समय के साथ-साथ बच्चों की अच्छी शिक्षा संबंधी जरूरतें पूरी करना पैरेंट्स के लिए एक चुनौती बनता जा रहा है. इस चुनौती को पूरा करने के लिए पैरेंट्स को और अधिक निवेश करने की ज़रूरत है. लेकिन बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए पैरेंट्स कैसे और कहां निवेश करें, यह जानना बहुत ज़रूरी है.
पैरेंट्स की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी होती है बच्चों की अच्छी परवरिश के साथ-साथ उन्हें अच्छी शिक्षा दिलाना. लेकिन आजकल पढ़ाई काफी महंगी हो गई है. बढ़ती महंगाई और सीमित आय के चलते बच्चों की अच्छी और उच्च शिक्षा के लिए पैरेंट्स को कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. बाकी पैरेंट्स की तरह अगर अभी आप बच्चे की अच्छी और उच्च शिक्षा की प्लानिंग कर रहे हैं, तो योजनाओं में निवेश करने से पहले जानें ये बातें-
लक्ष्य निर्धारित करें
बच्चों की पढ़ाई के लिए निवेश करने से पहले ज़रूरी है कि अपना लक्ष्य निर्धारित करें. महंगाई के दौर में स्कूली शिक्षा का ख़र्च भी बहुत बढ़ गया है और जब बात हायर एजुकेशन की हो, तो वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखना आवश्यक है. उदाहरण के लिए- भविष्य में जब बच्चा उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज जाएगा, तो उसे कितने रुपए की ज़रूरत पड़ेगी. किस कोर्स में दाखिला लेगा और उसमें कितना ख़र्च आएगा. इसका अनुमान लगाना पैरेंट्स के लिए थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन अनुमानित बजट को ध्यान में रखे बिना पैरेंट्स अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाएंगे. अत: अपना लक्ष्य तय करने के बाद उस दिशा में कदम बढ़ाना शुरू करें.
जल्द से जल्द शुरुआत करें
बच्चों की उच्च शिक्षा एक लॉन्गटर्म लक्ष्य है, इसलिए उनके बचपन से ही बचत और निवेश करना शुरू कर दें. हर महीने कुछ रकम बचाकर और उसे सही जगह पर निवेश करके पैरेंट्स अपने लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सकते हैं. जब तक बच्चे 18 साल के होंगे, तब तक पैरेंट्स अच्छी खासी रकम जमा कर सकते हैं.
बचत के साथ-साथ निवेश भी करें
बच्चों की पढ़ाई के लिए शुरुआत से ही बचत करना ज़रूरी है, इसलिए समय रहते ही एक बड़ी राशि जमा करना शुरू कर दें, लेकिन इससे पहले पैरेंट्स कुछ कदम उठाएं-
- आय और खर्च की एक लिस्ट बनाएं, जिसमें घर और कार के लोन का रीपेमेंट भी शामिल हो.
- कितनी राशि कहां निवेश कर रहे हैं.
- कितनी रकम कहां खर्च हो रही है.
- कहां फ़िज़ूलख़र्च को रोका जा सकता है.
इससे पैरेंट्स यह जान लेंगे कि आप कितनी राशि और बचा सकते हैं और इन बची हुई रकम को ऐसी जगह निवेश करें, जो आपके पैसे को बढ़ाने में मदद कर सके. जैसे- सुकन्या समृद्धि योजना, पीपीएफ और म्युच्युअल फंड्स. इन लॉन्ग टर्म योजनाओं में निवेश करके पैरेंट्स एक बड़ी रकम जमा कर सकते हैं.
एजुकेशन लोन लेने के लिए तैयार रहें
भविष्य में कई बार हालात ऐसे भी हो सकते हैं कि उच्च शिक्षा के लिए फंड कम पड़ जाए. ऐसी स्थिति में एजुकेशन लोन लेकर इस कमी को पूरा कर सकते हैं, पर बच्चों की पढ़ाई के लिए रुपयों का इंतजाम करते समय अपने रिटायरमेंट संबंधी ज़रूरतों को अनदेखा न करें. पढ़ाई के साथ-साथ रिटायरमेंट के लिए भी निवेश करें.
कहां करें निवेश?
