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शादी से पहले होनेवाले पति को ही नहीं बाकी रिश्तों को भी परखें और बनाएं बेस्ट बॉन्डिंग (Best Ways To Build Your Bond And Relationship With Your Future In-Laws And Would Be Husband)

शादी तय होते ही जहां एक तरफ़ मन में कई सपने पलने लगते हैं तो वहीं नए रिश्तों को लेकर अलग तरह का डर और तनाव भी होनेलगता है. शादी के बाद लड़कियां अपना घर छोड़कर अपने नए रिश्तों को सींचने पति के घर जाती हैं और भविष्य में पति के रिश्ते हीउसके रिश्ते हो जाते हैं. ऐसे में हर लड़की के मन में ये विचार ज़रूर आते हैं कि क्या पता कैसा होगा सबका स्वभाव? सास कैसी होगी, ननद और देवर कैसे बिहेव करेंगे आदि… 

ऐसे में ज़रूरी है कि शादी से पहले ही आप अपनी तरफ़ से प्रयास करें उनका स्वभाव जानकर उनके साथ बेस्ट बॉन्ड बनाएं. कैसे, आइएजानें… 

  • सबसे पहले तो इस बात का ध्यान रखें कि किसी के भी प्रति मात्र एक-दो मुलाक़ात से ही कोई धारणा न बना लें.
  • पहली मुलाक़ात में अगर ससुरजी थोड़े ग़ुस्से वाले लगे हों तो उसको आधार बनाकर अपने मन में ये बात न बैठा लें कि ये तो बड़ेखड़ूस हैं.
  • बेनीफ़िट ऑफ़ डाउट दें. हो सकता है उस दिन उनका मूड ठीक न हो या तबियत ठीक न लग रही हो, तो किसी को भी जज करनेसे बचें. 
  • अपने होनेवाले पति की मदद लें, क्योंकि ज़ाहिर है उनसे आपकी बातें और मुलाक़ातें बाकी सदस्यों की बजाय ज़्यादा होंगी. 
  • बातों-बातों में होनेवाले पति से सबके बेसिक नेचर की जानकारी लें. 
  • सबकी पसंद-नापसंद, खाने में टेस्ट आदि के बारे में पता करें. 
  • सबके बर्थडे पता कर लें. 
  • घर में अगर छोटी ननद या देवर हो तो उससे कर लें दोस्ती. 
  • किसी एक मेंबर को अपना बेस्ट फ़्रेंड बना लें और उसके साथ मिलकर कुछ सरप्राइज़ प्लान करें. 
  • अपने होनेवाले पति के बारे में इस सदस्य से जानें कि उनको भी क्या पसंद और नापसंद है. 
  • शादी से पहले अगर किसी का जन्मदिन आ रहा है तो अपनी तरफ़ से उनके लिए ख़ास प्लान करें या उनकी पसंद का कुछ बनाकरके जाएं. ऐसे में उनको भी आपके एफ़र्ट्स दिखेंगे और वो संतुष्ट हो जाएंगे कि उन्होंने सही लड़की को चुना है जो वाक़ई सिर्फ़ पतिको ही नहीं पूरे परिवार को अपना बनाना चाहती है.
  • अगर कोई ओकेज़न नहीं भी है तो भी गिफ़्ट ले जाने में कोई बुराई नहीं. सबके लिए कुछ न कुछ ले जाएं. 
  • अगर शादी से पहले कोई फ़ेस्टिवल आ रहा है तो बेहतर होगा कि अपने होनेवाले इन लॉज़ के साथ मनाएं. 
  • ऐसे मौक़े पर बेहतर होगा कि आप ट्रेडिशनल अंदाज़ में तैयार हों, अपनी होनेवाली बहू को ऐसे सजा-धजादेखकर उनका मन खुशहो जाएगा. 
