इस बात से तो हर कोई वाकिफ़ है कि शादी एक ऐसा बंधन है, जिसके बाद लड़का और लड़की दोनों की लाइफ में काफ़ी ज़्यादा बदलाव आते हैं. आख़िरकार दो अलग इंसान हमेशा के लिए एक-दूसरे के हो जाते हैं. ऐसे में यह ज़रूरी हो जाता है कि एक हैप्पी मैरिड लाइफ के लिए पति और पत्नी के बीच सामंजस्य अच्छा हो. दोनों के बीच अंडरस्टैंडिंग अच्छी हो. दोनों ख़ुद के साथ-साथ एक-दूसरे के परिवार को भी लेकर चलने वाले हों. दोनों के प्रेम में झगड़े हो, तो मनाने की समझ भी हो. ग़ुस्सा करने की फ़ितरत हो, तो प्यार दिखाने में देरी भी ना हो. ख़ासकर आज के बदलते परिवेश में तो और भी ज़्यादा ज़रूरी हो गया है कि अपने पार्टनर को जब तक अच्छे से समझ ना लें, शादी ना करें. क्योंकि अब वो ज़माना नहीं रहा जब लोग शादी को सात जन्मों का पवित्र बंधन मानकर उसे मजबूरी में भी निभाते रहेंगे.
भारत में भी लोगों की सोच में काफ़ी बदलाव आ चुके हैं और ये बदलाव तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. इसलिए ज़रूरी है कि शादी करने से पहले निम्न चार बातों तो ज़रूर जान लें, वरना बाद में पछताना भी पड़ सकता है.
जिस सोच के साथ शादी कर रहे हैं, वैसे आगे भी रहें
अक्सर कपल की ये शिकायत रहती है कि शादी के बाद पार्टनर के स्वभाव में ज़्यादा बदलाव आ गया है, जिसकी वजह से रिश्ते में प्यार की कमी आ गई है. वैसे तो शादी के बाद इंसान के स्वभाव में थोड़ा-बहुत बदलाव आना कोई बड़ी बात नहीं होती, क्योंकि लड़की हो या लड़का शादी के बाद उनके ऊपर ज़िम्मेदारियों का बोझ बढ़ जाता है. ऐसे में बैचलर लाइफ की सोच और मैरिड लाइफ की सोच में फ़र्क़ आना आम बात है, लेकिन इस वजह से पति-पत्नी के बीच प्यार और रिस्पेक्ट की कमी नहीं होनी चाहिए. न ही स्वभाव में चिड़चिड़ापन आना चाहिए. इसलिए शादी करने से पहले हर इंसान को ये ज़रूर जान लेना चाहिए कि आप जिस इंसान से शादी करने जा रहे हैं, वो आगे भी वैसा ही रहे. ऐसा नहीं कि शादी के बाद उसका स्वभाव पूरी तरह से बदल जाए.
सॉरी बोलने की आदत
वैसे तो ये ज़्यादातर इंसान की आदत होती है कि जब तक हमारी ग़लती नहीं होगी हम सॉरी नहीं बोलेंगे. लेकिन कई रिश्ते ऐसे होते हैं, जिसके लिए बिना ग़लती किए भी सॉरी बोलना उस रिश्ते के लिए अच्छा ही रहता है. बल्कि उस रिश्ते में प्यार और भी ज़्यादा बढ़ जाता है. ये बात ख़ासकर शादी के बाद पति-पत्नी के बीच और भी अधिक मायने रखता है. अपने रिश्ते में प्यार बनाए रखने के लिए कई बार ग़लती नहीं होने पर भी सॉरी बोलना पड़ता है. एक सॉरी ना सिर्फ़ टेंशन को बढ़ने से रोकने का काम करते हैं, बल्कि फैमिली के साथ प्यार से रहने में भी आसानी हो जाती है. इसलिए शादी करने से पहले ये जान लें कि आपका पार्टनर इस मामले में कैसा है. कहीं वो इतना इगो वाला तो नहीं कि उसे अपने इगो से ज़्यादा कुछ और प्यारा ही न हो. ऐसे में शादी के रिश्ते में परेशानी होने की संभावना बढ़ती है.
करियर को लेकर कंफर्म कर लें
अगर आप वर्किंग लेडी हैं, तो शादी से पहले ये ज़रूर जान लें कि शादी के बाद आप जॉब करना चाहती हैं, तो आपके पार्टनर को या फिर उनके फैमिली को इससे कोई परेशानी तो नहीं होगी. क्योंकि आज के समय में भी कई ऐसी फैमिली हैं, जो ये चाहती है कि शादी के बाद महिलाओं का घर संभालना ही बेहतर होता है. अगर कोई महिला जॉब करें, तो वो एक पारिवारिक मुद्दा बन जाता है. इसलिए ये आप अपने प्रोफेशनल करियर को लेकर पहले ही कंफर्म हो लें, नहीं तो बाद में परेशानी हो सकती है.
बच्चे की प्लानिंग के बारे में बात कर लें
ज़्यादातर टाइम ऐसा होता है कि शादी होते ही परिवार में ये सुगबुगाहट शुरु हो जाती है कि आप जितनी जल्द हो बच्चे की प्लानिंग कर लें. यहां तक कि कई बार पार्टनर भी आपसे ये उम्मीद कर बैठते हैं कि आप बच्चे के बारे में जल्द से जल्द सोच लें. ऐसे में अगर आप शादी के तुरंत बाद बच्चे की टेंशन नहीं लेना चाहते हैं, तो आपको लोगों की बातें बार-बार सुनने को मिल सकती है, जिससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है. ऐसे में शादी से पहले ही आपस में बातचीत कर लें कि शादी के बाद बच्चे की प्लानिंग करने के लिए आप कितना टाइम लेना चाहेंगी.
- खुशबू सिंह
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