हाल ही में एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया है, जिसे लेकर वो अभी लोगों का शुक्रिया कर ही रही थीं और जश्न मना ही रही थीं कि इसी बीच अब उनसे पद्मश्री वापस लेने की मांग होने लगी है. दरअसल जब से कंगना ने देश की आजादी को लेकर भीख वाला बयान दिया है तब से विपक्ष के नेता गुस्से से आग बबूला हो गए हैं और उनसे पद्मश्री वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा ने ट्वीटर पर देश के राष्ट्रपति को टैग करते हुए ये मांग की है कि, "एक्ट्रेस कंगना रनौत को जो पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया है, उसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए. इस तरह के पुरस्कार देने से पहले मनोवैज्ञानिक और मानसिक मुल्यांकन किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में इस सम्मान को पाने वाला व्यक्ति राष्ट्र और उसके नायकों का अपमान न करे."
कांग्रेस नेता ने एक्ट्रेस कंगना रनौत के इस बयान को शर्मनाक और शॉकिंग बताया है. उनका कहना है कि कंगना का ये बयान स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है. ये जवाहर लाल नेहरु, महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ पटेल समेत अन्य सभी फ्रीडम फाइटर के बलिदान का अपमान है.
वहीं इनके अलावा महाराष्ट्र मिनिस्टर नवाब मलिक ने भी एक्ट्रेस के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, "ऐसा लगता है कि कंगना रनौत ने ऐसा बयान देने से पहले हशीश की भारी डोज ली थी." इतना ही नहीं नवाब मलिक ने कहा कि, "वो कड़े शब्दों में एक्ट्रेस के इस बयान की निंदा करते हैं. जिन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया. केंद्र को कंगना रनौत को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनसे पद्मश्री सम्मान वापस लिया जाना चाहिए."
गौरतलब है कि एक्ट्रेस कंगना रनौत ने एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान कहा था कि, "साल 1947 की आजादी नहीं बल्कि भीख थी. आजादी तो साल 2014 में मिली, जब नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई." कंगना के इसी बयान ने विपझी पार्टियों के गुस्से का पारा हाई कर दिया है, जिसकी वजह से वो कंगना से पद्मश्री वापस लेने की मांग कर रहे हैं और एक्ट्रेस को देशद्रोही बता रहे हैं.