  • होनेवाले ससुराल में किस तरह के दैनिक नियमों व डिसिप्लिन का पालन होता है ये भी जानें, जैसे- हो सकता है वहां सबको सुबहजल्दी उठकर योगा या जॉगिंग की आदत हो या कुछ लोगों को बेड टी की हैबिट हो तो आप पहले से ही प्लान कर सकती हैं औरएक माइंडसेट के साथ बेहतर तरीक़े से खुद को कम्फ़र्टेबल कर सकती हैं नए घर में. 
  • आप भी जल्दी उठकर उनकी मदद कर सकती हैं. बेड टी बनाकर दे सकती हैं. 
  • ये बात सही है कि आजकल लड़का-लड़की दोनों ही कमाते हैं लेकिन वहीं ये बात भी तो सही है कि आज भी लड़कियों को हीएक घर छोड़कर दूसरे घर जाना पड़ता है, तो ऐसे में उन पर दबाव और ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है. 
  • शुरुआत में तो आपको अपना रूटीन ससुराल के हिसाब से ढालना ही पड़ता है, फिर जब धीरे-धीरे सबकी सब भी आपके साथकम्फ़र्टेबल होकर आपको दिल से स्वीकार लेते हैं तो आपकी भी ज़रूरतों, पसंद-नापसंद को वो तवज्जो देने लगेंगे.
  • एक बात का हमेशा ख़याल रखें कि अपने व्यवहार और अपने पहनावे में हमेशा शालीनता बरतें. आप भले ही शादी से पहले कुछभी पहना-ओढ़ना पसंद करती हों लेकिन शादी तय होने के बाद कोशिश करें कि सास-ससुर और पति की पसंद का भी कुछपहनें, उन्हें अच्छा लगेगा और आप पर उनका भरोसा भी बढ़ेगा. 
  • आपके व्यवहार, बात करने और उठने-बैठने के तरीक़ों पर उनकी नज़र ज़रूर होगी, इसलिए शादी से पहले भी और शादी के बादभी आपको सतर्क रहना होगा कि उनको ये महसूस न हो कि आप सिर्फ़ उनको इम्प्रेस करने के लिए दिखावा कर रही थीं. इसलिएजो भी करें दिल से करें. 
  • इस बात को स्वीकार कर लें कि शादी तय होते ही आपकी ज़िंदगी में बदलाव ज़रूर आएंगे, आपको उनको स्वीकारना ही होगाऔर ख़ुशी-ख़ुशी स्वीकारें, ताकि इस बदलाव को आप सकारात्मक तरीक़े से अपना सकें. 
  • शादी जहां हसीन सपने दिखती है तो वहीं जिम्मेदारियां भी बढ़ाती है इसका ख़याल रखें और ज़िम्मेदारी को आगे बढ़कर ख़ुशी-ख़ुशी लें.
  • कभी भी ईगो को बीच में न आने दें और ये न सोचें कि मैं ही क्यों कोशिश करूं, लेकिन आपकी ये कोशिश ही आपको बेहतरीनरिश्ते और ज़िंदगी देगी. 
  • इसके अलावा ये भी सोचें कि होनेवाले सास-ससुर आपके माता-पिता जैसे ही हैं तो अगर बड़ों को खुश करने के लिए थोड़ीमेहनत की भी जाए तो क्या बुराई है, इसके बदले उनका प्यार और आशीर्वाद जो मिलेगा वो आपको ताउम्र ख़ुशियां देगा. 
  • घर के छोटों को भी प्यार और दुलार दें. अगर सगाई के बाद कहीं घूमने या मूवी का प्लान हो तो कोशिश करें कि ससुराल केअन्य सदस्य भी साथ आएं, एक फ़ैमिली की तरह गेट-टुगेदर मनाएं और अगर कोई बड़ा साथ नहीं आता ये सोचकर कि होनेवालेकपल को अकेले मौक़े दें घूमने-फिरने का तो घर के छोटों को साथ ले जाएं. 
  • ये छोटी-छोटी कोशिशें आपके भावी रिश्तों को मज़बूत डोर से बांधेगी.
  • बिट्टु शर्मा 

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