कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश में दहशत मचा रखी है. लेकिन तमाम संकटों के बीच देश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी है, कोशिशें जारी हैं. कोरोना से लड़ाई की इसी कोशिश में आज एक और दवा जुड़ गई है- DRDO की एंटी कोविड ड्रग 2-DG, जो आज लॉन्च हो गई है. अब ये दवा अस्पतालों में उपलब्ध होगी, जो मरीजों को कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने में मदद करेगी. इस दवाई से क्या फायदा होगा, इसके डोसेज़ और कीमत क्या होगी, ये किस तरह काम करेगी और कौन इसे ले सकता है, आपके हर जरूरी सवाल का जवाब जानें यहां.
ये दवा कैसे काम करती है?
वायरस से हमारे शरीर में जब कुछ सेल्स इन्फेक्ट हो जाते हैं, तब वे ज्यादा ग्लूकोज की डिमांड करते हैं. ये दवा ग्लूकोज का बदला हुआ रूप है. जब मरीज को ग्लूकोज का यह बदला हुआ रूप दिया जाएगा, तो इसके साथ-साथ 2डीजी भी उन सेल्स में जाएगा और वायरस की ग्रोथ को रोक देगा. जब मरीज को सुबह शाम इसकी डोज दी जाती है, तो वायरस आगे ग्रो नहीं कर पाता और तब हमारा सिस्टम वायरस को खत्म करने में मदद करता है.
कितनी कारगर है?
डीआरडीओ का दावा है कि ग्लूकोज़ पर आधारित इस 2-डीजी दवा के सेवन से कोरोना मरीजों को ऑक्सजीन पर ज्यादा निर्भर नहीं होना पड़ेगा. साथ ही वे जल्दी ठीक हो सकेंगे.
इस दवा को कैसे लेना है? डोज क्या होगी?
ये दवा पाउडर के रूप में एक सैशे के रूप में उपलब्ध होगी. इसे पानी में घोलकर आपको पीना होगा, ठीक वैसे ही जैसे आप ORS को पानी में घोलकर पीते हैं. एक्सपर्ट्स के अनुसार यह दवा दिन में दो बार लेनी होगी. कोविड मरीजों को पूरी तरह ठीक होने के लिए 5 से 7 दिन तक यह दवा देनी पड़ सकती है.
कीमत क्या रखी गई है?
2डीजी (2DG) की कीमत की घोषणा अभी नहीं की गई है. लेकिन कहा जा रहा है कि इसके एक सैशे की कीमत 500 से 600 रुपये के बीच हो सकती है. कीमत को लेकर कोई भी फैसला डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी ही करेगी. लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये ज़रूर कहा है कि दवा किफायती हो, इस बात का ध्यान रखा जाएगा.
कब उपलब्ध होगी?
यह दवा 17 मई को लॉन्च होते ही आम जनता के लिए उपलब्ध हो गई है. 17 मई से ये दवा अस्पतालों, आम लोगों के लिए जारी कर दी गई है. इसका उत्पादन भी तेजी से बढ़ाया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों तक ये पहुंच सके. फिलहाल ये दवा अस्पतालों में डॉक्टर की सलाह पर ही दी जाएगी. अभी इसकी सिर्फ इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी गई है.
क्या कोविड-19 के हर वेरिएंट को रोकेगी?
वायरस का कोई भी वेरिएंट हो, ये दवा हर तरह के वेरिएंट की ग्रोथ को रोकने में सक्षम साबित होगा.
क्या कोई साइड इफेक्ट्स भी हैं?
सभी फेज़ के ट्रायल के दौरान ये दवा मॉडरेट और गंभीर कोविड मरीज़ों को दी गई और सभी मामलों में ये प्रभावी पाई गई है. 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों पर भी ये अच्छी तरह से काम करती है. सभी मरीजों को इस दवा से फायदा ही हुआ, किसी पर कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला. इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि इस दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है.
क्या ये दवा बच्चों को भी दी जाएगी?
हालांकि इसका क्लिनिकल ट्रायल 18 साल की उम्र से बड़े मरीजों पर ही किया गया है. ये दवा किसी तरह का नुकसान नहीं करती और इसकी बहुत माइल्ड डोज ही दी जाती है. लेकिन ये दवा बच्चों को दी जाएगी या नहीं, यह ड्रग कंट्रोलर ही तय करेंगे.