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पंजाबी दुल्हन हाथों में चूड़ा और कलीरे क्यों पहनती हैं? पंजाबी शादियों में चूड़ा पहनने का विशेष महत्व होता है. पंजाबी शादियों में चूड़ा और कलीरे पहनने की विशेष रस्म होती है. पंजाबी दुल्हन के मामा उसके लिये चूड़ा लेकर आते हैं, जिसमें लाल और सफेद रंग की 21 चूडियां होती हैं. ख़ास बात ये है कि दुल्हन इस चूड़े को तब तक नहीं देख पाती है जब तक वह पूरी तरह तैयार न हो जाए और मंडप पर दूल्हे के साथ न बैठ न जाए. दुल्हन को चूड़ा ऐसे पहनाया जाता है दुल्हन के चूड़ा पहनने की रस्म भी बड़ी दिलचस्प होती है. दुल्हन को चूड़ा पहनाने से पहले यानी शादी की एक रात पहले चूड़ा को दूध में भिगोकर रखा जाता है. फिर शादी के दिन दुल्हन के मामा शादी के मंडप में ही दुल्हन को चूड़ा देते हैं. उस समय दुल्हन की मां उसकी आंखें बंद कर देती है, ताकि दुल्हन चूड़ा को न देख पाए और कहीं उसकी ख़ुद की नज़र चूड़े को न लग जाए.यह भी पढ़ें: चूड़ियां पहनने के 5 धार्मिक और वैज्ञानिक लाभ (Why Do Indian Women Wear Bangles-Science Behind Indian Ornaments)
दुल्हन के चूड़ा पहनने का धार्मिक महत्व क्या है? चूड़ा शादी के समय दुल्हन को पहनाया जाता है इसलिए चूड़ा लड़की के शादीशुदा होने का प्रतीक है. चूड़ा को प्रजनन और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है. चूड़ा को सुहाग का प्रतीक माना जाता है और ये पति की भलाई के लिए भी पहना जाता है. दुल्हन हाथों में चूड़ा कितने दिनों तक पहनती है? पंजाबी रिवाज के हिसाब से दुल्हन को लगभग 1 साल तक चूड़ा पहनना होता है. हालांकि समय के साथ सालभर तक चूड़ा पहनने का रिवाज़ भी बदल गया है. आज की वर्किंग दुल्हन 40 दिनों तक ही चूड़ा पहनती हैं.सोनम कपूर जैसी ग्लैमरस हेयरस्टाइल बनाना सीखने के लिए देखें वीडियो:
https://youtu.be/OTFaWoFS1bE ऐसी होती है चूड़ा उतारने की रस्म हालांकि चूड़ा उतारने की रस्म समय के साथ बदलती जा रही है, लेकिन पहले जिस दिन दुल्हन को चूड़ा उतारना होता था, उस दिन घर में छोटा-सा फंक्शन रखा जाता था. उस दिन दुल्हन को शगुन और मिठाई दी जाती है. उसके बाद दुल्हन को चूड़ा उतारकर कांच की चूड़ियां पहना दी जाती हैं. बहुत पहले चूड़ा उतारने की रस्म नदी के किनारे होती थी. नदी के पास दुल्हन चूड़ा उतारती थी और फिर पूजा के बाद चूड़ा को नदी में बहा दिया जाता था. समय के साथ चूड़ा उतारने की रस्म बदलती गई, अब लोग अपनी सुविधा के हिसाब से चूड़ा उतारने की रस्म निभाते हैं.यह भी पढ़ें: ज्योतिष टिप्स: यदि आपका विवाह नहीं हो रहा है तो करें ये 20 उपाय (Astrology Tips: 20 Things That Will Make Your Marriage Possible Soon)
पंजाबी दुल्हन कलीरे क्यों पहनती हैं? पंजाबी दुल्हन हाथों में चूड़ा के साथ कलीरे भी ज़रूर पहनती हैं. कलीरे की रस्म चूड़ा पहनने की रस्म के बाद होती है. जब दुल्हन अपने हाथों में कलीरे पहन लेती है, तो उसे अपने हाथों को अपनी अविवाहित सहेलियों के सिर पर झटकना होता है. ऐसी मान्यता है कि दुल्हन का कलीरा जिस लड़की के सिर पर गिरता है, उसकी शादी बहुत जल्दी हो जाती है. पंजाबी दुल्हन के हाथों में पहने जाने वाले चूड़ा और कलीरे पहनने की रस्म जितनी ख़ूबसूरत होती है, उतनी ही ख़ूबसूरत होती है इनकी डिज़ाइन. शादी में चूड़ा और कलीरे पहनने का रिवाज़ अब इस कदर बढ़ गया है कि इनका मार्केट भी ख़ूब फल-फूल रहा है.विडिंग डांस के ईज़ी स्टेप्स सीखने के लिए देखें वीडियो:
https://youtu.be/nIqrRbGkWEA
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