हर महिला चाहती है फॉरएवर यंग दिखना, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ ही स्किन और फिटनेस पर भी उम्र का असर दिखाई देने लगता है. लेकिन अगर आप यहां बताए गए कुछ ब्यूटी सीक्रेट्स अपना लें तो बढ़ती उम्र में भी आप यंग और फिट नजर आ सकती हैं.
हम सभी की उम्र बढ़ रही है और जैसे-जैसे उम्र बढ़ रही है, वैसे-वैसे चेहरा ही नहीं, बल्कि शरीर के बाक़ी हिस्से पर भी बढ़ती उम्र का असर दिखाई देने लगता है. ये बिल्कुल नॉर्मल है. हालांकि कुछ लोगों को इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता. उनका कहना होता है कि उम्र का असर दिखना बिल्कुल नॉर्मल है, लेकिन ज्यादातर महिलाएं चाहती हैं कि वो हर उम्र में यंग और खूबसूरत दिखें, फिट नजर आएं. ऐसे लोगों को सुपरकूल कहा जाता है. अगर आप भी सुपरकूल कैटेगरी में आती हैं, तो इशान इंटरनेशनल लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO और आईआईटी कानपुर के प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार विजेता और मोटिवेशनल बुक "$852" के लेखक शांतनु श्रीवास्तव से जानें यंग दिखने के सीक्रेट्स.
जैसे-जैसे उम्र 40, 50 और उससे अधिक होती है, उसका असर चेहरे पर साफ दिखाई देने लगता है. मसल्स कमज़ोर हो जाते हैं, स्टैमिना और एनर्जी लेवल भी कम हो जाता है. कई मेडिसिन, खासकर ट्रेडिशनल मेडिसिन, उम्र बढ़ने के प्रोसेस को धीमा करने के तरीके बताती है. इनमें योग और मेडिटेशन भी है. लेकिन यहां हम एजिंग के इफेक्ट को कम करने के लिए बिलकुल यूनीक ऑप्शन और रेमेडीज ले आए हैं. ये है ग्रैविटी, माइंड और ट्यूब कांसेप्ट (Gravity, Mind and Tube concept) जो एजिंग के लिए बहुत इफेक्टिव है.
ग्रैविटी फोर्स यानी गुरुत्वाकर्षण करता है एजिंग पर असर
सबसे पहले तो ये जान लें कि ग्रैविटी आप पर लगातार काम करती रहती है. ग्रैविटी हर चीज़ को धरती की ओर खींचता है, और आपका शरीर भी इसका अपवाद नहीं है. ग्रैविटी का नीचे की ओर ले जाने वाला फोर्स आपकी स्किन और मसल्स को ढीला करता है, चाहे वह माथे की स्किन हो, आँखों के नीचे का हिस्सा हो, गाल हों या मसल्स हों. नतीजतन- आपके चेहरे और शरीर पर, फेशियल मसल्स में ढीलापन और मसल्स में कमजोरी आदि लक्षण नजर आने लगते हैं. यही कारण है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ आपका चेहरा भी बदलने लगता है. ज़ाहिर है, जैसे जैसे उम्र बढ़ती है, यंग लोगों की तुलना में ग्रैविटी आप पर ज्यादा असर कर चुकी होती है और आपकी बॉडी पर एजिंग के निशान दिखाई देने लगते हैं.
चूँकि ग्रैविटी आप पर अधिक वर्षों तक काम करता है तो कम उम्र के लोगों की तुलना में आपका चेहरा और शरीर ज़्यादा प्रभावित होता है, और नतीजतन आपकी शक्ति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
क्या करें?
ग्रैविटी किस तरह आपके बॉडी पर असर करती है और इस वजह से बढ़ती उम्र का असर आपके चेहरे और बॉडी पर दिखाई देने लगता है, ये तो हमने जान लिया. आइए अब जानते हैं कि इससे बचने के लिए और एजिंग प्रोसेस को धीमा करने के लिए आपको क्या करना होगा. हो सकता है आप इनमें से एक या अधिक एक्टिविटीज पहले से ही कर रहे हों, लेकिन अब आपको ये सभी करने होंगे).
रेगुलर एक्सरसाइज करें
जो लोग एक्सरसाइज नहीं करते, उनके मसल्स तेज़ी से ढीले और कमजोर होते हैं. जबकि रेगुलर एक्सरसाइज ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और मसल्स सैगिंग के प्रोसेस को धीमा करता है. यह आपके दिल को फिट रखता है. आपके ब्रेन को ऑक्सीजन की सप्लाई करता है. आपके स्ट्रेस लेवल को कम करने में मदद करता है, और एंडोर्फिन्स, डोपामाइन जैसे हेल्दी केमिकल्स रिलीज करता है. अगर आप बढ़ती उम्र में भी यंग और फिट रहना चाहते हैं तो
- अपने को फिट रखने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करें.
- बेहतर होगा कि आप कम उम्र में एक्सरसाइज शुरू कर दें. और अगर अब तक आपने एक्सरसाइज नहीं शुरू किया है तो अब शुरू कर सकते हैं. लेकिन अगर आपकी उम्र 50 से ज्यादा है तो स्लो एक्सरसाइज करें.
- चालीस के बाद हर हफ़्ते लगभग 240 से 300 मिनट एक्सरसाइज करें.
