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फुल क्रीम मिल्क या टोन्ड मिल्क, क्या है ज़्यादा सेहतमंद ( Full Cream Milk or Toned Milk, Which is more Healthy?)
आज के समय में ज़्यादातर लोग दूध बाजार से ही खरीदकर पीते हैं. वैसे तो बाजारों में कई तरह के दूध उपलब्ध हैं लेकिन जिस तरह के दूध का प्रयोग सबसे अधिक किया जाता है वह है फुलक्रीम मिल्क (Full Cream Milk) और टोन्ड मिल्क (Toned Milk). कुछ लोगों को टोन्ड दूध का सेवन करना पसंद होता है और कुछ लोगों को फुलक्रीम दूध. लेकिन क्या कभी आपने यह सोचा है कि आपके लिए इनमें से कौनसा सही है? आज इस लेख में हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि टोन्ड(Toned Milk) और फुलक्रीम दूध में क्या अंतर है और कौनसा दूध पीना किस उम्र के लोगों के लिए सही होता है.
दूध बच्चों का संपूर्ण आहार माना जाता है. यह कैल्शियम और प्रोटीन का प्रमुख स्रोत है. जहां तक फुल क्रीम(Full Cream Milk) और टोन्ड मिल्क में से चुनने का प्रश्न है तो 100 मिलीलीटर ग्लास फुल क्रीम मिल्क में 67 कैल एनर्जी, 4.2 फैट, 120 एमजी कैल्शियम और 3.2 प्रोटीन होता है, जबकि 100 मि.ली टोन्ड मिल्क में 61 कैल एनर्जी, 1.2 फैट, 120 एमजी कैल्शियम और 3.2 प्रोटीन होता है.
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किसको करना चाहिए टोन्ड मिल्क का सेवन?
टोन्ड दूध(Toned Milk) का सेवन गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को करना चाहिए. इसके अलावा वो लोग जिनका कि पाचन खराब है वो लोग भी इस दूध का सेवन कर सकते हैं. शिशुओं और किशोरों को यह दूध(Toned Milk) नहीं पीना चाहिए, क्योंकि इस उम्र में उनके शरीर में प्रोटीन और कैलोरी की बहुत ज्यादा खपत होती है.
किसके लिए है फुल क्रीम मिल्क बेहतर?
5 साल तक के बच्चों को फुल क्रीम मिल्क(Full Cream Milk) देना चाहिए, क्योंकि यह इसमें मौजूद फैट में कुछ ज़रूरी पोषक तत्व, जैसे- बिटा कैरोटिन, विटामिन डी, ई को पचाने और बच्चों के विकास में मदद करता है, लेकिन 5 साल से अधिक उम्र के बच्चों को इसकी आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि इसके बाद फैट स़िर्फ आर्टरिज़ में जाती है, जिससे बच्चे का वज़न बढ़ता है.
ध्यान रखें
फुल क्रीम दूध(Full Cream Milk) में पानी मिलाना सही ऑप्शन नहीं है. पानी मिलाने से फैट तो कम हो जाता है, लेकिन इसके साथ कैल्शियन और प्रोटीन लेवल भी घट जाता है.
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