चाहे नेता हो या अभिनेता हैंडराइटिंग एनालिसिस सभी के राज़ खोल देती है. हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे बॉलीवुड स्टार्स के बारे में, जिनके सिग्नेचर हैं उनके व्यक्तित्व का आईना. आइए जानते हैं, क्या कहते हैं इन बालीवुड स्टार्स के सिग्नेचर इनके व्यक्तित्व के बारे में.
अमिताभ बच्चन
आइए, जानते हैं कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के सिग्नेचर उनके व्यक्तित्व के बारे में क्या कहते हैं. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन सिग्नेचर करते समय नीचे पूरी लाइन खींचते हैं और लाइन के नीचे दो बिंदियां भी लगाते हैं. इसका मतलब यह हुआ कि बिग बी रोमांटिक होने के साथ-साथ किसी भी खूबसूरत चीज को महत्व देते हैं. अमिताभ बच्चन सुंदरता और कला के प्रेमी हैं इसीलिए वे आज कला के क्षेत्र में इतने मशहूर हैं और पूरी दुनिया में उनका नाम है.
शाहरुख़ ख़ान
बालीवुड के बादशाह शाहरुख़ के सिग्नेचर बताते हैं कि वे हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते हैं. यह उनके ‘एस’ लिखने के यूनिक स्टाइल से पता चलता है, क्योंकि वे ‘एस’ के सिर्फ निचले भाग को ही लिखते हैं. शाहरुख़ के अंदर ग़ज़ब का विल पावर है. यह उनके सिग्नेचर में दूसरे शब्दों की छोटी लिखाई से जाना जा सकता है. उनके ‘एच’ को लंबा लूप देने से उनके स्पिरिचुअल पर्सन होने की बात भी पता चलती है. शाहरुख़ बहुत ही संतुष्ट और इमोशनल इंसान हैं और यह उनके सिग्नेचर में नीचे की तरफ़ खींची लकीर को देखकर पता चलता है. शाहरुख़ के सिग्नेचर में थ्रेड फ़ॉर्मेशन नज़र आता है, जो इस बात का संकेत है कि वे हर चुनौती का सामना करने के लिए पहले से ही तैयार रहते हैं. इससे यह भी पता चलता है कि वे किसी भी इश्यू पर एकतरफ़ा नहीं सोचते, हमेशा दोनों पहलू जानने की कोशिश करते हैं.
करीना कपूर
बिंदास बेबो यानी करीना कपूर का सिग्नेचर बताता है कि वे अपने काम के मामले में हमेशा एग्रेसिव रहेंगी. यह उनके नाम और सरनेम (उपनाम) में ‘के’ शब्द को कोण का आकार देने से ही लगता है. बेबो बातों की धनी और दोस्ती निभाने वाली भी हैं, यह बात उनके सिग्नेचर के ‘ए’ शब्द की यूनिक स्टाइल से मालूम पड़ता है. उनमें एक ख़ास बात यह भी है कि वे अपने इर्द-गिर्द होने वाली चीज़ों पर पैनी नज़र रखती हैं, इसका अनुमान उनकी लिखावट में ‘वी ’और ‘आर’ शब्द की शार्पनेस से ही लगाया जा सकता है. कुल मिलाकर उनका सिग्नेचर उनके सोशल पर्सन होने की ओर इशारा करता है.
सलमान ख़ान
ऑल टाइम फेवरेट सलमान ख़ान के सिग्नेचर बताते हैं कि वे बड़े ही दिलचस्प इंसान हैं. यह बात उनके सिग्नेचर में नीचे की तरफ़ खींची गई लकीर से पता चलती है. इस लकीर को उन्होंने आख़िर में ऊपर की ओर मोड़ दिया है. इससे साफ़ पता चलता है कि वे आए दिन ख़ुद के लिए कोई-न-कोई मुसीबत मोल ले ही लेते हैं. उनकी हैंडराइटिंग यह भी बताती है कि वे काफ़ी हेल्प़फुल नेचर के हैं और उनके इस स्वभाव से फ़िल्म इंडस्ट्री के सभी लोग रू-ब-रू भी हैं. वे ‘एस’ शब्द की तुलना में अन्य दूसरे शब्द बहुत ही छोटे लिखते हैं, जो यह दर्शाता है कि वे काफ़ी गंभीर हैं और हर बात को बारीक़ी से सोचते हैं.
रितिक रोशन
रितिक रोशन के सिग्नेचर में उनका ‘एच’ लिखने का तरीक़ा बड़ा ही यूनिक है और ‘आर ’ को वे लंबे स्ट्रोक के साथ नीचे की तरफ़ मोड़ लेते हैं. इससे पता चलता है कि वे किसी-भी बात का निर्णय जांच-पड़ताल किए बगैर नहीं लेते. रितिक एक अच्छे कलाकार ही नहीं, बल्कि मजबूत इरादों वाले भी हैं. यह पता चलता है उनके वर्टिकल स्टाइल के सिग्नेचर से और इसी से उनमें भरपूर आत्मसंतुष्टि की झलक भी मिलती है. उनके सिग्नेचर में लंबे स्ट्रोक के इस्तेमाल से यह मालूम हो जाता है कि वे अपने प्रो़फेशन को बहुत ही गंभीरता से लेते हैं. यही वजह है कि उनकी क़ाबिलीयत उनके प्रो़फेशन के ज़रिए दर्शकों के सामने उभर कर आती है.
