पंजाबी दुल्हन हाथों में चूड़ा और कलीरे क्यों पहनती हैं? (Bridal Special: Significance Of Chooda And Kalire For Punjabi Bride)
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पंजाबी दुल्हन (Punjabi Brides) हाथों में चूड़ा और कलीरे क्यों पहनती हैं? ये सवाल यदि आपके जेहन में भी अक्सर आता है, तो चलिए हम आपको बताते हैं कि पंजाबी दुल्हन हाथों में चूड़ा क्यों पहनती हैं. वैसे अब पंजाबी ही नहीं, लगभग हर प्रांत की दुल्हन चूड़ा पहनने लगी हैं. बॉलीवुड फिल्मों ने दुल्हन के शृंगार में चूड़ा को इस कदर शामिल कर दिया है कि बॉलीवुड एक्ट्रेस को देखकर अब हर लड़की शादी के दिन चूड़ा पहनना चाहती है.
बॉलीवुड एक्ट्रेस और टीवी एक्ट्रेस ने बढ़ाया दुल्हन के चूड़ा पहनने का क्रेज़
हाल ही में एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा, सोनम कपूर, अनुष्का शर्मा के साथ ही दीपिका पादुकोण को भी अपनी शादी के समय हाथों में चूड़ा पहने देखा होगा. बॉलीवुड एक्ट्रेस को शादी के समय हाथों में चूड़ा पहने देख हर लड़की के मन में ये चाहत होती है कि वो भी अपनी के दिन चूड़ा पहने इसीलिए चूड़ा पहनने का फैशन अब हर जगह हो गया है. बॉलीवुड एक्ट्रेस और टीवी एक्ट्रेस को शादी के दिन चूड़ा पहने देख अब हर लड़की शादी के दिन चूड़ा पहनना चाहती है. बॉलीवुड एक्ट्रेस और टीवी एक्ट्रेस ने दुल्हन के चूड़ा पहनने का क्रेज़ इस कदर बढ़ाया है कि शादी के दिन दुल्हन के चूड़ा पहनने का शौक अब हर लड़की को हो गया है.
चूड़ा और चूड़ियां हैं दुल्हन का ख़ास शृंगार
शादी के समय दुल्हन की चूड़ियों का ख़ास महत्व होता है. शादी के समय दुल्हन के लिए लाल-हरी चूड़ियां शुभ मानी जाती हैं. मेहंदी से सजे हाथों में जब दुल्हन लाल-हरी चूड़ियां पहनती है, तो उसके हाथों की ख़ूबसूरती और बढ़ जाती है. इसी तरह मेहंदी रचे पंजाबी दुल्हन के हाथों में जब चूड़ा और कलीरे सजते हैं, तो दुल्हन के हाथों की ख़ूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है. दुल्हन शादी के जोड़े के अलावा जब साड़ी, पार्टी गाउन या रेग्युलर कपड़ों के साथ भी चूड़ा पहनती है, तो हर कपड़े में वो ख़ूबसूरत नज़र आती है और हर कोई जानता है कि वो न्यूली मैरिड ब्राइड है. चूड़ा की ख़ासियत है कि वो इंडियन-वेस्टर्न हर तरह के कपड़ों में अच्छे लगते हैं इसीलिए लगभग हर प्रांत की दुल्हन अब चूड़ा पहनना पसंद करती हैं.
पंजाबी दुल्हन हाथों में चूड़ा और कलीरे क्यों पहनती हैं?
पंजाबी शादियों में चूड़ा पहनने का विशेष महत्व होता है. पंजाबी शादियों में चूड़ा और कलीरे पहनने की विशेष रस्म होती है. पंजाबी दुल्हन के मामा उसके लिये चूड़ा लेकर आते हैं, जिसमें लाल और सफेद रंग की 21 चूडियां होती हैं. ख़ास बात ये है कि दुल्हन इस चूड़े को तब तक नहीं देख पाती है जब तक वह पूरी तरह तैयार न हो जाए और मंडप पर दूल्हे के साथ न बैठ न जाए.
दुल्हन को चूड़ा ऐसे पहनाया जाता है
दुल्हन के चूड़ा पहनने की रस्म भी बड़ी दिलचस्प होती है. दुल्हन को चूड़ा पहनाने से पहले यानी शादी की एक रात पहले चूड़ा को दूध में भिगोकर रखा जाता है. फिर शादी के दिन दुल्हन के मामा शादी के मंडप में ही दुल्हन को चूड़ा देते हैं. उस समय दुल्हन की मां उसकी आंखें बंद कर देती है, ताकि दुल्हन चूड़ा को न देख पाए और कहीं उसकी ख़ुद की नज़र चूड़े को न लग जाए.
दुल्हन के चूड़ा पहनने का धार्मिक महत्व क्या है?
चूड़ा शादी के समय दुल्हन को पहनाया जाता है इसलिए चूड़ा लड़की के शादीशुदा होने का प्रतीक है. चूड़ा को प्रजनन और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है. चूड़ा को सुहाग का प्रतीक माना जाता है और ये पति की भलाई के लिए भी पहना जाता है.
दुल्हन हाथों में चूड़ा कितने दिनों तक पहनती है?
पंजाबी रिवाज के हिसाब से दुल्हन को लगभग 1 साल तक चूड़ा पहनना होता है. हालांकि समय के साथ सालभर तक चूड़ा पहनने का रिवाज़ भी बदल गया है. आज की वर्किंग दुल्हन 40 दिनों तक ही चूड़ा पहनती हैं.
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ऐसी होती है चूड़ा उतारने की रस्म
हालांकि चूड़ा उतारने की रस्म समय के साथ बदलती जा रही है, लेकिन पहले जिस दिन दुल्हन को चूड़ा उतारना होता था, उस दिन घर में छोटा-सा फंक्शन रखा जाता था. उस दिन दुल्हन को शगुन और मिठाई दी जाती है. उसके बाद दुल्हन को चूड़ा उतारकर कांच की चूड़ियां पहना दी जाती हैं. बहुत पहले चूड़ा उतारने की रस्म नदी के किनारे होती थी. नदी के पास दुल्हन चूड़ा उतारती थी और फिर पूजा के बाद चूड़ा को नदी में बहा दिया जाता था. समय के साथ चूड़ा उतारने की रस्म बदलती गई, अब लोग अपनी सुविधा के हिसाब से चूड़ा उतारने की रस्म निभाते हैं.
पंजाबी दुल्हन कलीरे क्यों पहनती हैं?
पंजाबी दुल्हन हाथों में चूड़ा के साथ कलीरे भी ज़रूर पहनती हैं. कलीरे की रस्म चूड़ा पहनने की रस्म के बाद होती है. जब दुल्हन अपने हाथों में कलीरे पहन लेती है, तो उसे अपने हाथों को अपनी अविवाहित सहेलियों के सिर पर झटकना होता है. ऐसी मान्यता है कि दुल्हन का कलीरा जिस लड़की के सिर पर गिरता है, उसकी शादी बहुत जल्दी हो जाती है. पंजाबी दुल्हन के हाथों में पहने जाने वाले चूड़ा और कलीरे पहनने की रस्म जितनी ख़ूबसूरत होती है, उतनी ही ख़ूबसूरत होती है इनकी डिज़ाइन. शादी में चूड़ा और कलीरे पहनने का रिवाज़ अब इस कदर बढ़ गया है कि इनका मार्केट भी ख़ूब फल-फूल रहा है.
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