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स्टॉक ट्रेडिंग में कैसे बनाएं करियर? (Career In Stock Trading)

शेयर बाज़ार ऐसा बाज़ार है, जिसमें दिनभर की उठा-पटक के बाद ट्रेडर्स लाखों कमाते हैं या फिर लाखों डुबो देते हैं. ये ख़तरों का ऐसा बाचार है, जिसमें ट्रेडर को ट्रेडिंग की सही जानकारी न हो तो पैसा कमाने का सपना धरा का धरा ही रह जाता है. यदि आप भी स्टॉक टेडिंग में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं, तो किसी अच्छे संस्थान से कोर्स कर अपनी योग्यता बढ़ा सकते हैं.

पिछले कुछ सालों से देश में ट्रेडिंग इंडस्ट्री काफी तेज़ी से विकसित हुई है, जिसके कारण स्टॉक ट्रेडिंग में लोगों की रुचि भी उतनी तेज़ी से बढ़ी है. बाज़ार का सही ज्ञान हो, तो कम समय में ज़्यादा पैसा कमा सकते है. इसलिए इस इंडस्ट्री के बारे में हर कोई जानना चाहता है. बेरोज़गार व्यक्ति और व्यापारी वर्ग ही नहीं, बल्कि आजकल नौकरीपेशा लोग भी ट्रेडिंग करते दिखाई देते हैं. अब लोग ट्रेडिंग के काम को पार्टटाइम करने की बजाय फुलटाइम बिजनेस बनाकर इसी फील्ड में अपना करियर बना रहे हैं.

क्या होता है स्टॉक ट्रेडर?

स्टॉक ट्रेडर एक व्यक्ति या यूनिट (कंपनी) होता है, जो फाइनेंशियल मार्केट में स्टॉक, कमोडिटी या अन्य वित्तीय उपकरणों को खरीदने और बेचने का काम करता है. जबकि स्टॉक ट्रेडिंग का मतलब है निवेश से जुड़ी रणनीतियां बनाना. इस नीतियों की मदद से ट्रेडर (व्यक्ति/ कंपनी) थोड़े समय में मूल्य में उतार-चढ़ाव से लाभ कमाता है. ये ट्रेडर स्वतंत्र रूप से या किसी ट्रेडिंग फर्म में नौकरी करके काम कर सकते हैं.

स्टॉक ट्रेडर्स के प्रकार

डे ट्रेडर: ये ट्रेडर्स एक दिन में ही स्टॉक खरीदते और बेचते हैं और कम समय में अधिक लाभ कमाते हैं. रोज़ाना दिनभर में बहुत सारी ट्रेडिंग करते हैं. डे ट्रेडिंग के लिए बाज़ार के रुझान और तकनीकी विश्‍लेषण की गहरी समझ होनी ज़रूरी है.

स्विंग ट्रेडर: स्विंग ट्रेडर कई दिनों या हफ़्तों तक स्टॉक को होल्ड करते हैं और मौक़ा मिलते ही खरीद-बेचकर लाभ कमा लेते हैं. इसके लिए उन्हें तकनीकी और मौलिक विश्‍लेषण करना आना चाहिए.

पोजीशन ट्रेडर: पोजीशन ट्रेडर लंबे समय यानि महीनों या सालों तक स्टॉक की पोजीशन बनाए रखते हैं. इन टेडर्स को बाज़ार में मौलिक विश्‍लेषण और दीर्घकालिक रुझानों पर भरोसा रहता है.

स्केलपर: स्केलपर्स न्यूनतम मूल्य अंतर को प्राप्त करने के लिए छोटे ट्रेड करते हैं. वे अक्सर उच्च-आवृत्ति ट्रेडिंग से जुड़े होते हैं, जिनका उद्देश्य कई ट्रेडों पर छोटे लाभ जमा करना होता है.

योग्यता

इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए छात्रों के पास फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन या कॉर्पोरेशन से ट्रेडिंग में डिग्री होना ज़रूरी है. जबकि मार्केट में मौजूद प्रोफेशनल ट्रेडर के पास मैथ्स, फाइनेंस, अकाउंटिंग और इकोनॉमिक्स की डिग्री होती है.

