- अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए मंत्र- ॥ सोहम ॥
2. रक्तचाप पर नियंत्रण के लिए मंत्र- ॥ हृीं॥
या
॥ॐ भवानी पादुरंगा॥
इस मंत्र का जाप खाली पेट, रोज़ 21 बार करें
3. माइग्रेन के उपचार में उपयोगी मंत्र
॥ॐ नम: शिवाय॥
रोज़ 108 की 5 मालाएं जाप करें. प्रत्येक सोमवार को करने पर तो अवश्य अधिक लाभ की संभावना है
4. मधुमेह से मुक्ति पाने के लिए मंत्र
॥हृीं॥
वज्रासन में बैठकर, नाभि पर ध्यान केंद्रित करके, इस मंत्र का रोज़, 108 की 5 आवृत्ति करने से लाभ होता है. यदि परिस्थितियां हों और परिवार में कोई डिस्टर्ब न हो, तो इस मंत्र को ज़ोर से बोलकर भी जाप किया जा सकता है. नाभि के निकट मणिपुर चक्र होता है और नाभि पर प्रेशर पड़ने से वहां के चक्र जागृत हो जाते हैं, जो शरीर में संतुलन लाकर टॉक्सिंस को बाहर करते हैं.
5. थकान दूर करने के लिए मंत्र
॥लं॥
5 मालाएं जाप करने से थकान दूर होने लगती है.
6. दीर्घायु के लिए मंत्र
॥ओम त्रयंबकं यजामहे, सुगंधिम् पुष्टिवर्धनम्
उर्वारूकमिव बंधनान, मृर्त्योमोक्षीयमामृतात्॥
प्रत्येक सोमवार को 11 मालाएं भगवान शिव के सामने जाप करें. निकट कोई शिव मंदिर हो, तो वहां जाकर जाप करें, तो अच्छा है.
7. हृदय और रक्त संबंधी बीमारियों के लिए मंत्र
॥ॐ नम: शिवाय:॥
ह्रदय रोगी सुखासन में बैठकर सुबह और शाम पांच-पांच मिनट जप करें.
8. पाचन संबंधी बीमारियों के उपचार के लिए मंत्र
॥ॐ॥
सुखासन या वज्रासन में बैठकर एक माला का जाप करें.
अथवा
॥रं॥
बलपूर्वक सांस को बाहर फेंककर उच्चारण करें, 5 मालाएं.
9. बुखार दूर करने के लिए मंत्र
॥ॐ नमो भगवते रूद्राय ॥ यदि रोगी ख़ुद नहीं जाप कर सकता, तो उसका नज़दीकी रिश्तेदार इस मंत्र का
जाप रोज़ 11 मालाएं सुबह और शाम करे.
10. गहरी नींद के लिए मंत्र
॥ॐ अगस्ती शयीना:॥
शवासन में आंखें बंदकर, पूरा ध्यान सांस पर रखते हुए बिस्तर पर लेट जाएं और मंत्र का जप मन ही मन में करें. शरीर को शिथिल करते चले जाएं, आपको नींद अपने आप आ जाएगी.