- किसी भी ख़र्च को चाहे वह छोटा हो या बड़ा पहले उसे काग़ज़ पर नोट कर लें. इससे ख़र्चों की लगाम आपके हाथ में रहेगी.
- बहुत बड़े-बड़े निवेश करने की जगह छोटे-छोटे निवेश करें, इससे आपमें निवेश करने का कॉन्फिडेंस आएगा.
- ख़र्चों में कटौती करना समझदारी नहीं होगी, बल्कि समझदारी है कि उन चीज़ों में ख़र्च करें, जो वाक़ई ज़रूरी हैं या जिन पर ख़र्च करके आपको अच्छा लगे.
- जिस तरह आप बीमार पड़ने पर डॉक्टर के यहां जाते हैं, वैसे ही अगर आपको लग रहा है कि आप आर्थिक रूप से बीमार हैं या आपको मदद की ज़रूरत है, तो आपको किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट के पास जाना चाहिए.
- हर चार-छह महीनों में आप अपने लिए छोटे-छोटे पॉवर चैलेंजेस रखें और उसे पूरा करें, जैसे- किसी महीने में आप ख़ुद को किसी ख़ास प्रकार की बचत का चैलेंज दें या स़िर्फ एक महीने के लिए कोई पार्ट टाइम जॉब करके कुछ ज़्यादा पैसे कमाने की सोचें.
- पैसे ख़र्च करने से पहले बजट बनाएं और ख़र्च करने के बाद कितना ख़र्च वास्तव में हुआ, इसका हिसाब ज़रूर करें.
- अपने घर के बढ़ते बच्चों को भी फाइनेंशियल एजुकेशन ज़रूर दें.
- आजकल कई तरह की वेबसाइट्स हैं, जिन पर सेकंड हैंड चीज़ें काफ़ी अच्छी मिलती हैं, तो जब भी किसी चीज़ की ज़रूरत हो, तो एक बार ऐसी किसी वेबसाइट पर ज़रूर जाकर देखें.
- इन वेबसाइट्स पर आप अपने सामान बेच भी सकते हैंं.
- कोई भी चीज़ किसी सामाजिक प्रतिष्ठा के दबाव में आकर ना ख़रीदें, जैसे- कार या घर, क्योंकि याद रखें कि आगे उसका ख़र्च आपको ही उठाना है.
- विजया कठाले निबंधे
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