वक़्त इंसान को क्या क्या नहीं दिखा और सिखा जाता है। कोरोना ने भी पूरी दुनिया को एक बुरा वक़्त और बुरा दौर दिखा दिया है. इसकी मार हर वर्ग और तबके पर पड़ी और हैरानी तो तब हुई जब सिनेमा और टीवी की चकाचौंध में एक मुक़ाम रखनेवाले भी इससे अछूते नहीं रहे.
भला कौन सोच सकता है कि बालिका वधू, सुजाता और कुछ तो लोग कहेंगे जैसे इतने मशहूर और सुपरहिट शो को डायरेक्ट करनेवाले रामवृक्ष गौड़ अपने गाँव में सब्ज़ियाँ बेचते नज़र आएँगे.
रामवृक्ष आज़मगढ़ में रह रहे हैं और वो लॉकडाउन के चलते यहां चले आए थे. मुंबई में भी काम बंद था जिस वजह से वो वहां भी नहीं रह सकते थे. आज वो परिवार का पेट पालने के लिए सब्ज़ी का ठेला लगाते हैं. हालाँकि रामवृक्ष और उनके परिवार को कोई शिकायत नहीं है. वो अब भी काफ़ी आशावादी हैं और उनका मानना है कि बुरा वक़्त भी गुज़र जाएगा और वो फिर से मुंबई आकर अपनी ज़िंदगी आगे बढ़ाएँगे.
रामवृक्ष ने ना सिर्फ़ टीवी सीरियल्स का निर्देशन किया है बल्कि फ़िल्मी दुनिया में भी उन्हें 22 साल का अनुभव है. वो कई बड़े कलाकारों के साथ काम कर चुके हैं. 25 से अधिक सीरियल्स का निर्देशन कर चुके रामवृक्ष 2002 में मुंबई आए थे. यहां काफ़ी संघर्ष किया. बिजली विभाग में भी काम किया. सहायक निर्देशक के तौर पर भी काम किया और उन्हें निर्देशन इतना भा गया कि इसी को अपना करियर बना लिया। उनके काम को काफ़ी सराहा भी गया.
लेकिन फ़िलहाल वो अपने पिताजी के सब्ज़ी बेचनेवाले काम से संतुष्ट हैं और बस अच्छे दिनों का इंतज़ार कर रहे हैं.