बाद पेट में होनेवाले दर्द या गैस में राहत मिलती है.
- 2-2 ग्राम जामुन और आम की गुठलियों का चूर्ण छाछ के साथ दिन में तीन बार लेने से पेटदर्द दूर होता है.
- मेथी का चूर्ण दही में मिलाकर खाने से पेट की मरोड़ का शमन होता है या मेथी की सब्ज़ी के रस में काला अंगूर मिलाकर पीने से भी मरोड़ की शिकायत दूर हो जाती है.
- हींग और काला नमक डालकर गर्म किया हुआ तेल पेट पर लगाने से आराम मिलता है.
कब्ज़
- ज्यादा से ज्यादा फाइबर को अपने आहार में शामिल करें.
- अपने आहार में पर्याप्त फल और सब्ज़ियां शामिल करें.
- दिन की शुरुआत शहद मिले एक ग्लास गुनगुने पानी से करें.
- हर घंटे पर एक ग्लास पानी पीएं. दिन में कम से कम 8-10 ग्लास पानी पीएं.
- रात को सोने से पहले एक चम्मच शहद एक ग्लास ताज़े पानी में मिलाकर पीएं. कब्ज़ नहीं होगा.
- दो बड़े पीले पके संतरों का रस सुबह नाश्ते से पहले पीएं.
- खाली पेट एक ग्लास पानी में एक नींबू का रस व एक ग्राम सेंधा नमक मिलाकर कुछ दिन सेवन करें. इससे पुराने से पुराना कब्ज़ भी दूर हो जाता है.
- हरड़ चूर्ण रात को फांककर 250 मि.ली. गुनगुना पानी पीएं. सुबह उठते ही पेट साफ़ हो जाएगा.
- सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ 3 ग्राम सौंफ का चूर्ण लेने से कब्ज़ में फ़ायदा होता है.
- सवेरे उठकर खाली पेट दो सेब का सेवन करने से कब्ज़ की शिकायत दूर होती है.
- सुबह उठने पर बिना कुछ खाए 4-5 मुनक्का खाने से कब्ज़ दूर होता है.
सीने में जलन
- अल्कोहल, मसालेदार चीज़ों और कैफीन से दूर रहें. स्मोकिंग न करें, क्योंकि इससे समस्या और बढती है.
- थोड़े-थोड़े अंतराल पर कुछ न कुछ खाते रहें. अच्छी तरह चबाकर खाएं.
- गर्म पानी में अदरक का छोटा-सा टुकड़ा डालें. कुछ मिनट रहने दें और खाने के पहले पी लें.
दस्त
- सुखाए हुए संतरे के छिलके और मुनक्के के सूखे बीज समान मात्रा में घोंटकर पीने से दस्त बंद हो जाते हैं.
- खूनी दस्त होने पर गाय के दूध का मक्खन 10 ग्राम खाकर ऊपर से छाछ पीएं.
- सौंफ और जीरा समान मात्रा में लेकर भूनकर पीस लें. आधा-आधा चम्मच चूर्ण पानी के साथ लेने से दस्त में फ़ायदा होता है.
- चुटकीभर सोंठ एक चम्मच शहद के साथ लेने से दस्त में आराम मिलता है.
- गर्मी के कारण दस्त हो रहे हों तो 8-10 सिंघाड़े खाकर मट्ठा पीएं. इससे एक दिन में आराम मिलेगा.
- कच्चे केलों को उबालकर छील लें. एक बर्तन में थोड़ा घी गर्म करें और 2-3 लौंग की छौंक देकर केला डालें. धनिया पाउडर, हल्दी, सेंधा नमक मिले हुए दही को इसमें डाल दें. थोड़ा पानी डालकर पकाएं. इसे दस्त में खाने से विशेष लाभ होता है.