Shayeri

कविता- करवा चौथ (Poetry- Karwa Chauth)

जीवन की आपाधापी में शौक सिंगार का सोया सा फिर पुलक उठा, मुस्काया सखी फिर करवा चौथ आया दीवान के…

October 24, 2021

काव्य- विरही मन… (Kavya- Virahi Mann…)

दुख में भीगे मन के काग़ज़ सूख गयी कलम की स्याही बीच विरह की लंबी रात है कैसे मिलन के…

October 6, 2021

ग़ज़ल- ख़ामोश निगाहें… (Gazal- Khamosh Nigahen…)

क्यों ख़ामोश हो इस कदर इन अधरों को खुलने दो जो एहसास जगे है तुममें उन्हें लबों पर आने दो…

October 2, 2021

कविता- प्रेम (Poetry- Prem)

हां मैं प्रेम करता हूं बेइंतहा प्रेम लेकिन मेरा प्रेम तुम्हारे संसार की उस परिधि में नहीं आता जिसे तुम…

September 30, 2021

गीत- राह… (Poetry- Raah…)

राह आसान हो जाएगी सुनो तुम ताउम्र बस ऐसे ही बने रहना मैं भी वक़्त के साथ न बदलने की…

September 21, 2021

ग़ज़ल (Gazal)

क्या कहें आज क्या माजरा हो गया ज़िंदगी से मेरा वास्ता हो गया इक ख़ुशी क्या मिली मैं निखरती गई…

September 19, 2021

नज़्में- मेरे एहसास… (Nazame- Mere Ehsaas…)

उम्र मेरे पास थी ही नहीं मैं ज़िंदगी के आसपास ख़्वाब ढूंढ़ता रहा सवाल तो सिर्फ़ इतना था मेरे सीने…

September 14, 2021

कविता- मेरी नज़र से… (Poem- Meri Nazar Se…)

अब अपनी आंखें खोल देना और आईने में ख़ुद को देखना मेरी नज़र से जैसे तुम्हें आईना नहीं  मैं देख…

September 8, 2021

कृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष…गीत- फिर आओ लिए कर बाँसुरिया… (Geet- Phir Aao Liye Kar Bansuriya…)

1 वसुदेव चले शिशु शीश धरे, तट तीर-लता हरषाय रहीं। चम से चमके नभ दामिनियाँ, तम चीरत राह दिखाय रहीं।…

August 29, 2021

ग़ज़ल (Gazal)

आ गए आपकी मेहरबानी हुई दिल की सरगम बजी शादमानी हुई मिल गई प्यार की सल्तनत अब हमें वो भी…

August 27, 2021
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