- 50 क्रॉस करने के बाद हर हफ़्ते 200 से 240 मिनट तक एक्सरसाइज काफी होता है.
- एक्सरसाइज के इस ड्यूरेशन को हर हफ्ते 4 से 5 दिन में बांट लें.
अच्छी नींद लें
- ये जानने की कोशिश करें कि आपकी बॉडी को कितनी नींद की ज़रूरत है और डेली उतने घंटे की नींद जरूर लें.
- कम से कम रोज़ाना 7 से 8 घंटे सोएं.
- अगर संभव हो तो दोपहर में लगभग 20 मिनट की झपकी लेने की कोशिश करें. इससे आपके मसल्स और दिमाग रिलैक्स फील करेंगे.
हेल्दी डायट लें
हेल्दी, बैलेंस और न्यूट्रीशनल डायट इस थ्योरी का तीसरा सबसे अहम हिस्सा है. आप चाहें तो डायट के लिए प्रोफेशनल की मदद ले सकते हैं.
मसल्स के लिए पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और बोन्स के लिए कैल्शियम लें. डायटरी सप्लीमेंट्स भी उपयोगी होते हैं और जब भी जरूरी हो, इन्हें भी लें. कोई डाउट होने पर तो किसी क्वालिफाइड डॉक्टर या डायटिशियन से सलाह लें.
संक्षेप में, नियमित रूप से रेगुलर एक्सरसाइज, अच्छी नींद और हेल्दी डायट लें. यह आपके बॉडी पर ग्रैविटी के नेगेटिव इफेक्ट्स को कम करेंगे.
माइंड
आपका कैसे दिखते हैं, इसमें आपका माइंड यानी दिमाग का रोल अहम होता है. आप खुद को जितना यंग महसूस करेंगे, उतना ही यंग दिखेंगे. आपकी उम्र बढ़ रही है, इसका मतलब यह नहीं है कि आप ख़ुद को बूढ़ा समझने लगें और सुस्त हो जाएं. आपकी उम्र चाहे जो भी हो, फिजिकल और मेंटल मेकअप के ज़रिए आप अपनी पर्सनैलिटी और कॉन्फिडेंस को बूस्ट कर सकते हैं. हमेशा कोशिश करें अपनी उम्र से 10 साल कम दिखने और महसूस करने की. मेडिटेशन और पॉजिटिव सोच इसमें आपकी हेल्प करेंगे.
मेडिटेशन: सुबह और शाम 15 मिनट का मेडिटेशन करें. आप इसे घर पर या कहीं और भी कर सकते हैं, बशर्ते मेडिटेशन करते समय आपका ध्यान यहां वहां न भटके. मेडिटेशन करते समय मोबाइल फोन दूर या साइलेंट मोड पर रखें. कोशिश करें और मेडिटेशन करते समय आप विचारशून्य चेतन में रहें.
पॉजिटिव सोच: पॉजिटिव सोच आपको मेंटली हेल्दी और सेल्फ मोटिवेटेड रखने के लिए जरूरी है. पॉजिटिव सोच का मतलब ख़ुश चेहरा, मुस्कुराना और हँसाना और हरदम अच्छे मूड में रहने का दिखावा करना नहीं है, बल्कि यह समझना है कि "हर प्रॉब्लम का एक सॉल्यूशन होता है" और "उस सॉल्यूशन को खोजना संभव है."
गुस्सा या जलन जैसी नेगेटिव भावनाओं के अनावश्यक बोझ को दूर फेंकना, किसी को दोष दिए बिना अपनी असफलताओं को स्वीकार करना और उनसे सीखना, दयालु और मददगार बनना, जैसे कुछ तरीक़े हैं जिनसे आप अपने और अपने आसपास पॉजिटिव माहौल बनाने में मदद कर सकते हैं.
ट्यूब
यह आपके लिए अनुसरण करने वाली सबसे आसान चीज़ है. अगर उम्र बढ़ने के साथ आपकी स्किन रूखी हो जाए, तो आपके चेहरे पर उम्र का असर दिखने लगता है. अच्छी तरह से चयनित, विभिन्न उद्देश्यों के लिए ट्यूब यानी मॉइस्चराइज़र, टोनर, सनस्क्रीन आदि. अगर आप अपनी स्किन टाइप के अनुसार और अच्छी क्वालिटी का ट्यूब सिलेक्ट करते हैं, तो ये आपकी स्किन की कोमलता को पोषित और संरक्षित करने का काम करते हैं, जिससे आपके चेहरे पर यंग ग्लो बना रहता है.
कुछ टिप्स:
- रोज़ रात को सोने से पहले मॉइस्चराइज़र अप्लाई करें, लेकिन याद रखें कि मॉइस्चराइज़र लगाने से पहले अपना चेहरा फेसवॉश से अच्छी तरह धो लें.
- हाथ-पैर और नाखून पर भी मॉइस्चराइज़र लगाना ना भूलें.
- चेहरे पर दिन में केवल एक बार सोप लगाएं. - रेगुलर हेयर कलर करें, ताकि ग्रे हेयर कवर हो सकें और आपको मिले यंग लुक.
- रेगुलर बॉडी मसाज या कम से कम पैरों, कंधों और गर्दन का मसाज करें, इससे ब्लड-सर्कुलेशन में सुधार आता है और बॉडी रिजुनवेट होती है.