कोरोना वायरस का डर पूरी दुनिया में फैला हुआ है, लोग इस वायरस से इस कदर डरे हुए हैं कि उन्हें लगता है कि इसका इंफेक्शन होने ही उनकी जान चली जाएगी. यदि आपके मन में भी ये डर है, तो सबसे पहले अपने मन से ये डर निकाल दें. कोरोना वायरस इतना भी भयानक नहीं है, जितना इसके बारे में ग़लतफहमियां फैलाई जा रही हैं. आइए, हम आपको बताते हैं कि कोरोना वायरस है क्या और इससे बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए.
कोरोना वायरस अब चीन के अलावा दक्षिण कोरिया, ईरान, इटली, अमेरिका, फ्रांस जैसे देशों में भी पहुंच चुका है और अब भारत में भी कोरोना वायरस के मामलों की पुष्टि हो चुकी है. यहां पर जानने और समझने वाली सबसे ज़रूरी बात ये है कि कोरोना वायरस इतना भयानक है नहीं, जितना इसके बारे में ग़लतफहमियां फैलाई जा रही हैं. यहां पर हम आपको बता रहे हैं कोरोना वायरस के कारण, लक्षण और इससे बचने के आसान उपाय:
कोरोना वायरस से डरें नहीं सावधानी बरतें
उचित सावधानी और सही समय पर इलाज कराने से आप कोरोना वायरस से आसानी से बच सकते हैं. कोरोना वायरस के बारे में जितना डर फैलाया जा रहा है, असल में कोरोना वायरस इतना भयानक नहीं है. यदि आप सही सावधानी बरतते हैं और सही समय पर डॉक्टर से संपर्क करते हैं, तो आप कोरोना वायरस को आसानी से हरा सकते हैं.
आपको इसलिए कोरोना वायरस से डरने की ज़रूरत नहीं है
- कोरोना वायरस एक माइल्ड टाइप का वायरस इंफेक्शन है इसलिए इसे जानलेवा नहीं कहा जा सकता. इसकी चपेट में आये सिर्फ 2% लोगों की ही मौत हुई है और इसकी वजह उनका कमज़ोर इम्यून सिस्टम और अन्य कारण भी ज़िम्मेदार थे.
- यदि आप उचित सावधानी बरतते हैं, तो आपको इससे डरने की ज़रूरत नहीं है. इंफेक्शन होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाते हैं, तो आप जल्दी ही ठीक हो जाएंगे.
- कोरोना वायरस अन्य सीज़नल वायरल इंफेक्शन की तरह ही है और जिनका इम्यून सिस्टम कमज़ोर है, उन्हें सीज़नल वायरल इंफेक्शन से भी तकलीफ हो सकती है.
- गर्म तापमान में कोरोना वायरस नहीं पनपता और हमारे देश में अब गर्मी का मौसम आ रहा है इसलिए हमें कोरोना वायरस से डरने की ज़रूरत नहीं है.
- अफवाहों से बचें और उचित सावधानी बरतकर कोरोना वायरस को खुद से दूर रखें.
ये हैं कोरोना वायरस के लक्षण:
ये लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें. उचित सावधानी और सही समय पर इलाज कराने से आप कोरोना वायरस से आसानी से बच सकते हैं.
- नाक बहना
- सिर में तेज दर्द होना
- अचानक तेज बुखार होना
- गला खराब, बुखार होना
- जुकाम, खांसी और कफ होना
- शरीर में तेज दर्द के साथ कमजोरी
- सांस लेने में तकलीफ होना
- थकान और उल्टी महसूस होना
- पाचन क्रिया में अचानक तकलीफ होना
- निमोनिया, ब्रॉन्काइटिस के लखण दिखना
- लिवर और किडनी में परेशानी
कोरोना वायरस से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
- बाहर से घर पर आते ही सबसे पहले साबुन या हैंडवॉश से अच्छी तरह हाथ धोएं.
- यदि आप लंबे सफर पर हैं और बार-बार साबुन से हाथ नहीं धो सकते, तो अपने पास हैंड सैनिटाइज़र ज़रूर रखें और अपने हाथों को समय-समय पर साफ करते रहें.
- अपने चेहरे को, ख़ासकर मुंह, नाक आंख आदि को छूने से बचें. हाथ धोने के बाद ही चेहरे को छूएं.
- सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचें.
- अपना मोबाइल फोन नियमित रूप से साफ करें, मोबाइल से भी इंफेक्शन हो सकता है.
- खांसते या छींकते समय रूमाल या टिशू का इस्तेमाल करें या मुंह को कोहनी से ढंकें.
- आपके बिल्कुल पास खड़ा कोई व्यक्ति यदि खांसे या छींके, तो उससे दूर हट जाएं, अपना मुंह ढंकने की कोशिश करें और कुछ सेकेंड तक टुकड़ों में सांस लें.
- सर्दी-जुकाम से मिलते-जुलते लक्षण कोरोना वायरस के भी हैं इसलिए खांसने और छींकने वाले लोगों से दूरी बनाए रखें.
- घर से बाहर निकलते समय, ख़ासकर भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाते समय मुंह पर मास्क पहनें. इससे आप इंफेक्शन से आसानी से बच सकते हैं. आप चाहें तो एन 95 मास्क या नॉर्मल मास्क भी पहन सकते हैं.
- अंडा और मांस खाने से परहेज करें.
- यदि आपको खांसी और बुखार हो रहा है, तो लोगों से दूरी बनाए रखें.
कोरोना वायरस से बचने के लिए पांच बार हाथ ज़रूर धोएं
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के लिए कहा है. इसके लिए हाथों की सफाई को प्रमुखता दी गई है और दिन में कम से कम पांच बार हाथ धोने का सुझाव दिया गया है.
डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने हाथ को कब और कैसे धोने का ये तरीका बताया है:
1) छींकने और खांसने के बाद हाथ धोएं.
2) बीमार व्यक्ति से मिलने के बाद हाथ धोएं.
3) शौचालय के इस्तेमाल के बाद हाथ धोएं.
4) खाने बनाने और खाने के बाद हाथ धोएं.
5) पशुओं को छूने के बाद हाथ धोएं.