1. पीपीएफ
सुरक्षित भविष्य के लिए नहीं, बच्चों की शिक्षा के लिए अगर पैरेंट्स निवेश करना चाहते हैं, तो पब्लिक प्रॉविडेंट फंड अच्छी योजना है. यह 15 साल की योजना है, जिसमें निवेश करके पैरेंट्स अपने बच्चों की शिक्षा के लिए एक बड़ी राशि जमा कर सकते हैं. इसमें मिलनेवाली ब्याज की दर, बाकी बैंकों की तुलना में अधिक होती है. इस योजना की खासियत है कि इसमें मिलने वाला ब्याज कर मुक्त होता है. आयकर अधिनियम की धारा ’80सी’ के तहत टैक्स में 1.5 लाख रुपए तक की छूट मिलती है. यह एक बहुत ही आकर्षक निवेश योजना है, जिसमें निवेश करके पैरेंट्स अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए बड़ी राशि जमा कर सकते हैं.
2. सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना लड़कियों के बेहतर भविष्य और उनकी उच्च शिक्षा के लिए राशि जमा करने का एक बेहतरीन विकल्प है. इस योजना के तहत मिलने वाली ब्याज की दर पूरी तरह कर मुक्त है और आयकर अधिनियम की धारा ’80सी’ के तहत टैक्स में लाभ मिलता है. अगर पैरेंट्स अपनी बेटी की शादी या उसकी शिक्षा के लिए बचत करना चाहते हैं, तो इस योजना का लाभ ले सकते हैं.
3. सोने में करें निवेश (गोल्ड सेविंग)
बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए पैरेंट्स सोने में निवेश कर सकते हैं. बाकी योजनाओं की तरह गोल्ड भी निवेश करने पर भविष्य में ज्यादा बेहतर मुनाफा मिलता है, यहां पर ध्यान देने वाली बात है कि गोल्ड का रेट मार्केट वैल्यू पर निर्भर करता है. इस निवेश का एक नुकसान यह है कि गोल्ड को बेचते समय आपको पूंजीगत लाभ कर का भुगतान करना अनिवार्य होता है.
4. इक्विटी म्युचुअल फंड
इक्विटी म्युचुअल फंड एक अन्य विकल्प है, जहां पर पैरेंट्स रकम निवेश करके एक बड़ा फंड जमा कर सकते हैं. ये म्युचुअल फंड लंबी अवधि में मिलनेवाले मुनाफे के मामले में ज़्यादा फायदेमंद होते हैं. बच्चों की शिक्षा या अन्य लॉन्ग टर्म योजनाओं के लिए बचत करना चाहते हैं, तो यह बेहतर विकल्प है.
5. डेब्ट म्युचुअल फंड
कुछ डेब्ट म्युचुअल फंड बैंक में जमा राशि की तुलना में बेहतर मुनाफा देते हैं. ये म्युचुअल फंड टैक्स में भी लाभ पहुंचाते हैं, इसलिए इन डेब्ट म्युचुअल फंड को बैंकों की तुलना में बेहतर ऑप्शन माना जाता है. पैरेंट्स यह ऑप्शन तभी चुनें, जब वे एक लंबी अवधि के लिए निवेश की योजना बना रहे हों, क्योंकि इनमें अच्छा मुनाफा एक बड़ी अवधि के बाद ही मिलता है. इन योजनाओं में निवेश करने से पहले पैरेंट्स एक्सपर्ट्स से सलाह ज़रूर लें, क्योंकि इस निवेश में जोख़िम होने की संभावना अधिक होती है.
6. बैंक में किए जाने वाले फिक्स्ड डिपॉजिट
फिक्स्ड डिपॉजिट भी लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने का अच्छा ऑप्शन है, लेकिन यह आखिरी विकल्प होना चाहिए निवेश का. इस ऑप्शन में सबसे कम ब्याज मिलता है और अधिक मुनाफा भी नहीं मिलता है. फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने के कुछ नुक़सान हैं, जैसे- यदि पैरेंट्स अभी इसमें निवेश करते हैं और फिक्स्ड डिपॉजिट में मिलने वाली ब्याजदर 7% है, तो अगले 10 सालों तक आपको केवल 7 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा.
7. यूनिट लिंक्ड बीमा योजनाएं
आजकल कई पैरेंट्स बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए बीमा कंपनियों और फंड हाउस द्वारा दी जाने वाली यूनिट लिंक्ड बीमा योजनाओं और बचत योजनाओं में भी निवेश करते हैं. ये योजनाएं भी बच्चों की उच्च शिक्षा में मददगार साबित होती हैं, पर इनसे मिलने वाला मुनाफा कम होता है.
8. चाइल्ड प्लान
भविष्य में पैरेंट्स अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं, तो उनके लिए एक बेहतरीन चाइल्ड प्लान लें, लेकिन कोई भी चाइल्ड प्लान लेने से पहले उसके बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर लें.
- पूनम नागेंद्र शर्मा
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