आज जिस तरह की लाइफस्टाइल हम सभी जी रहे हैं, उसमें अपनी सेहत व फिटनेस पर अधिक ध्यान देने की ज़रूरत है. और जब बात हो बच्चों की, तो जिस तरह वे दिन-रात गैजेट्स, विशेष रूप से मोबाइल, लैपटॉप, टैब आदि का उपयोग कर रहे हैं, इससे उनकी आंखें समय से पहले कमज़ोर होती जा रही हैं. बच्चों की आंखें हेल्दी रहें और आंखों की रोशनी भी बढ़े, इसके लिए हम यहां पर कुछ आसान एक्सरसाइज़ बता रहे हैं. इनसे न केवल बच्चे की आंखें ठीक रहेंगी, बल्कि वे रिलैक्स भी महसूस करेंगे.
- दोनों हाथों की हथेलियों को रगड़ें. जब हथेलियां गर्म हो जाएं, तब इसे हल्के हाथों से आंखों के ऊपर रखें. गहरी सांस लें. ध्यान रहे कि हाथों का दबाव अधिक न हो. कुछ देर यूं ही रहने दें. इस प्रक्रिया को कम से कम आठ-दस बार करें. इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है.
- बच्चा पढ़ाई के बीच में ब्रेक लेकर थोड़ी देर के लिए आंखों को पूरी तरह से बंद रखे. ऐसा दिनभर में पांच-छह बार करें. इससे आंखों की मांसपेशियों को आराम मिलता है.
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- आंखों की ऊपरी पुतलियों को उंगलियों से हल्के हाथों से दबाएं. इसे नियमित रूप से करते रहने से आंखें स्वस्थ रहने के साथ बच्चे की एकाग्रता की क्षमता में इज़ाफ़ा होता है.
- आंखों को क्लॉकवाइज़ और एंटीक्लॉकवाइज़ घुमाएं. साथ ही बीच-बीच में पलकें भी झपकाते रहें. दिनभर में बच्चे को जब भी समय मिले, ऐसा करने के लिए कहें.
- सीधे खड़े होकर ऊपर की तरफ़ देखें. फिर धीरे-धीरे आंखों को झुकाते हुए नीचे की तरफ़ देखें.
- आंखों लगातार तेजी से ऊपर-नीचे घुमाने के लिए कहें. इससे बच्चे की आंखों का मूवमेंट बेहतर होता है.
- अंगूठे को चेहरे के क़रीब रखकर एकाग्र होकर उसे देखें. इसके बाद किसी दूर की चीज़ पर एकाग्र होकर देखें. इस तरह पास व दूर देखने की प्रक्रिया को दोहराते रहें.
- बच्चे को आंखों को दाएं-बाएं घुमाने के लिए कहें. यह फन के साथ आंखों को भी हेल्दी रखता है.
- यदि बच्चा अधिक समय कंप्यूटर पर रहता है, तो उसे दस-बारह बार तेज़ी से पलकों को झपकाने के लिए कहें. फिर कुछ देर के लिए आंखों को बंद रखें. इस आई एक्सरसाइज़ को दिनभर में कम से कम चार-पांच बार करें.
- बैठकर या फिर खड़े होकर आराम वाली स्थिति में रहकर सामने की ओर किसी एक बिंदु पर एकाग्र होकर देखें. फिर धीरे-धीरे पुतलियों को गोल-गोल घुमाएं. फिर बाईं तरफ़ व बाद में दाईं तरफ़ घुमाएं. इस ईज़ी एक्सरसाइज़ को छह-सात बार करें.
- बच्चों की आंखें दिनभर सक्रिय रहती हैं. कभी पढ़ाई, कभी खेल तो अधिकतर सेल फोन पर. ऐसे में आंखों को आराम देना भी बेहद ज़रूरी हो जाता है. इसके लिए दो छोटे टॉवेल लें. एक को गर्म पानी में और दूसरे को ठंडे पानी में डुबोएं. पहले गर्म पानी से आंखों के आईब्रो, बंद आंखों की पुतलियों व गालों की हल्के हाथों से सेंकाई करें. इसी तरह ठंडे पानी से करें. एक बार गर्म पानी में टॉवेल डुबोकर सेंकाई करें, फिर ठंडे पानी से. बारी-बारी से गर्म-ठंडे पानी से स्पंज करते रहें. इससे आंखों को आराम मिलेगा और फ्रेशनेस भी महसूस होगी.
हेल्दी डायट फॉर हेल्दी आईज़
बच्चे के खानपान पर ध्यान देकर भी उनकी आंखों को हेल्दी रखा जा सकता है.
- बच्चों को भोजन में दालें ज़रूर दें, ख़ासकर राजमा, काली दाल. इनमें भरपूर मात्रा में जिंक होता है, जिससे आंखों की रोशनी बढ़ती है.
- विटामिन ई से भरपूर बादाम, अखरोट, काजू, पिस्ता आदि बच्चे के डायट में शामिल करें. ये आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करते हैं.
- हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, जिनमें विटामिन ए, सी व ई प्रचुर मात्रा में होता है, बच्चों को खाने के लिए दें. ये आई साइट को मज़बूत करते हैं.
- बच्चों को भरपूर पानी पीने के लिए भी प्रोत्साहित करें.
आंखों के लिए फ़ायदेमंद फ्रूट्स
- पपीते में भरपूर मात्रा में मिनरल्स, एंजाइम व एंटीऑक्सीडेंट होता है. इससे नज़रें मज़बूत होने के साथ-साथ आंखों की अन्य परेशानियां भी दूर होती हैं.
- हेल्दी आई के लिए आडू खाना भी बहुत उपयोगी है.
- सेब, गाजर व बीट का जूस पीना भी आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद होता है.
- ऊषा गुप्ता