अहमद फ़राज़ की ग़ज़ल दिल को अब यूँ तेरी हर एक अदा लगती है दिल को अब यूँ तेरी…
बशीर बद्र की ग़ज़ल गाँव मिट जायेगा शहर जल जायेगा ज़िन्दगी तेरा चेहरा बदल जायेगा!! कुछ लिखो मर्सिया मसनवी या ग़ज़ल…
बशीर बद्र की उम्दा ग़ज़ल कोई फूल धूप की पत्तियों में हरे रिबन से बंधा हुआ, वो ग़ज़ल का लहजा नया-नया,…
निदा फ़ाज़ली की उम्दा ग़ज़ल बेसन की सोंधी रोटी पर खट्टी चटनी जैसी मां याद आती है चौका-बासन चिमटा फुकनी…
मैं शायर तो नहीं... (Hindi Shayari: Main Shayer to nahi...) मिर्ज़ा ग़ालिब की उम्दा शायरी चांदनी रात के ख़ामोश…
मैं शायर तो नहीं... (Hindi Shayari: Main Shayer to nahi...)