प्रिटी ज़िंटा
अपनी मदमस्त हंसी से सभी को दीवाना बना लेने वाली प्रिटी ज़िंटा की हैंडराइटिंग बताती है कि वे अपने परिवार के लिए समर्पण की भावना रखती हैं. यह बात उनके सिग्नेचर में अपना ही नाम न लिखने के अंदाज़ से पता चलती है. प्रिटी धार्मिक रीति-रिवाज़ों में बहुत ज़्यादा विश्वास रखती हैं, जो उनके ‘लव ’ लिखने के स्टाइल से मालूम हो जाता है. वे हर चीज़ को विज़ुअलाइज़ करती हैं. जैसे ही उन्हें किसी प्लान पर काम करने के लिए कहा जाता है, वे तुरंत अपने दिमाग़ में उस प्लान का चित्रण भी करने लगती हैं. यह उनके ‘ज़ेड’ को एक बड़ा लूप देने से साफ़ होता है. सरनेम (उपनाम) के ‘टी’ अक्षर की वर्टिकल लाइन को बहुत ही छोटा बनाने से पता चलता है कि उनकी सोच बहुत गहरी है.
सैफ अली ख़ान
छोटे नवाब यानी सैफ़ अली ख़ान की हैंडराइटिंग बताती है कि वे बेहद खुले ख़यालों वाले और अपने दोस्तों के बीच बहुत पॉप्युलर हैं. उनके सिग्नेचर में सैफ़ लिखने के स्टाइल से ही यह पता चल जाता है कि उन्हें आज़ादी बेहद पसंद है और वे अपने पार्टनर व बच्चों को भी पूरी आज़ादी देने में पीछे नहीं रहते. उनके ‘ई’ लिखने के तरी़के से उनके शार्प लिसनर होने की ख़ूबी का भी पता चलता है. उनके ‘एस’ की बनावट से पता चलता है कि कहीं जाते व़क़्त सैफ़ अपने साथ ज़रूरत से ज़्यादा सामान ले जानेे के भी शौक़ीन हैं. उनकी हैंडराइटिंग कहती है कि वो इस तरह के हैं कि बरसात न होने पर भी अपने साथ छाता ले जाना नहीं भूलते, क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है कि यदि बारिश हो ही गई तो…?
सिग्नेचर बदलकर आप अपनी तकदीर बदल सकते हैं
यदि आपको सही सिग्नेचर करना आ गया, तो समझिए आपकी तरक्की पक्की है. हम आपको सिग्नेचर के कुछ प्रकार बता रहे हैं, जिनसे आप अपने व्यक्तित्व का मूल्यांकन कर सकते हैं और सिग्नेचर बदलकर अपनी तकदीर बदल सकते हैं.
- सिग्नेचर के नीचे दो लकीरें खींचने वाला व्यक्ति भावुक होता है और मानसिक रूप से थोड़ा कमजोर भी होता है.
- जो लोग अपने सिग्नेचर में नाम का पहला अक्षर सांकेतिक रूप में और उपनाम पूरा लिखते हैं, वो व्यवहार कुशल होते हैं, उनसे हर कोई मिलना चाहता है.
- जिस व्यक्ति के सिग्नेचर में अक्षर नीचे से ऊपर की ओर जाते हैं वो ईश्वर पर आस्था रखने वाला, आशावादी व साफ दिल का भी होता है. लेकिन उसमें कमी भी होती है. वह स्वभाव से झगड़ालू भी होता है.
- स्पष्ट रूप से जल्दी से सिग्नेचर करने वाले व्यक्ति अपने हर काम को समझदारी और तीव्र गति से निपटाते हैं.
- जो लोग बिना पेन उठाए एक ही बार में पूरा सिग्नेचर करते हैं उनकी सोच रहस्यवादी, लड़ाकू तथा गुप्त प्रवृत्ति की होती है.
- जो व्यक्ति सिग्नेचर करने के लिए पेन पर जोर देता है, वो भावुक, उत्तेजक, जिद्दी और स्पष्टवादी होता है.
- जो लोग अपने सिग्नेचर के अंत में डॉट या डैश लगाते हैं, वो डरपोक, शर्मीले और शक्की मिजाज के होते हैं.
- जल्दबाजी और अस्पष्ट रूप से हस्ताक्षर करने वाला व्यक्ति अपनी ज़िंदगी को सामान्य रूप से नहीं जीता. ऐसे लोग आगे बढ़ने के लिए किसी को भी धोखा दे सकते हैं.
- ऊपर से नीचे की ओर हस्ताक्षर करने वाले लोग हमेशा नकारात्मक चीजें सोचते हैं. उनका लोगों से मेल-मिलाप भी कम होता है.