महाकाल की नगरी उज्जैन में विक्रमोत्सव 2024 का आयोजन किया गया है. 40 दिन तक चलनेवाले इस समारोह में कई कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. इसी क्रम में एक्टर आशुतोष राणा व उनके साथी कलाकारों ने भी हमारे राम नाटक का मंचन किया, जिसमें आशुतोष ने रावण की भूमिका निभाई.
यह आयोजन कालिदास एकेडमी में हुआ और गौरव भारद्वाज निर्देशित इस नाटक को देखने भारी संख्या में लोग दूर-दूर से पहुंचे. आशुतोष ने इस नाटक के ज़रिए रामायण के कई अनछुए पहलुओं से भी लोगों की अवगत कराया.
हमारे राम में कई ऐसे दृश्य दिखाए गए हैं जो पहले कभी स्टेज या टीवी पर नहीं दिखाए गए हैं. वाल्मीकि रामायण में कई ऐसे प्रसंग मौजूद हैं जिनका चित्रण अब तक नहीं किया गया.
रावण बने आशुतोष ने शिव को प्रसन्न करने के लिए शिव तांडव स्तोत्र सुनाया और भगवान को नारियल भेंट करने की बजाय अपना शीश चढ़ाया, जिससे प्रसन्न होकर शिव ने उनको 10 सर और 20 भुजाओं का वरदान दिया.
आशुतोष की इस दमदार प्रस्तुति से लोग काफ़ी प्रभावित हुए और वो मंत्रमुग्ध हो गए. आशुतोष वैसे भी ख़ुद काफ़ी ज्ञानी और शिव भक्त भी हैं. इससे पहले उन्होंने महाकाल के दर्शन भी किए और भस्म आरती में भी शामिल हुए थे.