
आयुष्मान खुराना एक बेहतरीन अभिनेता होने के साथ-साथ बढ़िया लेखक कहे या कवि भी हैं. 'विश्व कविता दिवस' पर उन्होंने इसकी एक ख़ूबसूरत बानगी पेश की. जब उन्होंने अपनी लेखनी को स्वर दिया 'मुझे सिर्फ़ तुम्हें देखना है...' उनके ख्यालात, जज़्बात सब कुछ बेहद ही उम्दा और लाजवाब थे.

वे अपनी कविता में अपनी प्रेयसी को कितने ही ख़ूबसूरत तरीक़े से समझाने में कामयाब रहे कि मुझे सिर्फ़ तुम्हें ही देखना है... ना तुम्हारे श्रृंगार, ना तुम्हारी पैरहन को... मुझे तो सिर्फ़ तुम्हें देखना है.. सादगी के रूप में, अलग स्वरूप-प्रतिरूप में... इसकी प्रस्तुति करते हुए जहां आयुष्मान की आंखें बोल रही थीं, वही शब्द थिरक रहे थे. गज़ब का हुनर है इस हरफनमौला कलाकार में. वाकई आयुष्मान खुराना एक प्रतिभाशाली नायक के साथ-साथ एक संवेदनशील शायर भी हैं.

आयुष्मान खुराना ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर 'वर्ल्ड पोएट्री डे' पर अपनी भावनाओं को शब्दों में पिरोकर अपने प्रशंसकों को लेखनी का बेहतरीन तोहफ़ा दिया.
उन्होंने टेप ए टेल प्लेटफार्म पर अपने कृति मुझे सिर्फ़ तुम्हें देखना है... प्रस्तुत किया. जैसे ही आयुष्मान ने अपने इंस्टाग्राम पर यह वीडियो पोस्ट की, उनके फैंस ने अपने प्यार और कविता प्रेम का इज़हार कुछ इस कदर किया कि आयुष्मान ख़ुद भावविभोर हो गए.
हर किसी ने उनके लिखने की शैली और कहने के अंदाज़ पर तारीफ़ों के पुल बांधे. कोई उनकी सादगी पर मर मिटा, तो कोई उनके अल्फ़ाज़ों में खो गया.

आयुष्मान ने हमेशा ही अपने अभिनय से तो हमें प्रभावित किया ही, लेकिन अब तो उनकी लेखनी के भी हम फैन हो गए हैं. उन्होंने क्या कुछ कहा और कैसे कहा, देखें इस वायरल वीडियो में.















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