आयु सीमा

इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है. क्योंकि शेयर मार्केट में स़िर्फ पैसा और दिमाग़ लगाना होता है. इसलिए इस क्षेत्र में न्यूनतम या अधिकतम आयु सीमा तय नहीं की गई है. कॉमर्स में स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद जॉब रोल फाइनेंशियल मार्केट के क्षेत्र में अपना करियर शुरू करने वाले छात्रों को कॉमर्स (वित्त, लेखा और वाणिज्य) की अच्छी जानकारी होनी ज़रूरी है. एक फ्रेशर के रूप में छात्र इस तरह की नौकरी कर सकते हैं, जिनमें से कुछ हैं:

1. स्टॉक ब्रोकर

2. वित्तीय सलाहकार (फाइनेंशियल एडवाइज़र)

3. निवेशसलाहकार (इनवेस्टमेंट एडवाइज़र)

4. पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस

5. अनुसंधान विश्‍लेषक (रिसर्च एनालिस्ट)

6. ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग

7. वित्तीय विश्‍लेषक फाइनेंशियल एनालिस्ट

8. इक्वीटी इनालिस्ट (मौलिक/तकनीकी)

9. मार्केट रिसर्चर

10. म्यूच्यूअल फंड डिस्ट्रिब्यूटर एडवाइज़र

11. इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूटर/एडवाइज़र

कहां से करें स्टॉक ट्रेडिंग के कोर्स?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज जहां पर शेयर मार्केट से जुड़े कई तरह के सर्टिफिकेट कोर्स होते हैं. ये कोर्सेज हैं-

  • एनएसई एकडेमी सर्टिफाइड मार्केट प्रोफेशनल
  • एनएसई एकडेमी सर्टिफिकेशन इन फाइनेंशियल मार्केट
  • एनसीएफएम फाउंडेशन, इंटरमीडिएट, एडवांस्ड कोर्स
  • एनएसई फिनबेसिक
  • सर्टिफाइड मार्केट प्रोफेशनल
  • NCMP के साथ (प्रोफिसिएंसी सर्टिफाइड)

नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फाइनेंशियल मार्केट

शेयर बाज़ार से जुड़े कोर्स करानेवाले इस इंस्टिट्यूट की शुरुआत साल 1993 में वित्त मंत्रालय द्वारा की गई थी. ये इंस्टिट्यूट सरकारी संस्था है, जहां पर दाखिला लेने के लिए छात्र को एंट्रेंस एग्ज़ाम देना पड़ता है. इस संस्थान से आप-

  • पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फाइनेंशियल मैनेजमेंट
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन रिसर्च एनालिसिस
  • फंडामेंटल एनालिसिस का सर्टिफिकेट कोर्स
  • टेक्निकल एनालिस्ट
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन स्मार्ट इनवेस्टर और प्रिप्रेशन मॉड्यूल

इस संस्थान से कोर्स करने के बाद छात्रों को कंपनियों में अच्छा पैकेज मिलता है.

इस क्षेत्र में करियर बनाने के हैं ये फ़ायदे

यदि आप स्टॉक ट्रेडिंग को अपने करियर के रूप में चुन रहे हैं, तो पहले इसके लाभ जान लें, जो इस प्रकार से हैं-

  • आप खुद मालिक होते हैं.
  • यदि आपको बाज़ार की सही जानकारी और नीतियों का अच्छा ज्ञान है, तो मार्केट से खूब पैसा कमा सकते हैं.
  • यदि आप जोखिम उठाकर बिज़नेस नहीं करना चाहते हैं, तो आप रिसर्चर या ट्रेनर भी बन सकते हैं.
  • करियर की दृष्टि से आज तक युवाओं का सपना डॉक्टर और इंजीनियर बनने तक सीमित था. इसके अलावा ट्रेडिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ तेज़ी से हो रही है, जिसकी वजह से अब छात्रों का रुझान इस क्षेत्र की तरफ बढ़ रहा है.

- पूनम नागेंद्र शर्मा

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