रिश्तों को न लगे ख़ुद की ही नज़र (Dont ignore your relationship)
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दामन में सिमटी थी मुहब्बत मेरी... लबों से लिपटे थे चाहत के रंग... तुम और मैं तब एक ही थे और एक ही थी अपनी डगर... कब तुमने अपनी राह अलग बना ली, कब मैंने कोई नई मंज़िल ढूंढ़ ली... व़क्त यूं ही फिसलता गया हाथों से और हमने अपनी आंखें मूंद लीं... आओ मिला लें फिर से अपने रास्ते, देर न हो जाए अकेले चलते-चलते... कुछ तुम बढ़ो, कुछ हम बढ़ेें... रोक लें अपने रिश्ते की शाम को ढलते-ढलते...
हम अपने रिश्ते के प्रति इतने कैज़ुअल हो जाते हैं कि हमें ख़ुद ही पता नहीं चलता कि कब हमारी ख़ुद की ग़लती से प्यार भरा रिश्ता बस एक औपचारिकता बनकर रह गया. समय-समय पर ख़ुद विश्लेषण करें कि ऐसी कौन-सी ग़लतियां हैं, जो आप अपने रिश्ते में अक्सर करते हैं.
सब कुछ परफेक्ट है:अक्सर लोग सोचते हैं कि उनके रिलेशनशिप में कोई प्रॉब्लम ही नहीं और उनका रिश्ता परफेक्ट है. यही सोच धीरे-धीरे रिश्ते के प्रति उन्हें कैज़ुअल बनाती चली जाती है और वो रिलैक्स हो जाते हैं, जिससे रिश्ता बोरिंग होता चला जाता है यानी जिसे आप परफेक्शन समझ रहे होते हैं, वो दरअसल बोरियत होती है, जहां कम्यूनिकेशन कम होता है, शिकायतें भी न के बराबर होती हैं और सब कुछ रूटीन बन जाता है.
टिप्स: अपने रिश्ते की गर्मी को समय के साथ खोने न दें. परफेक्ट कुछ भी नहीं होता, इसलिए हमेशा परफेक्शन की दिशा में काम करते रहना चाहिए.
- एक-दूसरे को स्पेशल फील करवाएं.
- हंसी-मज़ाक और रोमांस बने रहना बहुत ज़रूरी है.
- शिकवे-शिकायतें भी ज़रूरी होती हैं. आंख मूंदकर यह सोच लेना कि सब ठीक है, तो छोटी-सी बात पर क्या बोलना, यह अप्रोच नकारात्मक है.
- कम्यूनिकेशन कम होने पर आप दोनों धीरे-धीरे दूर होते चले जाते हैं और रिश्ते में बोरियत पसरने लगती है. ऐसा क़तई न होने दें.
रिश्ते के प्रति लापरवाह होना: आपको लगता है कि घर में और रिलेशनशिप में सब कुछ ठीक है, प्यार करनेवाला पार्टनर और अंडरस्टैंडिंग रिश्तेदार मिले हैं, तो आप एक्स्ट्रा एफर्ट डालना बंद कर देते हैं. धीरे-धीरे अपने ख़ुद के रिश्ते व पार्टनर के प्रति आप लापरवाह होते जाते हैं और अंजाने ही रिश्ता प्रभावित होने लगता है.
टिप्स: पार्टनर को कॉम्प्लीमेंट दें. कभी उनके लुक्स पर, कभी उनकी किसी अदा पर तारीफ़ के कुछ शब्द जादू का काम करते हैं.
- एक-दूसरे की ज़रूरतों के प्रति हमेशा सतर्क रहें और एक-दूसरे के लिए कुछ भी करने के लिए एक्स्ट्रा एफर्ट ज़रूर डालें, ताकि पार्टनर को यह महसूस हो कि आपको उनकी कितनी ज़रूरत और परवाह है.
रिश्ते की कद्र न करना:सब कुछ ‘अच्छा’ चलने में और सब कुछ ‘ठंडा’ चलने में फ़र्क़ होता है. जी हां, कपल्स इस अंतर को समझ ही नहीं पाते कि जिसे वो अच्छा और परफेक्ट समझ रहे थे, वो दरअसल उनके रिश्ते का ठंडापन था. रिश्ते के प्रति कैज़ुअल अप्रोच व लापरवाही ही इस ठंडेपन को जन्म देती है. ऐसे में आप अपने रिश्ते के लिए कुछ भी ख़ास करने की बात सोच ही नहीं पाते. जैसा चल रहा है, वैसा ही चलने देते हैं.
टिप्स: बेहतर होगा अपने रिश्ते की क़द्र करें. उसके महत्व को समझें और समय रहते उसे ठंडेपन से बचाएं.
- एक-दूसरे को गिफ्ट व सरप्राइज़ दें.
- रोमांटिक डेट्स पर भी जाएं. मूवी देखें, मस्ती करें, हॉलीडेज़ पर जाएं.
- पार्टनर के लिए कुछ स्पेशल बनाएं या कभी पार्टनर की पसंद का कलर पहनकर उन्हें यह बताएं कि यह स़िर्फ आपके लिए ही है.
सेक्स को अनदेखा करना:सेक्स शादीशुदा रिश्ते का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है. लेकिन समय के साथ-साथ कपल्स सेक्स के प्रति भी उदासीन होते चले जाते हैं. इस उदासीनता का प्रभाव आपके रिश्ते पर पड़ता है. काम की थकान और बढ़ती ज़िम्मेदारियां किस तरह जीवन से धीरे-धीरे रोमांस और सेक्स को छीन लेती हैं, इसे कपल्स जब तक समझ पाते हैं, तब तक काफ़ी समय निकल चुका होता है.
टिप्स:सेक्स को अनदेखा न करें. पार्टनर को अट्रैक्ट करने और उनके लिए अट्रैक्टिव बने रहने के तमाम प्रयास जारी रखें.
- रोमांटिक छेड़छाड़ व मैसेजेस करें.
- सेक्सुअल हाइजीन का ख़्याल रखें.
- सेक्सी नाइटवेयर पहनें.
- पत्नी को चाहिए कि वो बेडरूम को किचन या शिकायतों का कमरा न बनाए और पति को चाहिए कि वो बेडरूम को अपना सेकंड ऑफिस न बनाए.
अपने प्रति कैज़ुअल हो जाना:न स़िर्फ पार्टनर के प्रति, बल्कि ख़ुद के प्रति भी कैज़ुअल अप्रोच रखना इस बात का प्रतीक है कि आपको अपने रिश्ते में ख़ास दिलचस्पी नहीं. काम में इतना खो जाना कि अपने लुक्स, फिटनेस और हेल्थ के प्रति उदासीन रवैया अपनाना आपके रिलेशनशिप को भी उदासीन बना देगा.
टिप्स:अपनी हेल्थ और फिटनेस का पूरा ख़्याल रखें और पार्टनर को यह ज़ाहिर करें कि आप उनके लिए अट्रैक्टिव बने रहना चाहते हैं.
- अपने लुक्स और स्टाइल को भी मेंटेन करें, ताकि पार्टनर की दिलचस्पी बनी रहे.
- साथ-साथ वर्कआउट करें या कोई फिटनेस क्लास, हॉबी क्लास आदि जॉइन करें.
- अगर यह संभव नहीं है, तो सुबह जॉगिंग या रात को खाने के बाद ईवनिंग वॉक पर साथ में जाएं.
- एक-दूसरे में दिलचस्पी बनी रहे, इसके लिए ज़रूरी है कि पहले आपकी ख़ुद में दिलचस्पी जगी रहे.