Shayeri

कविता- नव वर्ष की पावन बेला… (Kavita- Nav Varsh Ki Pawan Bela…)

नव वर्ष की पावन बेला मन मेरा तो हर्षित है नए सूर्य की आभा से मानो सब आलोकित है उम्मीद…

December 31, 2020

कविता- तुम दूर ही अच्छे हो… (Kavita- Tum Dur Hi Achche Ho…)

तुम और मैं मिले तो मुझे अच्छा लगा गुज़रे वक़्त की कसक कुछ कम हुई परंतु मन के डर ने…

December 28, 2020

कविता- अभिव्यक्ति है आंखें… (Kavita- Abhivyakti Hai Aankhen…)

नेत्र कहूं नयन कहूं या कहूं मैं चक्षु आंखों की भाषा सिर्फ़ नहीं है अश्रु जीवन का दर्पण है आंखें…

December 20, 2020

काव्य- हे प्रभु… (Kavya- Hey Prabhu…)

हे प्रभु यदि तुम्हारे साथ भी मुझे कुछ कहने से पहले सोचना पड़े अर्थात अच्छे-बुरे सही-ग़लत का विचार करना पड़े…

December 15, 2020

कविता- युग बदलते रहे… (Kavita- Yug Badlate Rahe…)

वस्त्रहरण दौपदी का, हुआ था युगों पहले धृतराष्ट्र के द्यूत क्रीड़ागृह में युगों के प्रवाह में नष्ट नहीं हुआ वो…

December 10, 2020

कविता- वो पीली सोच वाली कविता… (Woh Peeli Soch Wali Kavita…)

प्रकृति प्रेम… अभी तलाश रही हूं कुछ पीले शब्द कि एक कविता लिखूं पीली सी ठीक उस पीली सोच वाली…

December 4, 2020

कविता- संघर्ष- मन और बुद्धि के बीच… (Poetry- Sangharsh- Maan Aur Buddhi Ke Bich…)

संघर्ष चल रहा है युद्धीय स्तर पर मन और बुद्धि के बीच निरंतर संघर्ष.. विचार शक्ति का तर्क है कि…

November 27, 2020

कविता- द्रौपदी का ऊहापोह (Kavita- Draupadi Ka Uhapoh)

द्रौपदी स्वयंवर मैं अग्निसुता, मैं स्वयंप्रभा मैं स्वयं प्रभासित नारी हूं मैं यज्ञ जन्मा, और पितृ धर्मा नहीं किसी से…

November 24, 2020

काव्य- वसंत… (Poetry- Vasant…)

देखा था पहली बार वसंत को तुम्हारी आंखों से छलकते प्यार में महसूस किया था टेसू की तरह रक्तिम अपने…

November 18, 2020

कविता- कोयलिया और मैं.. (Kavita- Koyaliya Aur Main..)

कोयलिया तू हर दिन किसे बुलाती है? भोर होते ही सुनती हूं तेरी आवाज़ विरह का आर्तनाद प्रणयी की पुकार…

November 15, 2020
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